मेरी मौसी ने मुझे चालू बनाया
(Desi Sexy Girls Chudai Story)
देसी सेक्सी गर्ल चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मेरी सगी मौसी ने मुझे लंड चूत की बातें सिखायी, मुझे पहला लंड दिलवाकर मेरी बुर की सील तुड़वाई.
लेखिका की पिछली कहानी: आओ मिलकर हम एक दूसरे की बीवी चोदें
मेरे दोस्तो, मैं आपको एक काल्पनिक कहानी सुना रही हूँ।
मेरा नाम रीमा है और मैं कोलकाता में रहती हूँ।
बंगाल की लड़कियां अपनी खूबसूरती के लिए बहुत मशहूर हैं।
इनके चेहरे गोल गोल, गाल फूले हुए और रंग गोरा होता है। इनकी चूचियाँ बड़ी बड़ी और सुडौल होती हैं। इनकी गांड थोड़ी उभरी हुई बड़ी सेक्सी दिखती है।
बंगाली लड़कियां लण्ड पकड़ने में, लण्ड चूसने और लण्ड पीने में बड़ी बेजोड़ होती हैं।
चुदवाने में सबसे ज्यादा हॉट बंगाली लड़कियां ही होती हैं।
इनके मुकाबले कोई और लड़की न तो लण्ड पी सकती है और न ही उतनी मस्ती से चुदवा सकती है।
मैं भी एक ऐसी ही बंगाली लड़की हूँ। लण्ड खूब पकड़ती हूँ, लण्ड खूब पीती हूँ, लण्ड खूब अपनी बुर में पेलवाती हूँ और पूरा मज़ा लेती हूँ.
बंगाली लड़कियां गालियां देने में भी सबसे आगे रहती हैं। मैं भी मादरचोद खूब गालियां बकती हूँ; सबकी माँ बहन चोदती हूँ और किसी की भी गांड मारने में कभी देर नहीं लगाती!
मेरी एक मौसी है रूपाली … वह भी मेरी ही तरह खूब सूरत और मस्त लड़की है। वो मुझसे केवल दो साल ही बड़ी है और लण्ड पकड़ने में मुझसे भी ज्यादा तेज है।
मुझे लण्ड पकड़ना उसने ही सिखाया और चुदवाना भी!
अब तो मैं उसकी चूत में डिल्डो पेलती हूँ और वह मेरी चूत में डिल्डो पेलती है।
यह उन दिनों की बात है जब मैं 19 साल की थी और वह 21 साल की।
खूबसूरत मैं भी थी और वह भी!
उसकी भी चूचियाँ बड़ी बड़ी थीं और मेरी भी.
मैं भी चंचल स्वाभाव की हूँ और वह भी चंचल स्वाभाव की।
हंसी मजाक, गन्दी बातें, गंदे चुटकुले उसे भी खूब अच्छे लगते हैं और मुझे भी!
न मैं उससे कम हूँ और न वह मुझसे कम!
एक दिन मजाक मजाक में उसने कह दिया- रीमा, तू बुर चोदी आजकल बहुत उड़ रही है।
मैंने कहा- उड़ तो तू रही है भोसड़ी वाली रूपाली मौसी!
वह बोली- अच्छा तू मुझसे जबान लड़ा रही है. तेरी माँ का भोसड़ा!
मैंने कहा- जबान तो तू लड़ा रही है, मौसी. तेरी बहन की फुद्दी!
वह बोली- मैं किसी दिन तेरी माँ चोद दूँगी!
मैंने कहा- मैं किसी दिन तेरी झांटें उखाड़ लूंगी, रूपाली मौसी!
वह बोली- मेरी झांटें तो हैं ही नहीं … तू उखाड़ेगी क्या? बाबा जी का लण्ड? ले देख हैं कहीं मेरी झांटें?
उसने अपना पेटीकोट उठा के मुझे अपनी चूत दिखा दी।
मैंने कहा- अरे वाकयी तेरी तो झांटें हैं ही नहीं … कब बनाई तूने अपनी झांटें?
वह बोली- बनाई नहीं हैं, बनवाई है अपनी झांटें।
मैंने पूंछा- कहाँ से और किससे बनवाई?
वह बोली- पॉर्लर में एक लड़के से बनवाई अपनी झांटें।
मैंने कहा- हाय दईया, वहां क्या झांटें भी बनाई जातीं हैं मौसी?
वह बोली- हां बिलकुल बनाई जाती हैं। अगर तेरी झांटें बड़ी बड़ी हो गईं हैं तो चल मेरे साथ मैं तेरी झांटें बनवा देती हूँ।
मैं उसी दिन उसके साथ ब्यूटी पार्लर चली गयी।
मौसी ने वहां सीधे मैंनेजर जो एक लेडी थी उससे कहा- हमें अपनी झांटें बनवानी हैं।
उसने हमें अंदर जाने का इशारा किया।
हम देसी सेक्सी गर्ल्ज़ जैसे ही अंदर घुसी तो एक लड़की आई और बोली- हां मेम, बताइये क्या सेवा करूं आपकी?
मौसी ने कहा- हमें लड़कों से अपनी झांटें बनवानी हैं।
उसने पूछा- अकेले में बनवाओगी या सबके साथ एकदम खुल कर?
मौसी ने कहा- सबके साथ एकदम खुल कर!
बस उसने इंतज़ाम किया और हम दोनों को अगल बगल लिटा दिया।
इतने में दो लड़के आ गए।
वो एकदम नंगे बदन थे, बस एक एक तौलिया लपेटे हुए थे।
एक लड़का मौसी के कपड़े उतारने लगा और दूसरा मेरे कपड़े।
पहले मौसी एकदम नंगी हो गयी और फिर मैं भी नंगी हो गयी।
हमारे सामने कई लड़कियां नंगी नंगी अपनी अपनी झांटें बनवा रहीं थीं।
मैं सबको देख भी रही थी।
मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था।
अचानक मौसी ने एक लड़के की तौलिया खींच लिया तो वह भी सबके आगे एकदम नंगा हो गया।
उसका चिकना लौड़ा और चिकने पेल्हड़ देख कर मेरे बदन में बहनचोद आग लग गयी … मेरी चूत धधकने लगी.
फिर मैंने भी दूसरे लड़के का तौलिया खींच लिया।
वह भी नंगा हो गया।
मैं उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
वह मेरी झांटों पर उंगलियां फिराने लगा।
मौसी भी अपने पास वाले लड़के का लण्ड पकड़ कर मस्ती से हिलाने लगी उसे चूमने चाटने लगी।
वह लड़का मौसी की बहुत ही छोटी छोटी झांटें देख कर बोला- मेम आपकी झांटें बहुत छोटी हैं फिर भी आप साफ़ करवाएंगी?
वह बोली- हां करवाऊंगी।
इधर मुझे लण्ड पर प्यार आ गया और मैं उसे चूमने और चाटने लगी, पेल्हड़ भी प्यार से सहलाने लगी।
मैं जिस तरह लण्ड को पकड़े हुए थी, शायद वह सही तरीका नहीं था तो मौसी ने कहा- अरे ऐसे नहीं रीमा, ऐसे पकड़ो लण्ड जैसे मैं पकड़ रही हूँ।
उस दिन मैंने मौसी से लण्ड पकड़ना सीखा।
फिर उस लड़के ने मेरी झांटें बड़े प्यार से बनाना शुरू किया और मैं उसका लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी।
मौसी भी लण्ड चूस रही थी।
उसने मुझे इशारा किया कि जैसे मैं लण्ड चूस रही हूँ वैसे तुम भी चूसो।
मैं भी वैसे ही चूसने लगी।
मुझे सच में बड़ा मज़ा आ रहा था।
मैं हर पल मस्त हुई जा रही थी।
कुछ देर में मौसी ने मेरे साथ लण्ड की अदला बदली कर ली।
मैं उसका लण्ड चूसने लगी और वह मेरा लण्ड।
झांटें जब पूरी तरह बन गईं तो चूत एकदम साफ़ हो गई, चूत ऐसी चिकनी हो गयी कि ऐसा लगा कि इसमें कभी झांटें थी ही नहीं।
आखिर में मौसी ने कहा- देखो रीमा, अब तुम लण्ड का सड़का मारो और सड़का मार कर लण्ड पियो जैसे मैं सड़का मार रही हूँ।
फिर जैसे जैसे मौसी लण्ड का सड़का मारने लगी, वैसे वैसे मैं भी मारने लगी सड़का!
कुछ देर में जब लण्ड झड़ने लगा तो मैंने वैसे ही लण्ड पिया और चाटा जैसे मेरी मौसी झड़ता हुआ लण्ड पी रही थी और उसे प्यार से चाट भी रही थीं।
हम जब घर वापस आ गयी तो मैंने कहा- भोसड़ी की मौसी, तूने मुझे लण्ड पिला कर मेरी प्यास और बढ़ा दी यार! मुझे मेरी चूत में भी लण्ड चाहिए मेरी बुरचोदी रूपाली मौसी।
वह बोली- लण्ड मुझे भी चाहिए मेरी भोसड़ी वाली रीमा! थोड़ा रुक मैं कुछ करती हूँ।
मौसी ने फोन लगाया और किसी से कहा- यार सपना, आज मुझे लण्ड की सख़्त जरुरत है। तू कुछ कर सकती है मेरे लिये?
उधर से आवाज़ आई- हां कर तो सकती हूँ. पर मुझे आधे घंटे का समय तो दो। मैं तुझे वापस फोन करती हूँ।
बस आधे घंटे में ही मौसी का फोन घनघना उठा।
उसने कहा- हां ले भोसड़ी वाली रूपाली, मैं तेरे लिए एक नहीं दो लण्ड भेज रही हूँ। उनका कोड है ‘घंटा’. एक का नाम है अमित और दूसरे का सुमित। दोनों दोस्त हैं और चुदाई का काम बाखूबी करते हैं। बस अभी वो एक घंटे के अंदर ही तेरे पास पहुँच जायेंगे।
हम दोनों बड़ी बेक़रारी से उनका इंतज़ार करने लगी और इसी बीच हमने चुदाई का सारा इंतज़ाम भी कर लिया।
वो दोनों समय पर आ गए।
मौसी ने उनसे कोड पूछ कर दोनों को अंदर बैठाया और मुझसे मिलवाया।
मुझे दोनों लड़के पसंद आ गए।
वो हैंडसम भी थे और स्मार्ट भी … गोरे चिट्टे भी थे और तगड़े तंदरुस्त भी।
मैंने मन में कहा कि अगर इनके लण्ड भी ऐसे ही गोरे गोरे और मोटे तगड़े होंगें तो मज़ा आ जायेगा.
अंदर जाकर मैंने मौसी से कहा- यार माल तो बहुत अच्छा लग रहा है. अब इनके लंड भी अच्छे हों तो मज़ा आ जायेगा।
वह बोली- थोड़ा धीरज रख … लंड भी अच्छा ही होगा। तू ड्रिंक्स का सेट लगा दे जल्दी से।
मैंने फ़ौरन सेट लगा दिया और फिर हम चारों शराब पीने लगे।
हम दोनों ने सिर्फ एक गाउन पहन रखा था जिसमें बटन नहीं फीता लगा था।
नीचे न मैंने कुछ पहना था और न मौसी ने।
हम दोनों बीच बीच में अपनी अपनी चूचियों की झलक भी उन्हें दिखाने लगी थीं।
मौसी ने पूछा- तुम लोग सपना को कितने दिनों से जानते हो और कैसे जानते हो?
अमित बोला- वह मेरी भाभी जी की फ्रैंड है। भाभी से मेरे शारीरिक सम्बन्ध हैं। भाभी जी ने ही एक दिन मेरा लण्ड उसे पकड़ा दिया था और फिर मैंने एक दिन उसे सुमित से मिलवाया तो उसने इसका भी लण्ड पकड़ लिया। फिर क्या तब से हम दोनों उसकी बुर लेने लगे और वह मजे से देने लगी अपनी चूत! सपना बहुत ही मस्त लड़की है और बड़ा मज़ा देती है। खूब सारी प्यारी प्यारी बातें करती हैं और खुल कर चुदवाती है।
उसकी बातों ने हमारी उत्तेजना और बढ़ा दी।
मौसी ने अपना हाथ अमित के लण्ड पर रख दिया और मैंने भी अपना हाथ सुमित के लण्ड पर रख कर दबा दिया।
मेरे मुंह से निकला- अब इसके दर्शन कराओ न मुझे जल्दी से!
मैं उसकी पैंट खोलने लगी और मौसी अमित की पैंट।
तब तक हम लोग एक एक पैग शराब पी चुके थे, दूसरा चालू हो गया था।
ऐसा करते करते हम दोनों के गाउन के फीते अपने आप खुल गए थे तो हमारी चूचियाँ बहन चोद नंगी गई थीं।
उन दोनों की निगाहें उन पर टिक गईं।
मौसी ने बड़ी बेशर्मी से अमित का लण्ड नंगा कर दिया और फिर मैंने भी सुमित का लण्ड बाहर निकाल लिया।
मैंने कहा- हाय दईया क्या मस्त लौड़ा है यार! कितना प्यारा है लौड़ा!
मौसी बोली- हां रीमा, देख कितना खूबसूरत है लौड़ा … कितना मोटा और कितना मादरचोद है लौड़ा. बिना पूछे ही चूत में घुसने के लिए तैयार हो गया है लौड़ा!
मैंने कहा- मौसी जी, चूत क्या … हर जगह घुस जायेगा ये भोसड़ी का लौड़ा!
फिर मैं सुमित का लण्ड चाटने लगी और मौसी अमित का लण्ड।
मौसी अपना गाउन फेंक कर नंगी हो गयी तो मैं भी अपना गाउन फेंक कर नंगी हो गयी।
इधर हम दोनों नंगी उधर वो दोनों नंगे।
मैं सुमित का लण्ड चूसने लगी तो मौसी अमित का लण्ड।
अमित मेरी बुर चाटने लगा तो सुमित मौसी की बुर।
न हम लोगों की चूत में कोई झांट और उन लोगों के लण्ड पर कोई झांट!
मैं लण्ड से खेलने लगी और मौसी भी।
मौसी बोली- मज़ा आ रहा है न, भोसड़ी की रीमा? मैं किसी दिन यही लौड़ा तेरी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी।
मैंने कहा- हां मौसी बड़ा मज़ा रहा है। मैं तो अभी आज ही ये लौड़ा अपनी माँ की बहन की बुर में पेलूँगी। मेरी माँ की बहन बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ है रूपाली मौसी!
मौसी बोली- तेरी माँ का भोसड़ा … तेरी माँ की बिटिया की बुर! आज मैं तेरी बुर में लण्ड पेल पेल कर मज़ा करूंगी, हरामजादी रीमा.
माहौल बहुत ज्यादा गरम हो चुका था।
कुछ देर में सुमित ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया।
लण्ड घुसा तो मेरे मुंह से आह निकला और बोली- उई माँ …मर गई मैं …फट गई मेरी बुर मौसी! तूने पहले क्यों नहीं बताया की लण्ड घुसाने में इतना दर्द होता है। हाय रे मेरी तो जान निकल गयी।
मौसी बोली- अभी तो तू बहुत चहक रही थी, अब तेरी गांड फटी जा रही है? इधर देख मेरी बुर चोदी रीमा जैसे जैसे मैं चुदवा रही हूँ वैसे वैसे तू भी चुदवा! जैसे मैं अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही हूँ वैसे तू भी गांड उठा उठा के चुदवा। मुझसे सीख ले बुर चुदाना … नहीं तो तेरा पति तेरी गांड पर लात मार कर निकाल देगा। जो बीवी अच्छी तरह अपनी बुर चुदवाना नहीं जानती वह भोसड़ी वाली क्या करेगी?
फिर मैं सच में अपनी मौसी को देख देख कर चुदवाने लगी, उससे बुर चुदवाना, चूची चुदवाना सब सीखने लगी।
वह भी कभी मेरी बुर, कभी मेरी गांड, कभी मेरी चूची पकड़ पकड़ कर मुझे चुदवाना सिखाने लगी और मैं सीख भी गयी।
सुमित ने भी खूब मन लगाकर मुझे चोदा।
अमित भी खूब मस्ती से मौसी की बुर ले रहा था।
मैंने पूछा- तुम लोग क्या इसी तरह सपना की बुर चोदते हो?
सुमित बोला- हां वह तो बहुत बड़ी चुदक्कड़ है। उसे चोदने में मज़ा आता है। वह बुर चोदी कई लोगों से चुदवाती है। होटलों में जा जा कर विदेशी लण्ड से चुदवाती है। उसको विदेशी काले लण्ड बहुत पसंद हैं।
मौसी ने पूछा- अमित, तुम बताओ तुमने कितनी लडकियों की बुर ली है अब तक?
वह बोला- चोदा तो कई लड़कियों को है पर कितनी चोदा है वो तो याद नहीं। पर हां 50-60 लड़कियों की बुर चोदी जरूर है और दो लड़कियों की माँ का भोसड़ा चोदा है।
मैंने कहा- लड़कियों की माँ कैसे चोदा तूने?
वह बोला- वो लड़कियां खुद अपनी माँ को लेकर मेरे घर आईं थी और कहा कि यार अब तुम मेरे सामने मेरी माँ चोदो तो मैंने उसकी माँ चोदा। फिर उसकी माँ बोली अब तुम मेरे सामने मेरी बेटी चोदो तो मैंने उसकी बेटी चोदा। उस दिन मुझे मालूम हुआ कि लड़कियां और औरतें चुदाई में किसी भी हद तक जा सकतीं हैं. इन मादरचोद बुर चोदियों को कोई शर्म नहीं आती … न माँ चुदाने में और न बेटी चुदाने में!
ये सब बातें हो ही रहीं थी कि मौसी ने अमित का लौड़ा मेरी बुर में पेल दिया तो मैंने सुमित का लौड़ा मौसी की बुर में घुसा दिया।
फिर हम दोनों ने खूब मजे से चुदवाया और झड़ते हुए लण्ड चाटे।
एक दिन मौसी की शादी अरुण नाम के लड़के से हो गयी और उसके 3 महीने मेरी भी शादी रोहित नाम के लड़के से हो गयी।
हम दोनों अपनी अपनी ससुराल चली गईं।
कई महीने तक हमारी बातचीत जरूर होती रही पर कभी मुलाक़ात नहीं हुई।
एक दिन ऐसा मौक़ा आया कि हम दोनों एक ही फंक्शन में मिलीं वह भी अपने अपने हसबैंड के साथ।
मैंने उसके पति को उसकी शादी के बाद पहली बार देखा और उसने मेरे पति को मेरी शादी के बाद पहली बार देखा।
वो दोनों हसबैंड भी एक दूसरे से मिले और खूब बातें की। दोनों की दोस्ती भी हो गयी।
जब फंक्शन ख़तम हुआ तो मैं मौसी को अपने घर ले आई।
मैं अरुण मौसा से बहुत प्रभावित थी।
वह बड़ा हैंडसम और स्मार्ट आदमी था।
मैंने मन में कहा जब मैं मौसी को नंगी देख चुकी हूँ, उसकी बुर देख चुकी हूँ तो मौसा को भी किसी दिन नंगा देखूंगी। उसका लण्ड देखूंगी.
मौसी भी मेरे पति की तरफ आकर्षित हो गईं। उसके मन में आया कि जब मैं रीमा के पति का लण्ड अपनी बुर में क्यों न पेलूं? मैं तो पेलूँगी।
शाम को मैंने मौसी से कहा- यार, आज मैं तेरे पति का लण्ड पियूँगी।
वह बोली- मैं भी तेरे पति का लण्ड पियूँगी. इसीलिए मैं तेरे घर आई हूँ। आज रात को मेरा पति तुझे चोदेगा और तेरा पति मुझे चोदेगा। मैंने अपने पति को खुलकर बता दिया है। वह तेरी बुर लेने को तैयार है रीमा! अब तुम भी अपने पति को खुल कर बता कर लो कि क्या वह मुझे चोदने के लिए तैयार है?
मैं गयी और अपने पति से खूब हंस हंस कर बात करने लगी।
मेरे कुछ बोलने के पहले ही वह बोला- तेरी मौसी तो बड़ी हसीन है, बड़ी हॉट है और बड़ी मस्त है रीमा।
मैंने कहा- तो क्या तुम मेरी मौसी की बुर चोदोगे?
वह बोला- मिल जाएगी तो जरूर चोदूंगा।
मैंने कहा- इसके लिए तुमको अपनी बीवी की बुर उसके पति से चुदानी पड़ेगी?
वह बोला- अगर वह अपनी बीवी की बुर मुझसे चुदायेगा तो मैं भी अपनी बीवी की बुर उससे चुदवा लूंगा।
मैंने कहा- तो फिर आज रात को तैयार रहना, वह तेरी बीवी चोदेगा, तुम उसकी बीवी चोदना!
मैंने सारी बातें मौसी को बता दीं तो बहुत खुश हुई।
शाम को सब लोग इकठ्ठा हो गए और मैंने ड्रिंक्स शुरू कर दी।
मौसी भी शराब मजे से पीती हैं और मैं भी।
मौसा और मेरा पति भी मस्ती से शराब पीने लगा।
इतने में मेरा पति रोहित बोला- यार देखो रीमा, तुम और तेरी मौसी लगभग एक ही उम्र की हो. और हम जो खेल खेलने जा रहे हैं, उसमें इस तरह के रिश्ते की कोई जरूरत नहीं है। इसलिए मैं तो रूपाली को मौसी न कह कर भाभी कहूंगा।
अरुण तुरंत बोला- हां यार रोहित, तुमने बिल्कुल ठीक कहा. मैं भी तेरी बीवी को रीमा भाभी कहूंगा।
इस तरह मैं मौसा की भाभी हो गयी और मौसी मेरे पति की भाभी हो गयी।
रोहित ने फिर हाथ आगे बढ़ाया और मौसी के गले में हाथ डाल कर उसकी चुम्मी ले ली।
वह बोला- रूपाली भाभी, तुम बहुत हॉट हो। बहुत खूबसूरत हो, तुम्हें पहली बार जब देखा था तो मेरा मन डोल गया था।
उसका पति अरुण बोला- हाय मेरी रीमा भाभी, तुम तो एकदम रस मलाई हो मेरे लिए। अब जल्दी से अपने कपड़े उतारो न प्लीज! मैं तुम्हें न्यूड देखना चाहता हूँ।
फिर क्या मैं भी नंगी हो गयी और वह भी।
मैं उसके पति को नंगा करने लगी और वह मेरे पति को।
बस दो मिनट में वो दोनों भी नंगे हो गए।
मैंने उसके पति के लण्ड का दर्शन किया उसने मेरे पति के लण्ड का दर्शन किया।
वह बोली- हाय रीमा, क्या मस्त लौड़ा है तेरे पति का! मज़ा आ गया।
मैंने भी कहा- वॉव क्या जबरदस्त लौड़ा है तेरा भोसड़ी के अरुण! आज तो तेरा लण्ड तेरी भाभी की बुर का भोसड़ा बना देगा।
मैं नंगी नंगी उसके पति का लण्ड चाटने लगी और वह नंगी नंगी मेरे पति का लण्ड चाटने लगी।
कुछ देर बाद उसके पति अरुण ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और चोदने लगा।
उधर मेरे पति ने मौसी की बुर में लण्ड पेल दिया और चोदने लगा।
वह बोला- हाय रूपाली भाभी, तेरी बुर बड़ी टाइट भी है और मक्खन मलाई जैसी भी है। आज मुझे बुर चोदने का असली मज़ा आ रहा है।
उसका पति मुझे चोदते हुए बोला- हाय मेरी रीमा भाभी, तेरी जैसी मस्तानी चूत तो मैंने पहले कभी चोदी ही नहीं! क्या गज़ब का मज़ा दे रही है बहनचोद तेरी बुर भाभी जी! अब तो मैं तुम्हें अपनी बीवी समझ कर खूब चोदा करूंगा।
मैंने कहा- अरे मेरे देवर राजा मैं तेरी बीवी ही हूँ। मुझे खूब चोदो, दिन रात चोदो, फाड़ डालो मेरी बुर, मैं पूरी की पूरी तेरी हूँ, तेरे लण्ड के लिए हूँ। तेरा लण्ड मेरी बुर में घुसने के पहले मेरे दिल में घुस चुका है मेरे राजा।
इस तरह हम दोनों ने एक दूसरे के पति से रात में 3- 3 बार चुदवाया और जब सवेरे उठे तो एक बार फिर चुदवाया।
कैसी लगी यह देसी सेक्सी गर्ल चुदाई स्टोरी?
[email protected]
What did you think of this story??
Comments