स्कूल टीचर का प्यार मिला जिस्म के साथ- 1

(Cute Teacher Love and Lust)

क्यूट टीचर लव लस्ट कहानी में एक नई जवान टीचर हमारी क्लास में आई. मैं तो उसका दीवाना हो गया. फिर स्कूल छोड़ने के बाद मेरी उससे दोस्ती हो गयी. हम बातें करने लगे.

यह बात तब की है ज़ब मैं 12वीं क्लास में था.

पिछली क्लास में हमारी इंग्लिश की टीचर थी एक बूढी मैम.
क्या तो उसने पढ़ाना था और क्या हमने पढ़ना था … बस जैसे तैसे करके हम पास हुए थे.

और यह बात हमारी प्रिंसिपल को पता थी तो उन्होंने नई क्लास में हमारी टीचर बदल दी.
और हमारी नयी टीचर आयी शिप्रा मैम।

क्या लगती थी वह यार … एकदम मस्त फिगर … गोल गोल चूचे, मस्त गांड और पतली कमर! उसके होंठ के ऊपर प्यारा सा तिल था जो उसकी ख़ूबसूरती को और ज्यादा बढ़ाता था।

ज़ब वह पहली बार क्लास में आयी मैं तो तभी से उसका दीवाना हो गया था.
पर कर भी क्या सकते थे उसे देख के मुठ मारने के अलावा!
ज़ब वह क्लास में आती सब लड़के चुपचाप उसे देखते रहते और वह पढ़ा के चली जाती थी।

ऐसे ही मैम को देखते देखते इंटरनल एग्जाम आ गए और पूरी क्लास में मेरे सबसे ज्यादा मार्क्स आये इंग्लिश में!
मेरी तारीफ हुई और शिप्रा मैम की भी तारीफ हुई.
मैम ने मुझसे हाथ मिला के मुझे बधाई दी।

मैं तो मैम के हाथ मिलाने से ही खुश हो गया और उस दिन उसी हाथ से मैंने 3 बार मैम को सोच के मुठ मारी।
बस मैं दीवाना था शिप्रा मैम का … यार!

उसकी स्माइल, उसका फिगर, उसके मस्त चूचे … बस यही घूमता रहता था दिमाग में मेरे हर टाइम!

अब बस मजेदार दिन कट रहे थे, शिप्रा मैम पढ़ाती थी और हम उनको देखते हुए पढ़ रहे थे।

उस टाइम मोबाइल नये नये आये थे तो मैंने भी घर वालों से ज़िद करके मोबाइल ले लिया था।

थोड़े दिन में ही मैं मोबाइल स्कूल में ले जाने लगा तो मुझे गेम खेलने की आदत पड़ गयी।

एक दिन मैं शिप्रा मैम के पीरियड में गेम खेल रहा था तो उन्होंने देख लिया.
शिप्रा ने मेरा मोबाइल ले लिया और कहा- स्टाफ रूम में आकर ले जाना।

मैं डरते डरते स्टाफ रूम पहुंचा.
तो वहां मैम अकेली थी.

उन्होंने पहले मुझे डांटा, फिर प्यार से समझाया- तुम अच्छे स्टूडेंट हो. ऐसे करोगे तो बढ़िया मार्क्स नहीं ला पाओगे।
मैंने मैम को प्रॉमिस किया- मैं सबसे अच्छे मार्क्स लेकर आऊंगा क्लास में!
तो मैम बोली- अगर तुम सबसे अच्छे मार्क्स लेकर आओगे तो तुम्हें मैं गिफ्ट दूंगी!

फिर उन्होंने मोबाइल वापस कर दिया।
मैंने भी सोच लिया था कि स्कूल में सबसे अच्छे नंबर मैं ही लाऊंगा.

और फिर आये भी!
मेरे 97 मार्क्स आये … पूरे स्कूल में सबसे ज्यादा!

पर तब तक मैं शिप्रा मैम की गिफ्ट वाली बात भूल गया था।

रिजल्ट के बाद मैंने कॉलेज में अड्मिशन ले लिया।

एक दिन मेरे मोबाइल पर अननोन नंबर से मैसेज आया- हेलो सुमित, हाउ आर यू?
मैं- हेलो, आई ऍम फाइन! यू टेल?

“आई ऍम आल्सो गुड. हाउ इस लाइफ गोइंग ऑन?”
मैं- लाइफ इस गुड. मे आई नो हु आर यू?
“शिप्रा दिस साइड सुमित!”

मैं- ओह हेलो शिप्रा मैम!
शिप्रा- अब मैं तुम्हारी मैम नहीं हूँ सुमित!
मैं- लेकिन स्कूल में थी ना!

शिप्रा- तब थी. अब तुम कॉलेज में हो।
मैं- आपकी वजह से मैम … आपने इतना अच्छा पढ़ाया, तभी मैं इस कॉलेज में अड्मिशन ले सका।
शिप्रा- नहीं, ये सब तुम्हारी मेहनत का फल है।
मैं- आपका बड़प्पन है मैम. क्या हम बाद में बात करें मैम, मेरा लेक्चर है अभी!

फिर मैं बिजी हो गया और फिर शनिवार को मैं घर आ गया.

और रात को मैं ऐसे ही मोबाइल पर गेम खेल रहा था तो शिप्रा मैम का मैसेज आया- हेलो सुमित!
मैं- हेलो मैम, कैसी हो?
शिप्रा- मुझे मैम ना कहो सुमित।

मैं- तो मैं आपको क्या कह कर बुलाऊँ?
शिप्रा- तुम मुझे शिप्रा कह सकते हो या मेरा घर का नाम शिपि!

मैं- अजीब लगेगा शिप्रा बोलते हुए मैम!
शिप्रा- अगर तुम मुझे शिप्रा बुलाओगे तो मुझ्र अच्छा लगेगा।

मैं खुश हो गया कि क्या बात है यार … मैम तो ज्यादा ही फ्रेंडली हो रही है।

शिप्रा- तो क्या कर रहे थे?
मैं- मोबाइल में गेम खेल रहा था।

शिप्रा- अब बड़े हो गए हो. मोबाइल की गेम्स खेलने की उम्र गयी अब!
मैं- आई लव प्लेइंग गेम्स यार!

शिप्रा- ओहो … अभी तो शिप्रा बोलना अजीब लग रहा था, अब यार बोल रहे हो।
मैं- सॉरी, वह गलती से फ्लो में टाइप हो गया।
शिप्रा- डोंट बी सॉरी यार … आई लाइक इट. एट लीस्ट तुम थोड़े फ्रैंक तो हुए!

मैं- तो अभी भी स्कूल टीचर हो?
शिप्रा- यस आई लव टीचिंग।

मैं- ओके गुड और कुछ बताओ।
शिप्रा- कुछ ख़ास नहीं …बस चल रहा है. तुम बताओ?
मैं- कुछ नहीं तुम्हारे जैसे ही!
शिप्रा- ओके तो करते है बात जल्दी!
मैं- ओके गुड नाईट।

ऐसे ही चलता रहा, थोड़े दिन बात होती रही.

फिर एक दीजिये मेरा मूड थोड़ा ख़राब था तो मैंने दारू पी ली और घर पर मैं अपने रूम में था.

तभी शिप्रा का मैसेज आया- हेलो, हाउ आर यू?
मैं- मैं ठीक नहीं हूं, कृपया हम सुबह बात करेंगे।
शिप्रा- ठीक है. लेकिन एक दोस्त के रूप में क्या मैं पूछ सकती हूं कि क्या ठीक नहीं है?
मैं- नो प्लीज!

शिप्रा- ओके, अभी तुम ठीक नहीं हो, सुबह बात करेंगे. पर अगर तुम्हें बात करनी हो तो मैं हमेशा अवेलेबल हूँ. कभी भी बात कर सकते हो।

मैंने यह मैसेज नहीं पढ़ा और मैं सो गया.
रात को 3 बजे मेरी नींद जल्दी खुल गयी और मैंने उसका मैसेज पढ़ा.

और पता नहीं क्यों मैंने रिप्लाई कर दिया- क्या हम बात कर सकते हैं?
मैंने सोचा कि शिप्रा सो रही होंगी पर उसका एकदम रिप्लाई आ गया।
शिप्रा- यस, हम बात कर सकते हैं. बोलो?

मैं- आप इस टाइम तक जगी हो यार? मैंने तो ऐसे ही मैसेज किया था, नींद खुल गयी थी।
शिप्रा- मैं जगी हुई थी तुम्हारे लिए वरिड थी।

मैं- सॉरी, मैंने थोड़ी पी हुई थी इसलिए थोड़ा रयूडली बात की. आई ऍम सॉरी।
शिप्रा- ठीक हो अब?
मैं- हाँ ठीक हूँ।

शिप्रा- पूछ सकती हूँ क्या हुआ?
मैं- बस कॉलेज में फ्रेंड से लड़ाई हो गयी थी।
शिप्रा- फ्रेंड या गर्लफ्रेंड?
मैं- फ्रेंड से यार … मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है।

शिप्रा- तो इसका मतलब पियोगे?
मैं- मन किया तो पी ली।

शिप्रा- तुम भी अजीब हो. लोग तो पीकर रोमांटिक होते हैं, तुम रयूड हो गए।
मैं- सॉरी ना यार!
शिप्रा- कोई बात नहीं, अब ठीक हो ना!
मैं- हाँ ठीक हूँ. उतर गया नशा. और थैंक यू।

शिप्रा- थैंक यू क्यों?
मैं- मुझे इस टाइम सच में बात करने का मन था।
शिप्रा- नो नीड टू थैंक्स. आई ऍम ऑलवेज अवेलेबल फॉर यू!
मैं- आई नो … इसलिए मैसेज किया इस टाइम!
शिप्रा- तुम कभी भी मैसेज कर सकते हो।
मैं- 😘😘😘
शिप्रा- 🥰🥰🥰

मैं- सॉरी गलती से किस इमोजी भेज दी, थैंक्स की भेजनी थी।
शिप्रा- कोई बात नहीं, फ्रेंड्स में चलता है।
मैं- थैंक यू फॉर बीइंग हेर फॉर मी. आई रियली नीड समवन विद मी नाउ!
शिप्रा- आई ऍम ऑलवेज बी विद यू!

मैं- कुछ और बात करते हैं।
शिप्रा- हाँ … अपने बारे में कुछ कहो!

मैंने इतनी देर में फेसबुक से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी और उससे कहा- पढ़ लो अबाउट मी।
उसने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की।

शिप्रा- तुम बदल गए हो बड़े … और बॉडी फिट हो गयी है तुम्हारी!

मैंने उसकी फोटोज ढूंढी.
पर उसने कोई फोटो नहीं डाली थी तो मैंने पूछ लिया- तुमने नहीं डाली कोई फोटो?
शिप्रा- नहीं, मुझे पसंद नहीं फेसबुक पर फोटो डालना।
मैं- ओके.

शिप्रा- मैं चाहती हूँ कि बस मेरे दोस्त और मेरे करीब के लोग ही देख सकें मेरी फोटो!
मैं- ओके तो मतलब मेरा तो कोई चांस ही नहीं है?

शिप्रा ने मुझे अपनी काफ़ी सारी फोटो भेजी।
मेरा तो लण्ड खड़ा हो गया उसकी फोटो देख के!
पहले से ज्यादा मस्त फिगर मोटे चूचे, मस्त गांड और पहले से तो बहुत ज्यादा खूबसूरत!

शिप्रा- तुम करीबी दोस्त हो।
मैं- पहले से भी ज्यादा सुन्दर हो गयी हो आप!
शिप्रा- मेरे करीबी दोस्त मुझे आप नहीं बोलते. तुम यार बोलो, ज्यादा अच्छा लगता है।
मैं- यार, पहले से ज्यादा सुन्दर हो गयी हो।
शिप्रा- तुम भी तो ड्यूड हो गए हो अब!

मैं- एक बात पूछूँ? व्हाट् इस योर ऐज?
शिप्रा- लड़कियों से उनकी उम्र नहीं पूछते।
मैं- हाँ, पर दोस्त से तो पूछ सकते हैं।

शिप्रा- तुमसे 3 साल बड़ी हूँ।

मैं- तब तो सेम ऐज की हो कॉलेज में होती तो!
शिप्रा- तो?
मैं- कुछ नहीं … छोड़ो।
शिप्रा- नहीं नहीं बताओ, कॉलेज में होती तो?
मैं- नहीं, प्लीज कुछ नहीं।
शिप्रा- प्लीज बताओ यार मुझसे क्या शर्म?
मैं- नहीं प्लीज।

शिप्रा- प्लीज बताओ ना कॉलेज में होती तो?
मैं- तो सीनियर को तो पटा ही सकते हैं. 3 साल का ऐज गैप कुछ नहीं होता।

शिप्रा- अच्छा जी, ख्वाब देखने छोड़ दो, सीनियर को पटाना मुश्किल होता है।
मैं- यू आर माय सीनियर राइट नाउ!

शिप्रा- ऐसा कुछ नहीं है. समझे ना … हम बस दोस्त हैं।
मैं- हाँ करीबी दोस्त!

शिप्रा- अब मूड ठीक है?
मैं- हाँ बिल्कुल बात करके मस्त हो गया मूड।

शिप्रा- अब सोने का क्या विचार है।
मैं- ट्रॉय कर सकते हैं।
शिप्रा- ओके गुड नाईट बट इफ यू नीड मी आई ऍम हेर फॉर यू!
मैं- आई नो गुड नाईट।
शिप्रा- गुड नाईट।

अब ऐसे ही हमारा चलता रहा काफ़ी दिन!
सुबह उठते ही गुड मॉर्निंग और रात को लेट नाईट तक बातें।

हम एक दूसरे को पसंद करने लगे थे पर कह नहीं पर रहे थे।
मेरी भावनाएं क्यूट टीचर के प्रति लव लस्ट की थी.

डायरेक्ट हमने एक दो बार मिलने का प्रोग्राम बनाया और मिले भी.
उसका मस्त फिगर देख के मेरा हर बार खड़ा हो जाता था.
हम ऐसे मिलते जैसे लवर हों।

एक शहर में रहते थे तो मिलने का लफड़ा भी नहीं था।

वह अपनी दीदी के साथ रहती थी यहाँ पर उसकी दीदी ज्यादातर बाहर ही रहती थी जॉब की वजह से महीने में एक दो दिन के लिए ही आती थी.
मैं गया था एक दो बार उसके घर भी!

वह शॉपिंग जाती तो मुझे दिखा के ड्रेस लेती और मैं भी!
फिर हम फ़ोन पर भी बातें करने लगे रात को लेट तक!

एक दिन मैं अपने कमरे में पी रहा था तो उसका कॉल आया।
शिप्रा- हेलो जी!
मैं- हेलो!
शिप्रा- क्या कर रहे हो?
मैं- आज ड्रिंक लेने का मन था तो पी रहा हूँ।

शिप्रा- क्या हुआ? सब ठीक है ना? तुम ड्रिंक तब करते हो ज़ब मूड ख़राब होता है।
मैं- नहीं, मूड ठीक है बस मन था तो पी रहा हूँ. वैसे शाम को कहाँ थी? आज मैसेज भी किया कॉल भी रिप्लाई नहीं किया तुमने?
शिप्रा- शॉपिंग गयी थी दीदी के साथ … इसलिए नहीं कर पायी रिप्लाई।

मैं- कमाल है आज पहली बार हुआ है कि शॉपिंग गयी हो तुम! और मुझे नहीं पता, मुझे बिना दिखाए शॉपिंग कैसे की आज पहली बार?
शिप्रा- आज शॉपिंग तुम्हें दिखा के करने वाली नहीं थी।
मैं- अच्छा जी, ऐसा क्या लिया जो मुझे नहीं दिखा सकती थी।
शिप्रा- थी कुछ शॉपिंग जो तुम्हें नहीं दिखा सकती थी।

मैं समझ गया था कि वह ब्रा पैंटी लेने गयी थी.
पर मैंने सोचा कि और मज़े लेता हूँ- कमाल है, कपड़े ही तो लायी होगी।
शिप्रा- हाँ कपड़े ही हैं पर …

मैं- क्या पर … कमाल है, अपने करीबी दोस्त को नहीं दिखाओगे क्या लाई हो आज?
शिप्रा- नहीं ना प्लीज!

मैं- अब तो मुझे जानना है कि क्या लायी हो. दिखाओ चलो।
शिप्रा- दिखा नहीं सकती प्लीज!

मैं- तो बता दो क्या लायी हो।
शिप्रा- ओहो ज़िद्दी इंसान पीछे ही पड़ जाते हो।

मैं- ज़ब पता है मैं ज़िद्दी हूँ पता करके ही मानूंगा. तो बता दो पहले ही!
शिप्रा- अंडरगारमेंट्स लेने गयी थी. खुश?

मैं- ले … मुझे लगा पता नहीं क्या लायी हो. इसमें क्या शर्माना यार … ये तो नीड है।
शिप्रा- हाँ पर अजीब तो लगता है बताते हुए!
मैं- करीबी दोस्त हर चीज शेयर करते हैं।

शिप्रा- तुमने तो कभी शेयर नहीं किया ऐसा कुछ?
मैं- तुमने पूछा ही नहीं कभी!

शिप्रा- अच्छा जी, पूछूंगी तो बता दोगे सच सच?
मैं- पूछ के देख लो।

शिप्रा- पक्का सच बताना. मैं चेक कर सकती हूँ कि सच बोला या नहीं।
मैं- बिंदास पूछो, सच ही बताऊंगा।

शिप्रा- तुम रात को क्या पहन के सोते हो?
मैं- कपड़े और क्या?

शिप्रा- मज़ाक नहीं ना यार … तुम जानते हो कि मैंने क्या पूछा है।
मैं- ओके ओके … अब मज़ाक नहीं. मैं रात को टीशर्ट और शॉर्ट्स डाल के सोता हूँ।
शिप्रा- ओके गुड।

मैं- अब मैं पूछूँ … सच बताओगी?
शिप्रा- हाँ पूछो।
मैं- तुम क्या डाल के सोती हो।
शिप्रा- कपड़े डाल के!

मैं- मज़ाक नहीं, एक क्वेश्चन तुम सच बोलोगी एक मैं!
शिप्रा- ओके, मैं रात को नाईटी पहन कर सोती हूँ।

मैं- ओके गुड. अब तुम्हारी बारी।
शिप्रा- रात को अंडरगारमेंट्स डाल के सोते हो या नहीं।
मैं- कभी कभी!
शिप्रा- कभी कभी … क्या मतलब?

मैं- मेरा क्वेश्चन है अब!
शिप्रा- ओके पूछो।

मैं- तुम रात को अंडरगारमेंट्स डाल के सोती हो या नहीं?
शिप्रा- ये गलत है. क्वेश्चन अलग अलग होंगे, सेम नहीं. समझे?

मैं- ओके इस क्वेश्चन के बाद अलग अलग होंगे. इसका उत्तर तो दो।
शिप्रा- हाँ पहन कर सोती हूँ।
मैं- ओके, अब तुम पूछो।

शिप्रा- रोज़ नहा कर सोते हो या बिना नहाये?
मैं- नहाके मुझे बिना नहाये नींद नहीं आती।
शिप्रा- गुड।

मैं- वन पीस नाईटी डालती हो या टू पीस?
शिप्रा- दोनों है कोई भी डाल लेती हूँ।
मैं- ओके गुड.

शिप्रा- आज नहाये हो?
मैं- हाँ.
शिप्रा- ओके।

मैं- अंडरगारमेंट्स में तुम्हें कौन सा रंग पसंद है?
शिप्रा- डार्क कलर्स।
मैं- मुझे भी।

शिप्रा- नहाते हुए अंडरवियर उतारते हो या नहीं?
मैं- हाँ, हमेशा नंगा नहाता हूँ.

यह सुनकर उसने ज़ोर से आह की तो मैं बोला- फील ले रही हो क्या?
तो वह बोली- बस आज इतना काफ़ी है, कल बात करेंगे।
मैंने कहा- नहीं प्लीज फ़ोन मत काटना।

शिप्रा- और आगे नहीं बढ़ना प्लीज।
मैं- मुझे आज ही बढ़ना है. तुम्हें मेरी कसम आई लव यू!

शिप्रा 2 मिनट के बाद बहुत सारी किस करते हुए बोली- जान आई लव यू टू बेबी. कब से सुनने को तरस गयी थी।
मैं- तो बोल देती तुम ही!
शिप्रा- पता नहीं था तुम करते हो या नहीं!
मैं- मैं तो स्कूल टाइम से करता हूँ।
शिप्रा- मैं भी आई लव यू बेबी।

फिर 15 मिनट हम ‘आई लव यू’ बोलते रहे किस करते रहे और जल्दी से मिलने की बात करने लगे।

क्यूट टीचर लव लस्ट कहानी 4 भागों में चलेगी.
आप अपने विचार देते रहें.
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क्यूट टीचर लव लस्ट कहानी का अगला भाग: स्कूल टीचर का प्यार मिला जिस्म के साथ- 2

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