दगाबाज़ गर्लफ्रेंड के सामने उसके आशिक से चुदी

(Cheating Girlfriend Public Sex Story)

सिमरन 2021-11-06 Comments

पब्लिक सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं क्लब गई तो मेरा सेक्सी बदन देखकर कई लड़के हमारे पास मंडराने लगे। उनमें से एक को उसकी गर्लफ्रेंड ने धोखा दिया था। मैंने उसकी मदद की.

हैलो रीडर्स, मैं हूं सिमरन! अब टाइम आ गया है आप अपनी पैंट उतार लें और अपने लंड निकालकर मुठ मारते हुए जल्दी से अपना सारा सेक्सुअल स्ट्रेस निकाल दें।

मेरी पिछली कहानी थी: मॉम की पैंटी चुराने वाले ठरकी बेटे को सिखाया सबक

आप लोगों को पता ही है कि कॉन्सर्ट्स में किस तरह से स्टेज पर किसी मॉडल के द्वारा पैंटी या थॉन्ग के जरा से नीचे सरकाने पर ही भीड़ कैसे पागल हो जाती है।

मैं आपको आज एक नाइट क्लब में हुई ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रही हूं।
तो मेरी पब्लिक सेक्स स्टोरी का लुत्फ़ लें!

मगर मेरा यकीन कीजिए, मैंने वहां पर अपनी पैंटी किसी को नहीं दिखाई क्योंकि मैंने कोई पैंटी पहनी ही नहीं थी!

शुक्रवार की एक शाम को मैं अपनी गर्लफ्रेंड्स के साथ मस्ती कर रही थी।
कई राउंड ड्रिंक करने के बाद हमने डांस फ्लोर पर इंजॉय करने का सोचा ताकि वहां पर जो लंड हमें ताक रहे थे उनको गर्म किया जा सके।

इसे और ज्यादा मजेदार बनाने के लिए मेरी दोस्तों और मैंने अपनी अपनी पैंटी उतार दीं जबकि भीड़ इंजॉय करने में बिजी थी।

मैं अपनी दोस्त के बदन से अपने बदन को रगड़ रही थी।
इसे देखकर दो तीन लड़के हमारे पास आ गए।

थोड़ी ही देर में हमारा ग्रुप हैंडसम लड़कों से घिर गया, जो अपनी बॉडी को हमारे ही रिदम में हिलाते हुए हमें चिढ़ा रहे थे।

म्यूजिक की बीट्स काफी तेज थीं और लाइटों की धीमी रोशनी ने उनको कपड़े उतारने पर मजबूर कर दिया।

जल्दी ही उनके हाथ लड़कियों की कमर पर चलने लगे ताकि उनको अपने करीब खींच सकें।
मेरी चूत में भी कामसुख पाने की लहर उठने लगी।

एक लड़का पीछे ही मेरे बदन से बदन को रगड़ रहा था।

उस लड़के को काफी तजुरबा था।
उसको पता था कि हाथ की सही कला और बदन से बदन को रगड़ना एक औरत को पागल बना सकता है।
एक गलत हरकत सारा मूड खराब कर सकती थी।

वह फिर दूसरी लड़की पर लपक लिया ताकि सबके ही सुडौल फीगर को छूकर मजा ले सके।

कुछ पल बाद मैंने अपने बदन पर किसी दूसरे लड़के के टच को महसूस किया।
वो मेरे मटकते कूल्हों पर अपने लंड को रगड़ रहा था।

फिर वो मेरी स्कर्ट को उठाने लगा जिससे मेरी गांड नंगी हो सके।
वो डांस फ्लोर की सारी मर्यादा को तोड़ रहा था।

उसने मेरी गांड को पकड़ लिया और गांड की दरार में अपनी उंगली चलाने लगा।

अगर मैंने उस वक्त दारू नहीं पी हुई होती तो मैंने उसकी इस हवसी हरकत के लिए उसकी गांड पर एक जोर की लात मार दी होती।

फिर अपने नंगे बदन को वो मेरी गांड पर रगड़ने लगा।

मैंने उसके लंड की मोटाई को महसूस किया और थोड़ा मजा भी लिया।
फिर वो उसको मेरी गांड में घुसाने के लिए दबाने लगा।

मैंने उसको उसके लंड से पकड़ लिया और इसे भीड़ के सामने ऐसा दिखाया कि सब नॉर्मल है।
लोग हमें देखकर खुश हो रहे थे और हमें ऐसी जगह पर भेज दिया गया जहां असली मजा आने वाला था।

वो ठरकी लड़का अपने लंड से खिंचा हुआ मेरे साथ जा रहा था। वो कह रहा था कि उसको एक जगह पता है जहां पर वो मुझे अच्छी तरह से चोद सकता है।

एक प्राइवेट जगह पर पहुंचने के बाद मैं उस लड़के के सामने खड़ी हो गई जिसका लंड ऐसा लग रहा था कि वह किसी भी मिनट वीर्य की पिचकारी मार सकता है।

मैं- क्या बात है कमीने? इस जगह पर नए हो क्या?

उसने उलझन भरी निगाहों से मेरी तरफ देखा और फिर वहां से जाने लगा।

मैं- किसने कहा कि तुम यहां से ऐसे ही जा सकते हो? मैं कोई हुकर नहीं हूं जो हर बार तुम्हारे सामने अपनी टांगें खोल दूंगी। तुम पहले ही काफी मजा कर चुके हो।

लड़का- ये सब मेरी लंड चूसने वाली गर्लफ्रेंड को बताना। वो किसी अजनबी के साथ चुदने में हिचकिचाएगी नहीं!
फिर उस लड़के को लगा कि वह इस तरह से बात करने की स्थिति में नहीं है।
बल्कि वो खुद ही माफी मांगने लगा।

लड़का- ठीक है, सॉरी। मुझे कुछ घंटे पहले ही अपनी लाइफ का सबसे बड़ा झटका मिला है। फिर मैं आपको वहां डांस डांस क्लब में नाचते हुए देखकर अपना काबू खो बैठा। उसके लिए मैं सॉरी कहता हूं।

मैं- क्या यह तुम्हारा पहला ब्रेकअप था?
लड़का- काश कि मैंने उसका सामना किया होता। मगर मैं उस कुतिया को यह दिखाना चाहता था कि मैं उसका पालतू पिल्ला नहीं हूं।

मुझे उस लड़के के लिए बुरा लगा, तो मैंने उससे पूछा- क्या हुआ।

उसकी दुख भरी स्थिति का कारण सुनने के बाद, मैं उस लड़के को उसकी धोखेबाज प्रेमिका के साथ फिर से रिश्ता बनाने में मदद करना चाहती थी।

जब मैंने उस लड़के से कहा- मैं उसकी गर्लफ्रेंड के साथ बराबरी करने में उसकी मदद कर सकती हूं.
तो उसका चेहरा खिल उठा।

क्लब छोड़ने से पहले उसने मुझे बताया कि उसका नाम अभिषेक है।
मैंने अभिषेक की मदद करने का फैसला किया क्योंकि उसका लंड बड़ा था! यह काफी मोटा था, हालांकि मैं उसे डांस फ्लोर से बाहर खींचते समय ठीक से पकड़ भी नहीं पा रही थी।

अभिषेक ने उस दिन अपनी गर्लफ्रेंड को दूसरे के साथ चुदवाते हुए पकड़ा था।

सबसे बुरी बात यह थी कि उसकी गर्लफ्रेंड ने अपने नए प्रेमी से कहा कि अभिषेक उसकी बात एक पिल्ले की तरह मानता है।

अभिषेक क्लब में देखे गए एडल्ट सीन के बारे में बता रहा था तो मेरी चूत भी गीली होने लगी थी।

कपल एक दूसरे के साथ नॉटी मूड में होने के लिए क्लब आया था।
मगर उसकी गर्लफ्रेंड ने एक ऐसे लड़के को पकड़ लिया जिसने उसकी चूत को बिल्कुल सही नजर से गुदगुदाया।

अभिषेक ने उस लड़के के साथ अपनी गर्लफ्रेंड के बढ़ते नैन-मटक्के को इगनोर कर दिया और नई जगह पर ले गया।

तब उसकी गर्लफ्रेंड ने उससे कहा कि वह किसी जरूरी काम के लिए घर जा रही है।
अभिषेक क्लब छोड़ने के लिए तैयार हो गया लेकिन उसने चुपके से अपनी प्रेमिका का पीछा करने का फैसला किया।

उसकी गर्लफ्रेंड उस घूर रहे लड़के के पास हवस के चलते वापस चली गयी।
यह अभिषेक के लिए एक सदमा था।

वह तब चौंक गया जब उसकी गर्लफ्रेंड उस नए लड़के के साथ अपने बदन को रगड़ने लगी।
ऐसा लग रहा था कि जैसे वो लड़का उसे वहीं चोदना चाह रहा है।

लड़का उसकी गर्लफ्रेंड की जांघों के अंदर तक हाथ को फिरा रहा था।
जबकि इसी बीच वो उसकी गांड के ऊपर अपने लंड को रगड़ रहा था।

लड़के ने उसकी गर्लफ्रेंड की स्कर्ट से अपने हाथ बाहर निकाल कर उसकी उंगलियों को चूसा।

फिर वो दोनों बाहर चले गए और अभिषेक उनके पीछे गया।
उसने उन दोनों को जोर जोर से किस करते हुए देखा, एक दूसरे से लिपटते हुए देखा।

वो उसकी गांड से खेल रहा था जबकि अपने लंड की मुठ मार रहा था।

अभिषेक ने बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड खड़ी खड़ी पीछे से चुद रही थी।
वो उसका मजाक उड़ा रही थी; नए लवर के सामने उसको अपना पिल्ला कह रही थी।

उसके लवर ने उसकी गर्लफ्रेंड के मुंह पर माल निकाल दिया और ये देखने बाद अभिषेक वहां से चला गया।
यह तो उस लड़की ने अभिषेक के साथ भी कभी नहीं किया था।

मैंने अभिषेक से कहा कि वह अगले दिन फिर से क्लब में आए और उन दोनों के बेहतरीन क्लोजर एक्सपीरियंस का मजा ले।

साथ ही मैंने उससे कहा कि वह अपनी प्रेमिका के सामने ऐसे काम करे जैसे वह किसी दूसरी लड़की से क्लब के बाहर मिलने के बारे में चुपके से प्लान कर रहा हो।

सब कुछ प्लान हो गया था।

अभिषेक (उसकी प्रेमिका के साथ) और मैंने एक-दूसरे को क्लब में हमारे तय स्थानों पर देखा। अच्छी मस्ती करने के बाद अभिषेक को क्लब के बाहर निकलना था और मुझसे उस जगह मिलना था जहाँ उसने अपनी धोखा देने वाली प्रेमिका को दूसरे लड़के के साथ सेक्स करते देखा था।

सबसे पहले मैं उसके इंतजार में क्लब के बाहर निकल गई।
फिर भीड़ से निकलने की बारी अभिषेक की थी।

जब वह मुझसे मिला तो उसने कहा कि उसने अपनी प्रेमिका को उसका पीछा करते देखा है।
हम क्लब के चीटिंग कॉर्नर में अभिषेक की प्रेमिका को दिखाने के लिए एक दूसरे के गले लगे हुए खड़े थे।

अभिषेक हल्की टेढ़ी नजर से अपनी गर्लफ्रेंड की ओर देख रहा था।

प्लान के मुताबिक गर्लफ्रेंड के द्वारा हम दोनों को देखे जाने पर उसको मेरे कंधे को दबाना था।

मगर कुछ मिनट के बाद मैंने अभिषेक के कंधे को दबाया क्योंकि मैंने उसकी गर्लफ्रेंड के पीछे के दूसरे दरवाजे से बाहर आते देखा।

मैं फुसफुसाती हुई- यह कुतिया इस क्लब के सारे एग्जिट गेट्स के बारे में जानती है।

अभिषेक ने कुछ नहीं कहा लेकिन उसकी आंखों ने बता दिया कि वह क्लोजर एक्ट के लिए तैयार है।
उनकी प्रतिक्रियाओं को स्वाभाविक रखने के लिए मैंने वह नहीं कहा जो मेरे मन में था।

मैंने उससे बस इतना वादा लिया कि वो अच्छा महसूस करने के लिए कुछ भी करेगा।
लेकिन मैंने उससे जो कहा वह यह कि उसकी प्रेमिका की ब्रा और पैंटी का एक महंगा सेट लाना, मेरी कमांड को मानना और मुझे उसकी ‘मालकिन’ कहकर जवाब देना।

मैं- तुमने मुझे इतने लंबे समय तक कैसे इंतजार करवाया?
अभिषेक- आई एम सॉरी, मिस्ट्रेस, लेकिन मेरी बदसूरत गर्लफ्रेंड ने मेरा समय बर्बाद किया।

मैं- तुम्हारी गर्लफ्रेंड! क्या तुम्हें उसकी गांड मेरी गांड से ज्यादा पसंद है?
अभिषेक- नहीं, मेरी मालकिन बिल्कुल नहीं, मुझे तुम्हारी गांड पसंद है। तुम्हारी गांड मुझे मेरी प्रेमिका की बदसूरत गांड से करोड़ों गुना ज्यादा खुशी देती है।

मैं- मुझे तुम पर भरोसा नहीं है। इसे साबित करो!
अभिषेक मुझे ब्रा-पैंटी दिखाते हुए- ये देखो, मैंने उसकी गंदी सी गांड के लिए यह लिया था। मगर ये केवल तुम्हारी गांड और खूबसूरत चूचियों पर अच्छे लगेंगे।

मैंने अभिषेक को कमांड दिया कि वह मेरी स्कर्ट की ड्रेस हटाकर मुझे ब्रा और पैंटी पहना दे।

उसने यह काम बड़े प्यार से किया और मेरे नंगे शरीर को बहुत कामुक तरीके से छुआ।

फिर वो हैरानी में मुझे घूरने लगा।

अभिषेक मेरे सामने झुककर- मेरी खूबसूरत मालकिन, आप इस महंगे ब्रा-पैंटी सेट में बहुत खूबसूरत लग रही हैं। इनमें मेरी उस बदसूरत गांड वाली प्रेमिका को देखकर मेरी आंखें खुल गई हैं। वो इनके लायक नहीं है।

मैं- मेरी गांड को केवल शब्दों में मत चूमो! मुझे दिखाओ कि तुम मेरे सेक्सी नंगे बदन से कितना प्यार करते हो। मेरे पैरों पर गिरो ​​और चाटो!

जैसे ही अभिषेक ने मेरे नंगे पैरों पर अपने होंठ रखे, मैंने देखा कि उसकी प्रेमिका हमें हैरानी से देख रही है।
वह हल्की-सी जोर से सांस ले रही थी जिससे उसकी जलन स्पष्ट हो गई।

अभिषेक ने अपने होंठों को मेरी टांगों पर आराम से घुमाया, मेरी जाँघों को चाटने के लिए अपनी जीभ बाहर निकाली और फिर उलझन में पड़ गया कि मेरी गांड की तरफ आगे बढ़ना है या चूत की तरफ।
मैं- मेरी गांड को चाटो मेरे वफादार कुत्ते! मैं चाहती हूं कि तुम अपनी वफादारी साबित करने के लिए मेरी गांड को सूँघो और चाटो।

अभिषेक बस यही करने के लिए उतावला हुआ जा रहा था।
उसने मेरे चूतड़ों को पकड़ लिया और मेरी गांड की दरार और छेद को नंगा करने के लिए उन्हें फैला दिया।

फिर, उसने अपनी जीभ मेरी गांड के अंदर डाल दी और मेरे छेद में जीभ देना शुरू कर दिया।
उसकी तेजी ऐसी थी कि मैंने एक हाथ से उसके बाल और दूसरे हाथ से अपने एक स्तन को पकड़ लिया।

मैं- मेरी गांड का स्वाद कैसा है? उस कुतिया से बेहतर?
अभिषेक- तुम्हारी गांड उसकी बेकार गांड से बहुत अच्छी है। उसकी वो बदसूरत गांड केवल सूअरों को ही बुलाती है। काश मैं अपना मुंह आपकी गांड में दे पाता मालकिन!

वो मेरी गांड को मसाज देता रहा और मेरी चूत गीली होती रही।
मैंने उसके बालों को पकड़ लिया और दूसरा काम देने के लिए खींचकर अपने सामने कर लिया।

मैं- गुड, ऐसा लगता है कि तुम्हें मेरी गांड से प्यार हो गया है। अब मेरी चूत को वही मजा दो। मैं जानना चाहती हूं कि यह उस वाहियात कुतिया की चूत से कितनी बेहतर है।

अभिषेक अपने घुटनों पर आ गया और अपनी जीभ से मेरी गीली चूत को उत्तेजित करने लगा।
उसने मेरे क्लिटोरिस को इस तरह चूसा कि मेरे पैर कांपने लगे।

उत्तेजना को दूसरी जगह ले जाने के लिए मुझे अपने बड़े स्तनों को दबाना शुरू करना पड़ा।
मैं- येस, मेरे वफादार कुत्ते, मेरी चूत को ऐसे ही चाटते रहो, ओह!
मुझे उसके बालों को पकड़ना था और उसकी हरकतों को कंट्रोल करना था ताकि पहले रस की धार आराम से बाहर निकल सके।

एकदम से मेरी चूत से रस निकल पड़ा।
मैं- इस रस को पी लो मेरे कुत्ते, बताओ मुझे कि यह कैसा लग रहा है। कैसा है इसका स्वाद?

मैंने अपनी चूत का पानी उसके मुंह पर फेंक दिया और उसके मुंह को चूत पर दबा लिया, उसको मेरी चूत चाट चाटकर साफ करने के काम में लगा दिया।
वो मेरी चूत को चाटता रहा और मुझे मालकिन बोलता रहा।

मैं- अब यह तुम्हारे ईनाम का टाइम है। यहां लेट जाओ, मैं तुम्हारे लंड की सवारी करना चाहती हूं। मुझे उम्मीद है कि यह गर्म और सख्त होगा ताकि मेरी चूत की प्यास को बुझा सके।

अभिषेक- मेरी मालकिन, तुम्हारी गर्म चूत के अंदर घुसना इसका सम्मान होगा। मैं इसे अच्छी तरह से साफ कर रहा था क्योंकि यह उस रंडी गर्लफ्रेंड की ढीली चूत में घुस गया था।

तब अभिषेक अपने सख्त लंड को तीर की तरह बाहर की ओर करके जमीन पर लेट गया।

मैंने उसके लंड का स्वाद चखने का फैसला किया, इसलिए मैंने अपने चूतड़ों को उसके चेहरे पर टिका दिया।

मैं- पहले मुझे तुम्हारे लंड का स्वाद चखने दो। तब तक मैं चाहती हूं कि तुम मेरी टाइट गांड की सेवा करो। ठीक से करो … वरना मैं तुम्हें अपनी गर्म चूत में लंड नहीं घुसाने दूंगी।

अभिषेक- मैं दावा करता हूं मिस्ट्रेस, मैं तुम्हारी गांड को खा जा जाऊंगा। मैं तुम्हारी गर्म चूत को बहुत प्यार करूंगा क्योंकि मैं देखना चाहता हूं कि असली चूत का स्वाद कैसा होता है। मेरी ढीली चूत वाली गर्लफ्रेंड ने कभी मुझे वो मजा नहीं दिया।

यह कहते हुए अभिषेक ने मेरी गांड के छेद को चाटते हुए मेरे चूतड़ों को मसाज करना शुरू कर दिया।
मैंने उसके लंड को चूसने पर ध्यान लगा दिया।

उसका लंड इतना तना हुआ था कि नसों का फड़कना महसूस किया जा सकता था।

कुछ मिनट के मस्त कर देने वाले फोरप्ले के बाद मैं अभिषेक के लंड पर बैठ गई और ऊपर नीचे होने लगी।

मैं- मैं अपनी चूत को महसूस करना चाहती हूं इसलिए जब मैं तुम्हारे लंड पर कूद रही हूं मुझे छुओ मत। मैं तुम्हें एक टाइट चूत का मजा देना चाहती हूं।

मैंने उसके लंड को अपनी गर्म और गीली चूत में अंदर तक ले लिया।
अपनी कामुक सिसकारियों को उसकी गर्लफ्रेंड के अलावा किसी और तक नहीं पहुंचने देने के लिए मैंने अपने मुंह पर हल्का हाथ रख लिया।

कुछ देर की जोरदार चुदाई के बाद अब अभिषेक अपना कंट्रोल खोने लगा।

मैं उसके माल को अपनी चूत के अंदर नहीं झड़ने देना चाहती थी।
इसलिए मैं उठी और उसकी मुठ मारने लगी।

कुछ ही पल की मुठ के बाद उसके लंड से गर्म गर्म वीर्य निकल पड़ा।
उसके उस प्रेम रस को मैंने अपनी ब्रा और पैंटी पर ले लिया।

अब तक उसकी गर्लफ्रेंड सारा नजारा देख चुकी थी और वो उस गर्म नजारे को छोड़कर चली गई।

जब मैंने अभिषेक को बताया कि हम दोनों को चुदाई करते हुए देखकर उसकी गर्लफ्रेंड का चेहरा कैसे उतर गया तो अभिषेक को बहुत संतुष्टि मिली।

उसके बाद हम दोनों ने डिनर किया।
फिर हम उसकी गर्लफ्रेंड के मैसेज के बारे में बात करने लगे।
उसमें उसने लिखा था कि कैसे अचानक उसके सिर में दर्द हो गया।

इस तरह से मैंने एक लड़के की मदद की उसकी धोखेबाज गर्लफ्रेंड को उसके द्वारा सबक सिखाने में।

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