जानबूझ कर अपने अंग प्रदर्शन की कहानियाँ

हिंदी सेक्सी स्टोरीज जानबूझ कर अंग प्रदर्शन नंगी चूची, नंगी बुर, शरीर दिखा कर उत्तेजित करने व सेक्स के लिए लुभाने की कहानियाँ

Hindi Sexy Stories Ang Pradarshan karke, nangi chuchi, nangi choot, nangi bur dikha kar ladkon aur mardon ko lubhane wali

Hindi Sex Stories About sexually sensually exposing body, boobs and thighs

शादी के बीस दिन बाद -1

हम मियां बीवी की प्रेम लीला खूब खुल के चलती थी, जब भी मौका मिलता, हम दोनों मियां बीवी आपस में भिड़ जाते। मैंने अपनी बीवी को मना कर रखा था कि वो साड़ी के नीचे पेंटी नहीं पहनेगी ताकि जब भी मौका मिले, मैं उसकी साड़ी ऊपर उठाऊँ और ठोक दूँ।

नौकरानी की चुदाई में भाभी की चूत मिली

गर्मियों के एक दिन मैं अकेला था कि नौकरानी आई। मैंने कुछ देर बाद देखा कि वो अपना बलाउज खोल कर चूचियों को हवा लगा रही है। उसके बाद वो कैसे चुदी और पड़ोसन भाभी ने हमें देखा… इस कहानी में…

एक भाई की वासना -26

इस बात को समझते हुए कि दोनों बहन-भाई के चेहरे एक-दूसरे के इतने क़रीब हैं और दोनों ने एक-दूसरे को सोते में इस तरह से चिपका लिया हुआ है.. तो दोनों ही एकदम से पीछे हटे और शर्मिंदा से होते हुए उठ कर बिस्तर की पुस्त से पीठ लगाते हुए बैठ गए।

एक भाई की वासना -25

फैजान की हिम्मत बढ़ने लगी और उसने जाहिरा के कन्धों को किस करते हुए थोड़ा और आगे को आते हुए उसके सीने के ऊपरी हिस्से को और फिर अपनी बहन के गाल को भी चूम लिया। एक बार तो उसने हिम्मत करते हुए जाहिरा के पतले-पतले गुलाबी होंठों को भी किस कर लिया।

एक भाई की वासना -24

रात को फैजान को मैंने बीच में लिटाया और अगल बगल हम दोनों लेटी. मैंने फैजान को खूब गर्म करके बीच में छोड़ दिया तो तंग हो कर वो जाहिरा के बदन को सहलाने लगा.

एक भाई की वासना -23

अरे यार क्यों शर्मा रही हो? तुमको इसमें तुम्हारे भैया देख तो चुके ही हैं.. तो फिर घबराना कैसा है? चलो जल्दी से जाओ और यह ड्रेस पहन कर आओ और मैं भी पहन कर आती हूँ.. और हाँ नीचे जीन्स ही रहने देना.. उस मॉडल की तरह कहीं पैन्टी पहन कर ना आ जाना बाहर..

चुद गई गुड़िया पंजाबन -1

तभी उसने दरवाज़ा खोला। खुलते ही मैं तो देखता ही रह गया.. वो सिर्फ तौलिया लपेटे हुए खड़ी थी, उसके मम्मों की दरार साफ़ दिख रही थी। मैंने उसके मम्मों को देखा..

एक भाई की वासना -22

उस सेक्सी नाईट ड्रेस में जाहिरा तो क़यामत ही लग रही थी, उसका खूबसूरत चिकना चिकना सीना बिल्कुल खुला हुआ था, उसकी चूचियों का ऊपरी हिस्सा नंगा हो रहा था...

एक भाई की वासना -21

मैं सोच रही थी कि अब क्या किया जाए जिससे फैजान को अपनी बहन के क़रीब आने का और मौका मिले और अपनी बहन का जिस्म को देखने, भोगने का भरपूर मौका मिल सके।

एक भाई की वासना -18

जाहिरा ने मेरा दिया हुआ लिबास पहना, उसकी चिकनी गोरी टांगें घुटनों से नीचे बिल्कुल नंगी थी, स्लीवलैस शर्ट में गोरी नंगी बाहें और ब्रा की स्टैप दिख रहे थे।

एक ही घर की सब औरतों की चुदाई -2

मकान मालिक की शादीशुदा बेटी आई हुई थी, अचानक उसे मैंने नंगी मूतते देख लिया टॉयलेट में… वो घबरा गई तो मैंने उसे सम्भाला और अपना लण्ड भी दिखाया मूतने के बहाने…

एक भाई की वासना -17

मैं चाह रही थी कि फ़ैजान अपनी बहन की चूत को छुए पर जाहिरा ने अपने भाई की हरकतों से बचने के लिये मेरी तरफ़ करवट ले ली और मुझे बाहों में भर लिया। अगले दिन मैंने अपनी कैपरी जाहिरा को पहनने के लिये दी।

चाची की चूत चोदने की चुदास

मैं चाची के घर रहता हूं। घर के सभी लोग पार्टी में गए थे.. चाची ने मुझे उनके रूम में सोने को कहा.. चाची सो गई, मैंने डरते हुए अपना हाथ उनकी चूची पर रख दिया।

नयना के सामने मुठ मारी -2

पड़ोसन ने मुझसे बात की तो मैंने उसे कहा कि मैं उसके सामने मुठ मारना चाहता हूँ। वो रुक गई और मेरे मुठ मारते वक्त इसने अपने शर्ट की जिप खोल कर मुझे अपनी ब्रा दिखाई।

जवान नौकरानी की चूत मारी

मेरे कमरे पे एक जवान नौकरानी काम करने आती थी, उसे चोदने का मन था मेरा.. एक रात मैं कुण्डी लगाना भूल गया और वो सुबह सीधे अन्दर आ गई, उसने मेरा लौड़ा देख लिया

नयना के सामने मुठ मारी -1

मुझे लड़कियों, महिलाओं के सामने नंगा होने में और उन्हें अपना नंगा बदन दिखाने में बड़ा मज़ा आता है. इस बार मैंने अपनी नई पड़ोसन को बालकनी में नंगा होकर दिखाया

मेरी बीवी का जवाब नहीं -2

मेरी साली बड़ी शानदार चीज थी, अपनी शादी के वक्त से ही मैं उसे चोदना चाहता था। एक बार मैं ससुराल गया तो कोशिश की, यहाँ वहाँ हाथ मारा, फ़िर उसकी चूचियाँ दबोच ली !

ट्यूशन की फीस में चूत-चुदाई -1

मेरे पड़ोस में एक गदराई भाभी रहती थी, मैं उनके हुस्न का दीवाना था, एक बार मैं भाभी को कम्प्यूटर सीखाने गया तो वो नहाने गई, उनके बारे में सोच कर मुठ मारी!

एक भाई की वासना -10

जाहिरा चाय लेकर आई तो मैं फ़ैजान की नंगी टाँगों पर हाथ फ़ेर रही थी। जाहिरा ने रसोई में जाकर मुझे बेशर्म कहा। उसके बाद बेडरूम में फ़ैजान ने मुझे अपने आगोश में खींच लिया।

एक भाई की वासना -9

फैजान उसी को देखता रहा फिर मुझसे बोला- यह तुम बाइक पर बैठे क्या शरारतें कर रही थीं।

मैं मुस्कुराई और अंजान बनते हुए बोली- कौन सी शरारत?

फैजान- वो जो मेरे लण्ड को दबा रही थी।

मैं हंस कर बोली- मैंने सोचा कि आज मैं अपनी चूचियों को तुम्हारी पीठ पर रगड़ नहीं सकती.. तो ऐसी ही थोड़ा सा तुम को मज़ा दे दूँ।

Scroll To Top