बेवफाई की भी हद होती है- 3
(Fingering Xxx Pussy )
फिंगरिंग Xxx पुसी का मजा बीवी ने अपने पति के दोस्त से लिया. पति खुद अपनी बीवी को अपने दोस्त के साथ छोड़ कर गया था ताकि दोनों सेक्स के लिए खुल सकें.
कहानी के दूसरे भाग
पति के दोस्त का लंड पकड़ा
में अपने पढ़ा कि पति ने कुछ नया करने के लिए अपनी बीवी की जवानी अपने दोस्त के हवाले कर दी.
अब आगे फिंगरिंग Xxx पुसी का मजा:
शाम को रिंकी बिल्कुल नार्मल थी. उसने इस बात का कोई जिक्र ही नहीं किया.
उसके पास दिन में प्रिंस का फोन आया था.
वह सॉरी बोल रहा था.
पर रिंकी ने बिल्कुल शांत स्वर में कहा- प्रिंस, इसमें गलती सभी की थी, पर अगर मुझसे बोलचाल रखनी है तो इस रात को भूलना होगा और इस बारे में कभी सोचना भी नहीं.
अब दीपक और रिंकी की सेक्स लाइफ नार्मल होने में तीन चार दिन तो जरूर लगे पर सब कुछ पहले जैसा हो गया.
यह फर्क जरूर था कि अब रिंकी थ्रीसम सेक्स की मूवीज और कहानियों से थोड़ा बचती थी.
रिंकी को उस रात का मलाल तो जरूर रहा पर बाद में वो मलाल इस बात में बदल गया कि या तो कुछ होता ही नहीं या फिर सब कुछ हो जाता.
प्रिंस अब पहले के मुकाबले कम घर आता था पर वह व्हात्सप्प या फोन के जरिये रिंकी के टच में ज्यादा आ गया.
रिंकी ने उसे कसम दे दी थी कि वह उसकी और अपनी बात न तो कभी दीपक से कहेगा न कभी रेखा से.
रेखा और रिंकी के संबंधों में तनाव था क्योंकि एक बार रेखा ने इस बात पर रिंकी से आपत्ति जताई थी कि प्रिंस उनके घर क्यों आता है.
तो रिंकी ने टका सा जवाब दे दिया था- मैं तो बुलाती नहीं हूँ उसे … और वह आता है अपने व्यापार के काम से दीपक के पास. तुम कहो तो मैं दीपक को मना कर दूं प्रिंस से व्यापार करने के लिए.
रेखा चुप हो गयी क्योंकि दीपक का बहुत सहयोग था प्रिंस को!
इधर रिंकी और प्रिंस का लगाव बढ़ता जा रहा था, बातें भी नॉनवेज होने लगी थीं.
और उधर दीपक रिंकी का रुझान प्रिंस की तरफ करना चाहता था जिसे रिंकी नहीं मान रही थी.
दीपक चोरी छिपे रिंकी की फोन डिटेल्स चेक करता तो उसे यह मालूम पड़ गया कि दोनों की बातें होती रहती हैं.
अब दीपक यह समझ गया कि रिंकी और प्रिंस के बीच कुछ पक रहा है पर वे इसे उससे छिपा रहे हैं.
दीपक तो यही चाहता था कि प्रिंस बस रिंकी को गर्म करता रहे ताकि रिंकी दीपक को बेड पर दमदार सेक्स दे.
पर दीपक यह स्वीकार करने में डरता था कि प्रिंस और रिंकी सेक्स करें.
अब जब भी प्रिंस घर आता तो दीपक रिंकी को उकसाता कि वह कुछ सेक्सी पहने.
रिंकी भी कुछ ऐसा पहनने लगी थी जिससे प्रिंस का खड़ा हो जाए.
दीपक महसूस करता था कि दोनों की आँखों ही आँखों में इशारेबाजी चलती है.
एक दो बार प्रिंस ने दीपक से नजर बचाकर रिंकी को कुछ दिया … क्या दिया … यह दीपक कभी नहीं जान पाया.
प्रिंस तो अक्सर रिंकी को फोन पर उकसाता कि उसका मन उसे चूमने का करता है.
तो रिंकी मना कर देती.
जबकि प्रिंस कहता- दीपक तो यह चाहता है तभी तो मुझे घर बुलाता है!
पर रिंकी अभी तैयार नहीं थी.
एक रात जब प्रिंस दीपक के घर आया.
तो रिंकी को तो दीपक ने पहले ही बता दिया था कि प्रिंस आयेगा.
दीपक ने रिंकी को कुछ सेक्सी पहनने को कहा तो रिंकी ने फ्रॉक पहनी थी.
वह बिल्कुल बार्बी डॉल लग रही थी.
दीपक प्रिंस और रिंकी को रूम में छोड़कर फोन पर बातें करता हुआ बाहर आ गया और खिड़की के परदे के पीछे छिप कर खडा हो गया और अंदर देखने लगा.
अंदर प्रिंस और रिंकी एक दूसरे को देखकर मुस्कुरा रहे थे.
प्रिंस बार बार रिंकी को चूमने का इशारा कर रहा था.
पर रिंकी बाहर दरवाजे की और इशारा कर देती मानो कह रही हो कि दीपक आ जाएगा.
प्रिंस ने रिंकी को पास बैठने को कहा तो रिंकी उठकर उसके पास बैठ गयी.
अब प्रिंस ने उसके घुटनों पर हाथ रख दिया.
रिंकी ने कोई प्रतिरोध तो नहीं किया.
पर जब प्रिंस ने इसकी फ्रोक ऊपर सरकानी शुरू की तो रिंकी ने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए उसके हाथ के ऊपर अपना हाथ रख दिया.
अब प्रिंस ने अपना मुंह रिंकी के मुंह के पास ले जाकर अचानक उसे गाल पर चूम लिया.
रिंकी मुस्कुरा गयी.
अब प्रिंस की हिम्मत और बढ़ गयी, उसने रिंकी को अपने से लिपटा लिया.
उसके हाथ रिंकी की फ्रोक को ऊपर कर रहे थे और रिंकी की उससे कस के चिपटी जा रही थी.
दीपक का ये सब देख कर खड़ा तो हो गया, पर उसे लगा कि इन्हें रोकना जरूरी है, वरना इनके तो कपड़े उतर जायेंगे.
तो उसने फोन पर ऊँची आवाज़ में कहा- अच्छा बाद में बात करता हूँ.
यह प्रिंस और रिंकी के लिए इशारा था.
वे संभल कर अलग अलग हो गए.
रिंकी रसोई की तरफ चली गई.
दीपक अंदर आया और प्रिंस को सॉरी बोलते हुए बैठ गया.
अब दीपक ने देख लिया कि प्रिंस के गाल पर रिंकी की लिपस्टिक का निशान है.
पर वह कहे तो कहे कैसे!
वो निशान अब तक रिंकी ने देख लिया था और उसने इशारे में प्रिंस को बता दिया.
प्रिंस वाशरूम में जाकर निशान साफ़ कर आया.
दीपक का लंड आज कुछ तूफानी करने के मूड में आ गया.
उसे रिंकी से किया वायदा भी भुलाना पड़ा.
उसने व्हिस्की की बोतल सजा ली और पेग बना दिये.
दो दो पेग के बाद उसने रिंकी से कहा- चलो डांस करते हैं.
रिंकी को भी चढ़ गयी थी तो उसने डांस के लिए मना किया.
पर दीपक के मन में तो आज कुछ और था.
उसने लाइट धीमी करी और म्यूजिक चला दिया.
दीपक रिंकी को चिपटते हुए डांस करने लगा.
प्रिंस सोफे पर बैठा ड्रिंक ले रहा था.
रिंकी ने दीपक से कहा- अच्छा नहीं लग रहा … प्रिंस अकेला बैठा है. छोड़ो फिर कभी डांस करेंगे.
दीपक ने प्रिंस को इशारे से बुलाया और कहा- तुम रिंकी के पार्टनर बनो, मैं ज़रा वाशरूम होकर आता हूँ.
अब रिंकी प्रिंस के आगोश में थी.
प्रिंस ने उसे कस के चिपटा लिया था.
रिंकी कुछ असहज हुई तो दीपक ने मुस्कुरा कर वाशरूम की ओर रुख किया.
तब रिंकी ने भी सोचा कि जब दीपक को ही कोई ऐतराज नहीं है तो वह क्यों न मजे ले.
असल में प्रिंस ने पिछले तीन चार दिन से रिंकी के मन में यह बैठा दिया था कि दीपक उसकी बीवी रेखा पर निगाह रखता है.
जबकि ऐसा कुछ था नहीं.
तो अब जब दीपक वहां नहीं था, रिंकी और प्रिंस ज्यादा ही नजदीक आ गए.
प्रिंस ने अपने होंठ रिंकी के होंठों पर रख दिए.
रिंकी कसमसा गयी.
उसे प्रिंस का साथ बहुत अच्छा लग रहा था.
प्रिंस ने उसके कमर में हाथ डाला हुआ था और उसे अपने से और भींच लिया था.
ये सब दीपक वहीं एक और अँधेरे में खड़ा सब देख रहा था.
प्रिंस के लंड का उभार रिंकी की चूत पर पड़ रहा था.
अब प्रिंस ने रिंकी की फ्रोक को पीछे से उठाना शुरू किया.
रिंकी तो अब प्रिंस में डूब चुकी थी; उसकी फ्रॉक इतनी ऊपर उठ चुकी थी कि उसकी पतली सी पैंटी साफ़ नजर आ रही थी.
पैंटी तो रिंकी की गांड की दरार में घुसी हुई थी.
रिंकी का पिछवाडा हल्की रोशनी में भी चमक रहा था और प्रिंस के हाथ उन पर घूम रहे थे.
प्रिंस ने शायद रिंकी की चूत में भी उंगली करनी चाही पर रिंकी छिटक गयी.
उसने प्रिंस से कहा- पागल हो गए हो क्या? दीपक आता ही होगा.
प्रिंस ने उसकी कुछ नहीं सुनी और उसे दोबारा अपने से चिपका लिया और उसकी मम्मे दोनों हाथों से दबा लिए.
अब वह बेतहाशा रिंकी को चूम रहा था.
सच तो यह था कि रिंकी भी उसका साथ दे रही थी.
प्रिंस ने अब रिकी की चूत के उंगली घुसा दी थी.
दीपक को अब सामने आना ही पड़ा.
उसे देख कर रिंकी ने अपने को छुड़ाया और वाशरूम की ओर तेज चाल से चली गयी.
माहौल ऐसा था कि अगर दीपक एक बार भी हल्के से कहता कि चलो तीनों बेड पर चलें तो आज सब कुछ होकर ही रहता.
पर दीपक की फट रही थी.
दीपक रिंकी के पीछे पीछे वाशरूम में गया.
रिंकी दीवार से लग कर खड़ी हुई गहरी गहरी साँसें ले रही थी.
दीपक ने उससे पूछा- सेक्स करना है?
रिंकी कुछ नहीं बोली.
दीपक ने दोबारा पूछने का रिस्क नहीं लिया.
वरना रिंकी तो तैयार थी.
दीपक बाहर आया.
प्रिंस भी समझ गया कि जो आज होना था, वो हो चुका.
तो वह भी ‘चलता हूँ’ कह कर चला गया.
दीपक ने रिंकी को बुलाया और बेड पर ले चला.
रिंकी की साँसें चल रही थी.
दीपक ने उसकी फ्रॉक उतारी और चिपट गया उससे!
रिंकी की चूत तो पहले से ही पानी बहा रही थी.
तो रिंकी ने दीपक के ऊपर चढ़कर दमदार सेक्स किया.
सेक्स के दौरान और बाद में दोनों कुछ नहीं बोले.
पर सोने से पहले रिंकी ने दीपक से कहा- तुम आग भड़का देते हो और फिर पीछे हट जाते हो, देखना एक दिन पछताओगे.
अब अगले 3-4 दिन न तो रिंकी ने कोई फोन प्रिंस को किया न प्रिंस ने रिंकी को.
बल्कि जब भी दीपक ने उसे फोन किया तो प्रिंस ने जरूरी बात करके फोन काट दिया.
एक दिन उसके पिताजी ने उससे कहा कि कल एक टेंडर है तो उसे आज शाम की फ्लाइट से कोलकाता जाना है.
टेंडर अगले दिन सुबह था तो दोपहर बाद वह वापिस आ सकता था.
दीपक जाना तो नहीं चाहता था रिंकी को अकेला छोड़ कर … पर मजबूरी थी.
वह दोपहर को घर आया, बैग लिया और फिर वहीं से सीधा एयरपोर्ट चला गया.
वक्त की बात उसके ऑफिस से निकलते ही प्रिंस किसी काम से उसके ऑफिस आया तो वहां उसे मालूम पड़ा कि दीपक तो कल तक के लिए बाहर गया है.
प्रिंस ने शाम को रिंकी को फोन किया.
रिंकी ने उससे पूछा- क्या बात है, एक हफ्ते से कोई फोन नहीं?
प्रिंस ने पहले तो उससे पूछा- उस रात दीपक ने कुछ कहा तो नहीं?
रिंकी बोली- नहीं.
अब प्रिंस बोला- मैं रात को घर आऊंगा.
रिंकी ने साफ़ मना कर दिया कि दीपक के पीछे नहीं.
पर प्रिंस पीछे पड़ा रहा कि मैं तो आऊंगा, मेरा हक़ है. तुम आग लगा देती हो. दीपक भी खुली छूट देता है फिर मुझे भगा देते हो.
रिंकी बोली- तो अब आया ही मत करो.
पर प्रिंस अड़ा रहा- मैं रात को 9 बजे आऊंगा.
रिंकी बोली- रात को मम्मी यहाँ सोएंगी.
पर प्रिंस बोला- ठीक है, मैं फिर 10 बजे के बाद आऊंगा, वे तो 9 बजे सो जाती हैं.
रिंकी बोली- मैं गेट नहीं खोलूंगी.
प्रिंस बोला- तुम्हारी मर्जी, पर मैं दस बजे तुम्हारे फ्लैट के गेट पर खडा होऊंगा.
रिंकी जानती थी कि प्रिंस जिद्दी है.
पर वह खुद दीपक की हरकतों से नाराज थी.
दीपक आग तो लगा देता था, फिर पीछे हट जाता था.
रिंकी को कुलबुलाहट थी कि रात को प्रिंस आ गया तो … घर पर तो दीपक की मम्मी होंगी.
हालांकि प्रिंस की बात सही थी कि वे तो रात को 9 बजे सो जाती थीं.
पर फिर भी…
खैर रिंकी ने ‘रात की रात को देखेंगे’ सोच कर दिमाग नहीं लगाया.
उसने सोचा कि प्रिंस आ भी गया तो उसे एक दो मिनट में टरका देगी.
ज्यादा से ज्यादा हुआ तो वह चूमा चाटी करेगा, इससे ज्यादा कुछ हो भी नहीं सकता था.
और इतने में तो रिंकी को भी ऐतराज नहीं था.
प्यारे दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी फिंगरिंग Xxx पुसी का मजा कहानी?
मेरी मेल आई डी पर लिखें.
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फिंगरिंग Xxx पुसी का मजा कहानी का अगला भाग: बेवफाई की भी हद होती है- 4
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