स्त्री-मन… एक पहेली-1
मेरी पिछली कहानी 'हसीन गुनाह की लज़्ज़त' में आपने पढ़ा था कि कैसे मेरी साली की युवा बेटी हमारे साथ रहने आई और कैसे मेरे और उसके बीच सेक्स सम्बन्ध पल्लवित हुए! अब पढ़ें उससे आगे की कहानी!
आशिक और माशूका के बीच प्यार मुहब्बत भरा रोमांस और उसके बाद जोश से भरा सेक्स आह … मजा आ जाता है. असली चुदाई का मजा तो रोमांस के बाद ही आता है.
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मैंने एक जवान लड़की को अपनी कम्पनी में जॉब दिलवाने में मदद की तो उससे मेरी दोस्ती हो गई. हम साथ में रहने, घूमने लगे. आखिर एक दिन वो भी आ गया जब हम दोनों दो जिस्म मिल कर एक हो गए. मेरी हिंदी एडल्ट कहानी में पढ़ें!
कामवासना से भरपूर कहानी में आपने पढ़ा कि हम ससुर बहू अपने केबिन के बाहर की दुनिया से बेपरवाह अपनी ही दुनिया में खोये हुए सेक्स का मजा कर रहे थे. अब हमारा सफर अंतिम दौर में था, बस यही रात थी हमारे पास! फिर न जाने कब ऐसा मौका मिले!
बहूरानी के साथ आने वाले छत्तीस घंटे बिताने के ख़याल से ही मुझे रोमांच होने लगा था. मैंने उसे अपनी गोद में खींच लिया और उसके दोनों गालों को बारी बारी से चूमने लगा. बहू बार बार अपना चेहरा अपनी हथेलियों से छुपाने का जतन करती लेकिन मैं उसके दोनों स्तन अपने अधिकार में करके अपनी मनमानी करने लगा
बहूरानी के होंठ मेरे होंठों से बस चंद इंच की दूरी पर थे, उसके होंठ प्राकृतिक रूप से ही गुलाबी हैं. मन कर रहा था कि अभी बहू के लबों को चूम लूं... लेकिन मैंने सब्र किया... मन में सोचा कि अभी कुछ देर मैं इन लबों को चूम लेने की लालसा को मन ले लिए तड़पता रहूँगा, इस तड़प में मुझे और ज्यादा आनन्द मिलेगा.
मैं अपनी बीवी की चुदाई कर रहा था कि उसने बहू रानी की बात छेड़ दी. बहूरानी का नाम सुनते ही मेरा लंड अचानक ही फूल कर कुप्पा हो गया, मै और जोर से अपनी बीवी को चोदने लगा. ससुर और बहू की कामवासना और चुदाई की कहानी का मजा लें!
मेरे ऑफिस में एक लड़की थी सपना... पहली बार में मुझे उससे कैसे अपनापन सा मिला, मेरा दिल उस पर आ गया. हमारा रोमांस कैसे आगे बढ़ा, कैसे मैंने उसकी मदद की और कैसे उसने अपना कुंवारा जिस्म मुझे समर्पित किया, मेरी इंडियन सेक्स स्टोरी में पढ़ें!
मेरा दोस्त मेरे घर के पास रहता है. मैं उसके घर जाता तो उसकी बहन मुझे देख कर पीछे के दरवाजे से मुझे स्माइल देती थी, मतलब वो मुझे चाहती थी, पटाना चाहती थी मगर मैं दोस्त की बहन समझ कर अनदेखा कर देता था. लेकिन उसने मुझे पा कर ही दम लिया. पढ़ें मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी में!
ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट चोदने के बाद हम दोनों में नज़दीकियाँ बहुत बढ़ गयी. एक दिन मैंने उसको अपने रूम में बुलाया। उसकी दूसरी चुदाई की कहानी पढ़ा कर मजा लें कि कैसे मैंने उसे इस बार पूरा खुल कर चोदा.
मुझे शरारत सूझी तो मैंने अपने बाल सही किए, अपने कपड़े सही किए और अपने टॉप के बटन को खोल दिया. अब मेरी ब्रा बिल्कुल साफ साफ दिख रही थी और स्कर्ट को थोड़ा ऊपर ऐसे कर दिया कि मैं बैठूँ तो मेरी पैंटी दिख जाए. लिपबाम लगाई और टॉप दोनों कंधों से थोड़ा नीचे कर लिया. अब मेरे कंधे पूरे दिख रहे थे और ये सब करके मैं वहीं फूलों पर बैठ गई.
मेरे ऑफिस की एक लड़की को मेरे से लगाव सा हो गया था, हम दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे. ऑफिस में उसके साथ मेरी सेक्स कहानी पढ़ कर मजा लें!
मैं मजबूरी में रंडी बनी थी। उन्हीं दिनों मुझे एक लड़का मिला, मैंने उसे देखा तो वो कहते हैं न 'लव ऐट फर्स्ट साईट...' मुझे भी वही हुआ। कामुकता से भरी पोर्न स्टोरी का मजा लें!
मैंने एक लड़की से दिलोजान से प्यार किया था. वो भी मुझे चाहती थी, उसने अपना सब कुछ मुझ पर लुटा दिया था, अपनी जवानी, अपना तन बदन... फिर भी उसने बेवफाई की... मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी में पढ़ें!
शादी के बाद पहली बार घर जा रहा था, चार महीने बाद मैं अपनी नवविवाहिता पत्नी से मिलने वाला था. दिल के अंदर अजीब सी हलचल थी, ख़ुशी थी, जल्दी थी.
मेरे गाँव की एक लड़की मुझे पसंद थी लेकिन जब मैं उसे प्रोपोज किया तो नखरे दिखाने लगी. मेरी देसी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैंने कैसे उस देसी लड़की के नखरे ढीले किये और चोदा.
मेरी देसी कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक देसी लड़की की कामुकता जागृत की और उसकी कुंवारी बुर में अपना घुसाने की कोशिश की. वो इतनी चुदासी हो चुकी थी कि खुद बुर में लंड डालने के लिए कह रही थी.
मेरी सेक्स कहानी में: मुझे अपने गाँव की सबसे मासूम और सुंदर लड़की से इश्क हो गया था. वो भी मुझे चाहती थी. लेकिन हमारे प्यार को परवान चढ़ने में एक अरसा बीत गया.
मेरा दिल अपनी कोचिंग टीचर पर आ गया, मैं क्लास में उसे देखता रहता, उससे बात करने का बहाना ढूँढता रहता. एक दिन मैंने उस टीचर की चुदाई कर ही दी. कैसे की? कहानी पढ़ें और मजा लें!
कॉलेज में मेरे साथ पढ़ने वाली लड़की को मुझसे इश्क हो गया. लेकिन वो कह नहीं पाई. मैंने बहुत देर से उसे प्रोपोज किया तो गुस्से में उसने ना कह दी. उसके बाद हम कैसे मिले, हामरे बीच क्या क्या हुआ, मेरी प्रेम कहानी पढ़ कर मजा लें!
पारिवारिक संबंधों के चलते हम दोनों को मिलने, बात करने की छूट थी. शुरू से हम साथ रहे. एक बार मैंने उसे किसी दूसरे लड़के से बात करते देखा तो मुझे गुस्सा आ गया. फिर जब उसने मुझे कहा कि पागल.. क्या सोच रहा है, मैं तो बचपन से सिर्फ तेरी हूँ और तेरी ही रहूँगी.