योनि शैथिल्य : एक प्रमुख यौन समस्या

(Yoni Shaithilya : Ek Pramukh Sex Problem)

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा एक बार फिर नमस्कार।
मेरा परिचय तो आप जानते ही हैं, रितेश शर्मा, मैं ताजनगरी आगरा का रहने वाला हूँ।
मेरी पिछली पोस्ट ‘सेक्स में संतुष्टि कैसे मिले’ को बहुत पसंद किया गया, इसके बाद मुझे पूरे भारतवर्ष से बहुत सारा प्यार और मेल प्राप्त हुए, उनमें बहुत सारी औरतों और पुरुषों के मेल और उन्होंने अपनी सेक्स समस्याओं से अवगत कराया।

दोस्तो, मैं आज फिर हाजिर हूँ एक और नई सेक्स समस्या के साथ जिसका नाम है – योनि का ढीलापन या योनि शैथिल्य
यह महिलाओं की एक प्रमुख समस्या बन चुकी है.
वैसे तो प्रेगनेंसी के बाद लगभग हर महिला को इसका सामना करना पड़ता है किन्तु इसके अलावा और भी कई कारण हैं जिनसे योनि ढीली हो जाती है।
इसका सीधा असर उनके पति पर पड़ता है, पति को सेक्स करने में मज़ा बिल्कुल नहीं आता क्योंकि उन्हें अपना लिंग योनि में डालने पर बिल्कुल कसावट महसूस नहीं होती और महिलाओं को भी उनकी योनि के अंदर लिंग होने पर भी मज़ा और उत्तेजना महसूस नही होती।

इधर पुरुष को लगता है कि उसकी पत्नी की योनि बहुत ढीली हो चुकी हे और मज़ा नहीं आता और वो अपने लिए दूसरी सेक्स साथी तलाशने की
कोशिश करता हैं, उधर पत्नी सोचती है कि उनके पति अब उसे सन्तुष्ट नहीं कर पाते और वो भी किसी दूसरे मर्द की ओर बहकती हैं।
नतीजा उनका विवाहोपरांत तन के मिलन का रिश्ता समाप्त और विवाहेत्तर रिश्ता शुरू..

कैसे मालूम हो कि योनि ढीली है?

1.आप अपनी योनि में पति के लिंग से बड़ी वस्तु के डालने पर ही उत्तेजना महसूस करती हैं. आपको तर्जनी उंगली से योनि को उत्साहित कर पाने में कठिनाई हो रही है!

2.आप बिना कोई प्रतिरोध के साथ अपनी योनि में तीन या अधिक अंगुलियों डाल सकते हैं!

3. आपको साथी के साथ सम्भोग करते समय योनि में किसी भी प्रकार की उत्तेजना न आना!

4. आपके साथी को सम्भोग करते समय योनि ढीली महसूस होना!

5. योनि होंठ बाहर उभर गए हैं और यह दूसरे होठों की तरह लग रहे हैं!

6. आपकी योनि पूरी तरह से बंद नहीं होना!

प्राकृतिक उपचार- उपर दिये गये लक्षणों से आप समस्या का निदान करके तथा कुछ योगासन करके आप इस रोग को कुछ हद तक कम कर सकती हैं बाकी का काम आयुर्वेदिक योग कर देते हैं।

आप पेशाब करते समय कुछ समय के लिये पेशाब को रोके रहें तथा फ़िर चालू करें, ऐसा जब भी पेशाब करने जाएँ तभी 3-4 बार करें, इससे योनि की पेशियाँ सुदृढ़ होती हैं।
वज्रासन की स्थिति में बैठकर शंखचालिनी मुद्रा और मूल बंध लगाने का अभ्यास नियमित करने से भी योनि संकोच होता है।

आयुर्वेदिक उपचार-

1- हरा माजूफल, फिटकरी के आग पर किये हुए फूले व गुलाब के फूल बराबर मात्रा में लेकर बारीक से बारीक पीस लें। इसे योनि में रखकर एक
बारीक सा कपड़ा ढीला ढाला सा बाँध लें।
यह प्रक्रिया लगातार फायदा न होने तक करें।

2-ढाक के गोंद की बत्ती बनाकर योनि में रखें।

3-आँवले पेड़ की छाल 24 घण्टा पानी में भिगोकर इस पानी से ही योनि को धोऐं कुछ दिनों इस प्रयोग को लगातार बिना नागा किये करने से योनि निश्चित ही स्वभाविक अवस्था में आ जाएगी।
यह कार्य आप रोजाना नहाते समय कर सकती हैं।

4- तीन हिस्सा फिटकरी व एक हिस्सा माजूफल का गूदा एक भाग पीसकर किसी मखमल के कपड़े की पोटली बनाकर रात को सोते समय योनि में रखने से योनि सिकुड़ जाती है।

आशा है आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आई होगी।

आपकी सेक्स समस्याएँ, आपके विचार सादर आमंत्रित है।
तो आप मुझसे संपर्क करना न भूलें।
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