बेवफाई की भी हद होती है- 6
(Friend Wife Fuck Kahani)
फ्रेंड वाइफ फक स्टोरी में जब पति को अपनी बीवी की चीटिंग का पता चला तो उसने दोस्त की बीवी को सारी बात बता कर उसे अपने लंड से चोद कर अपना बदला ले लिया.
कहानी के पिछले भाग
बेवफा बीवी से बदला लेने की तैयारी
में अपने पढ़ा कि पत्नी की बेवफाई का बदला लेने के लिए पति ने अपने दोस्त की पत्नी को जब पूरी घटना बताई तो वो भी अपने पति की बेवफाई का बदला लेने के लिए मान गई.
अब आगे फ्रेंड वाइफ फक स्टोरी:
दीपक उसे बेड पर ले गया.
दीपक ने उससे कहा- तुम चेंज कर लो. मैं भी चेंज कर लेता हूँ.
रेखा अभी झिझक रही थी.
वह एक अच्छी पत्नी थी. इतनी जल्दी बेवफाई की सज़ा बेवफाई करके देने का मन नहीं बना पा रही थी.
दीपक उसे देख कर बोला- तुम पर कोई दबाव नहीं है. अगर तुम्हारे पास इससे कोई और बेहतर रास्ता है इन्हें इस रास्ते से रोकने का, तो तुम मुझे बता दो, मैं तुम्हारी मान लूंगा. और अगर तुम मेरा साथ देना चाहो तो मैं बाथरूम में शावर तुम्हारे साथ लेना चाहूँगा. अगर तुम नहीं आयीं तो मैं शावर लेकर तुम्हें तुम्हारे घर छोड़ आऊंगा. मैं तुम्हारे जवाब का इंतज़ार कर रहा हूँ.
कहकर दीपक बाथरूम में घुस गया.
रेखा का कुछ देर इंतज़ार करने के बाद वह शावर खोल कर नहाने लगा.
उसे लग गया कि रेखा जी कड़ा नहीं कर पा रही है, वह नहीं आएगी.
दीपक नहा रहा था कि पीछे से आकर कोई उससे लिपट गया.
रेखा अपने कपड़े उतार कर अब दीपक से चिपटी खड़ी थी.
ऊपर से पानी की फुहारें पड़ रहीं थीं और नीचे दो सुलगते जिस्म एक हो जाने को चिपटा चिपटी में लगे थे.
अब दोनों बेतहाशा एक दूसरे को चूम रहे थे.
रेखा के मम्मे भारी थे और चूत चिकनी.
दीपक ने उसके मम्मे एक एक करके चूसे और अपनी एक उंगली उसकी चूत में घुसा दी.
रेखा ने उसका लंड पकड़ रखा था.
तब रेखा ने उसे शावर से एक ओर किया और नीचे बैठ गयी उसका लंड मुंह में ले लिया.
अब दोनों हुड़क रहे थे चुदाई के लिए. अब भावना बदले से ऊपर उठ गयी थी, अब तो कामवासना जल रही थी.
दीपक रेखा को बेड पर ले आया और उसकी टांगों को चौड़ा कर अपनी जीभ उसकी चूत में दे दी.
ऐसा रेखा के साथ काफी दिनों बाद हुआ था.
उसने दीपक के बाल कस के पकड़ कर उसका सर अपनी चूत की ओर कर दिया.
दीपक अपनी जीभ और उंगलियों की मदद से रेखा की चूत को थूक से भरकर मालिश कर रहा था.
दीपक के दिलोदिमाग पर रेखा के मम्मे हावी थे.
वह उठा और रेखा के ऊपर लेट सा गया और लाफा उसके मम्मे लपकने.
रेखा के हाथ में उसका लंड आ गया था. उसकी चूत मतवाली हो रही थी मिलन के लिये.
सच में रेखा को काफी दिनों से प्रिन्स की चुदाई में भूख का अहसास नहीं था.
उसकी चुदाई उसकी सेक्स की भूख नहीं बल्कि भीख सी मिलती लगती थी.
दीपक किसी बच्चे की तरह उसके मम्मों पर पिला हुआ था.
उसका लंड रेखा की चूत पर टक्कर मार रहा था.
रेखा ने दीपक से अपने मम्मे छुडाये और उसे चूमती हुई बोली- अंदर आ जाओ.
दीपक ने अब उसकी टांगों को चौड़ाया और धीरे से पेल दिया अपना औज़ार उसकी चिकनी चूत में.
हालाँकि दीपक का लंड प्रिंस के मुकाबले छोटा था, पर चूत को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
दीपक अपने धक्के बढ़ता चला गया.
अब रेखा को मजा आ रहा था. वह चाह रही थी कि यह चुदाई कभी न रुके.
उसने दीपक के ऊपर आना चाहा और दीपक से रिक्वेस्ट की कि मैं ऊपर आऊंगी.
दीपक नीचे हो गया, रेखा झपट के उसके ऊपर चढ़ गयी और अपने हाथ से उसका लंड पकड़ कर अपनी चूत में कर लिया और लगी उछलने!
अब रेखा दोनों हाथ हवा में लहरा लहरा कर चुदाई का मजा ले रही थी.
दीपक उसके मम्मे मसल रहा था.
रेखा बिना कंडोम के ही सेक्स करती थी क्योंकि वे बच्चा चाहते थे.
तो उसे कोई डर भी नहीं था.
फ्रेंड वाइफ फक करते हुए दीपक को लगने लगा कि रेखा का हो गया है, वह थक भी रही थी.
जबकि दीपक का लंड अभी उसका पूरा साथ दे रहा था.
दीपक ने उसे नीचे पलटा और वापिस उसकी चुदाई उसकी चूत में लंड पेल कर करने लगा.
अब दीपक का भी होने वाला था.
उसने हाँफते हुए रेखा से पूछा- कहाँ निकलूं?
रेखा भी हांफ रही थी, पर उसने मुस्कुराते हुए कहा- अंदर ही निकाल दो. मैं तुम्हें महसूस करना चाहती हूँ अपने अंदर!
इसके बाद दोनों फ्रेश हुए.
रेखा ने अपनी ब्रा पेंटी सेट के ऊपर गाउन पहना और दीपक ने साटन की केवल लुंगी.
अब भूख लग आई थी.
रेखा ने बर्गर कॉफ़ी मेज पर लगा लीं, साथ में अलमारी से कुछ नाश्ता भी लगा दिया.
दीपक ने घड़ी देकही तो मूवी ख़त्म हो चुकी होगी, ऐसा उसने सोचा.
तभी रिंकी का फोन उसके मोबाइल पर आया.
उसने बताया कि वो मम्मी के घर से बाज़ार आ गयी थी और अभी थोड़ी देर में घर पहुँच जायेगी.
दूसरी चाभी उसके पास रहती ही थी.
दीपक ने उससे पूछा कि अंदाजन वो कितनी देर में आ जायेगी.
तो रिंकी बोली- आधा घंटे में!
दीपक बोला- ऐसा करता हूँ मुझे भी घर आना है कुछ कागज लेने. मैं प्रिन्स को बोल देता हूँ. वह मुझे घर पर मिलेगा.
रिंकी ने पूछा भी- इस समय क्यों?
दीपक बोला- ऐसे ही कुछ काम है. ऐसा करो तुम ही उससे कह दो, कभी वह पहले आ जाए और फ्लैट बंद मिले. तुम अपने साथ ही ले आना उसे!
रिंकी ने नाटक दिखाते हुए कहा- मैं कहाँ उसे ढूंढूंगी. तुम ही कह दो.
दीपक हँसते हुए बोला- वो तो तुम्हारे साथ ही है. मैंने उसके ऑफिस पता किया था तो मालूम पड़ा कि तुम्हारे साथ है.
कहकर दीपक ने फोन काट दिया और स्विच ऑफ कर दिया.
दीपक जोर से हंसा, रेखा भी मुस्कुराई.
दोनों वापिस बेड पर आ गए.
रेखा उसकी छाती पर उंगलियाँ फेरती हुई उससे चिपटी रही.
दीपक उससे बोला- जब ये दोनों आयें तो बस इसे ही चिपटी रहना मुझसे, बाकी मैं समझ लूँगा.
दस मिनट में ही रेखा के फोन पर प्रिन्स का फोन आ गया- कहाँ हो, घर बंद है.
रेखा बोली- मार्किट आ गयी थी, तुम्हारे आने की कोई खबर तो थी नहीं. आजकल रोज़ रात को लेट ही आते हो.
प्रिन्स झुंझलाया और बोला- मुझे बता कर नहीं जा सकती थीं, अब मैं कहाँ जाऊं?
रेखा हँसती हुई बोली- गुस्सा मत करो, वहीं चले जाओ जहां रोज जाते हो.
कहकर उसने फोन काट दिया और उसने भी स्विच ऑफ कर दिया.
रेखा ने दीपक का लंड पकड़ लिया.
अब बिल्कुल कड़क हो गया था वो!
रेखा नीचे झुकी और चूसने लगी उसे!
बीस मिनट में ही फ्लैट के गेट पर आहट हुई.
गेट खोल कर रिंकी और प्रिंस अंदर आये.
प्रिंस ने गेट लॉक किया.
रिंकी की आवाज आई- दीपक कहाँ हो तुम?
दीपक ने जवाब दिया- बेड रूम में.
रिंकी जैसी ही बेड रूम में आई, यहाँ का नजारा देख कर उसका दिमाग घूम गया.
अर्धनग्न रेखा दीपक से चिपटी हुई उसे चूम रही थी.
रिंकी चीखी- क्या हो रहा है ये सब?
तब तक प्रिंस भी अंदर आ गया.
वह नंगी रेखा को देख कर चिन्घाड़ा- क्या हो रहा है ये? शर्म नहीं आती?
रेखा तो चुप रही, वह और चिपक गयी दीपक से.
दीपक ने उसके कन्धों पर बाहें करते हुए उसे अपने आगोश में ले लिया और शांत स्वर में बोला- तुम दोनों चीखो मत.
रिंकी आगे बढ़ी और रेखा को पकड़ना चाहा.
दीपक अब चीखा और बोला- इससे दूर रहना, वरना मुझसे बुरा नहीं होगा. चुपचाप सामने बैठ कर बातें करो.
प्रिंस बोला- मेरी बीवी के साथ ये हरकतें करते आपको शर्म नहीं आती?
दीपक बोला- मेरी बीवी के साथ तुम्हें ये हरकतें करते शर्म आती है.
रिंकी चीखी- मुझसे तो तुमने खुद करवाया था.
दीपक हँसते हुए बोला- तो क्या उसके बाद जिन्दगी भर छिप छिप कर करने का लाइसेंस दे दिया तुम दोनों को?
उसने प्रिंस से पूछा- रिंकी तुम्हारे साथ कैसे आई अभी?
प्रिन्स बोला- इसने मुझे फोन किया, फिर रास्ते से मैंने इसे लिया.
अब रेखा मुस्कुराई और बोली- प्रिंस दीपक से कुछ झूठ मत बोलो. इन्हें तुम दोनों की हर हरकतों की जानकारी है. तुम दोनों कब मिल रहे हो और कब क्या कर रहे हो. जो कुछ तुम छिप छिप कर अक्सर कर रहे हो और होटल के कमरे में जो कुछ तुम करके आ रहे हो, हमने भी अभी थोड़ी देर पहले ही वो ही किया है.
प्रिंस चीखा- मैं तुझे घर से निकाल दूंगा.
रेखा हंसी, बोली- घर से तो मैं तुम्हें निकलूंगी. घर मेरे नाम है और अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रहूंगी. तुम और रिंकी भाड़ में जाओ. मैं अब दीपक के साथ यहाँ रहूंगी.
अब रिंकी और प्रिंस की हवाइयां छूटने लगीं.
रिंकी दीपक से लिपटने लगी और रोने लगी- मुझे माफ़ कर दो.
रेखा ने उसे झिड़क दिया- खबरदार जो मेरे दीपक को हाथ लगाया.
दीपक भी बोला- अब बहुत देर हो गयी. रेखा तुम तैयार हो जाओ और घर जाकर प्रिंस का सामान निकल कर बाहर फेंक दो.
फिर दीपक रिंकी से बोला- तुम भी अपना सामान पैक करो और अपनी मां के घर चली जाओ. मैं कल वकील का नोटिस भिजवा दूंगा तलाक का!
अब रिंकी नीचे बैठकर दहाड़ मारकर रोने लगी.
रेखा खड़ी हुई.
प्रिंस उसे देखता रह गया.
गाउन में से उसका नग्न जिस्म झाँक रहा था.
इस बात की कोई गुंजाईश नहीं रह गयी थी कि उसने और दीपक ने सेक्स किया है.
बेड से उतरते उतरते रेखा ने मुस्कुराते हुए बेड शीट के नीचे से अपनी पैंटी निकाली और उसे प्रिंस को दिखाते हुए वो अपने कपड़े बदलने चली गयी.
दीपक भी कपड़े पहनने के लिए खड़ा हुआ तो रिंकी और प्रिन्स दोनों ने ही उसके पैर पकड़ लिए- हमें माफ़ कर दो.
तभी दीपक ने उन्हें झिड़का.
पर वे दोनों उसके पैर छोड़ ही नहीं रहे थे.
दीपक बोला- मेरे सामने नाटक मत करो. मुझे कपड़े पहन लेने दो.
रेखा ने तो दोपहर से न खुद कपड़े पहने, न मुझे पहनने दिए.
दीपक फिर प्रिन्स से बोला- अबे, इतनी सेक्सी बीवी छोड़ के तू इसके पीछे भाग रहा है.
अब रिंकी तो घुटनों में सर छिपाए रो रही थी और प्रिन्स हाथ जोड़े सोफे पर बैठा था.
दीपक और रेखा कपड़े पहन कर तैयार हुए.
रिंकी से दीपक ने फिर ऊंची आवाज में कहा- अपने आप जाती हो या धक्के देकर बाहर निकालूं? या तुम्हारी माँ को बुला लेता हूँ.
कहकर दीपक ने जेब से फोन निकाला.
रिंकी ने झपट कर फोन छीन लिया और फिर पैरों में गिर पड़ी रेखा के- तुम तो औरत हो. मेरा घर बर्बाद मत करो.
रेखा बोली- तुमने औरत होकर मेरा घर बर्बाद किया है. मुझे दीपक ने पूरी कहानी बता दी है. ठीक है शुरुआत दीपक ने की थी. उसने अपनी गलती मानी और तुम तीनों का ये तय हुआ ककि अब और नहीं. फिर भी बार बार पकड़े जाने के बावजूद भी तुम दोनों खेल खेलते रहे. अब तो मैं और दीपक तुम दोनों को खुला छोड़ रहे हैं. अब छिप कर नहीं, खुलेआम सेक्स करो. जो मन में आये वो करो.
प्रिंस रेखा के पैर पड़ गया- अबकी माफ़ कर दो, मैं इस रास्ते पर कभी नहीं चलूँगा.
दीपक ने रेखा की ओर देखा और कहा- रेखा क्या कहती हो, इन्हे एक मौक़ा और दे दें?
रेखा सख्ती से बोली- मैं तो वो करुँगी जो आप कहेंगे. पर ये दोनों मानने वाले कहाँ हैं. पहले भी आपने कई बार इन्हें मौके दोए, पर इन्होंने आपका विश्वास हमेशा तोड़ा. मेरे प्यार में क्या कमी थी जो ये रिंकी के पास गया. ये कितना भी कहे कि आपने इसे रिंकी के पास धकेला, इसकी क्या बुद्धि मारी गयी थी. अब गलती की है तो उसका खामियाजा भुगत लिया इन दोनों नेऍ मुझको और दीपक को भी सेक्स में बहुत मजा आया. पर अगर आज दीपक ये तय करते हैं कग अब आज के बाद मेरे और इनके बीचे में कुछ नहीं, तो कभी कुछ होगा ही नहीं. और अगर दीपक ये तय करते हैं कि ये मुझे अपना बनायेंगे तो रिंकी क्या दुनिया की कोई ताकत मुझे दीपक से अलग नहीं कर सकती.
रिंकी और प्रिन्स बार बार दीपक से माफ़ी मांगते रहे.
तो दीपक बोला- चलो रेखा, इन्हें एक बार जिन्दगी जीने का मौक़ा और देते हैं. आज हम चारों पुरानी बातों को भूलेंगे और आगे से अच्छे से दोस्त बन कर रहेंगे. पर अगर हममें से कोई भी अब फिसला तो फिर जान लेना कि मेरे और रेखा के पास पुख्ता सबूत हैं.
अब रिंकी दीपक से लिपट गयी और उसे चूमते हुए बोली- अब तुम्हें मुझसे कोई शिकायत नहीं होगी.
इधर रेखा ने पहल की प्रिंस के आगोश में जाने की और बोली- अब अगर रिंकी से नजदीकी बढ़ाई तो औज़ार काट दूँगी तुम्हारा!
प्रिंस ने शर्माते मुस्कुराते हुए रिंकी को लिपटा लिया और चूम लिया.
दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी फ्रेंड वाइफ फक स्टोरी?
मेरी मेल आई डी पर लिखें.
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