सन्जू की उमा चाची
(Sanju ki Uma Chachi)
वह अभी तक ना सिर्फ़ अपने बदन से नादान दिखता था बल्कि वह अपने मन से भी काफ़ी नादान ही था।
अभी तक भी वह किशोरवय लड़कों की भान्ति केवल अपने पड़ोस की भरे पूरे बदन की बच्चों वाली, बड़ी बड़ी चूचियों वाली आन्टियों और चाचियों को ही देख कर उनके साथ चुदाई की कल्पना किया करता था।
वह हर रात अपने साथ बिस्तर में अपनी चाची की चुदाई की कल्पना करता था जो हर रोज उसे मुस्कुरा कर अपने साथ सोने के लिये बुला लिया करती थी।
इसी बात को सोच सोच कर वो मुठ मार मार कर अपना वीर्य बहा दिया करता था।
सन्जू का एक अमीर दोस्त उसे अक्सर कहा करता था कि वो उसके चल कर कोठे की किसी भी मनचाही वेश्या को चोद सकता है।
लेकिन सन्जू हमेशा इससे दूर रहा, वो सिर्फ़ यही चाहता रहा कि वो किसी रण्डी के पास जाकर नहीं बल्कि किसी साधारण मिडल क्लास की किसी असंतुष्ट पड़ोसन को चोद कर अपना कुंवारापन खो सके।
उसके दोस्त ने भरसक प्रयत्न किया सन्जू को समझाने का परन्तु सन्जू अपने निश्चय पर अडिग रहा, उसने अपने दोस्त की बात नहीं मानी।
एक दिन उसका वही दोस्त उसके घर आया, उसके पास अपना क्रेडिट कार्ड भी था, वे दोनों हर महीने सविता भाभी और
वेलम्मा सेक्स कॉमिक्स देखा पढ़ा करते थे।
सन्जू खासतौर से वेलम्मा की गोल मटोल काया का दिवाना था, वो उसके ही जैसी किसी औरत को चोदना चाहता था।
लेकिन उस दिन उसका दोस्त सविता भाभी और वेलम्मा सेक्स कॉमिक्स देखने नहीं बल्कि कुछ और ही सोच कर आया था।
उसने सन्जू को अपने फ़ोन पर DelhiSexChat.com साइट खोलने को कहा।
सन्जू ने उसकी बात मानी और एक ऑडियो सेक्स चैट साइट उनके सामने खुल गई।
सन्जू की आंखे चुंधिया गई जब उसने अपने सामने ढेर सारी भारतीय लड़कियों की प्रोफ़ाइल देखी और काफ़ी सारी लड़कियों को ओन्लाइन देखा। ये सब लड़कियां किसी भी लड़के लड़की से सेक्स चैट करने को तैयार थी।
सन्जू ने अपने दोस्त से पूछा कि क्या ये सच में सेक्स की बातें करेंगी?
उसके दोस्त ने बताया कि ये सारी लड़कियां सच्ची हैं और सेक्स चैट करती हैं, उसने यहाँ तक बताया कि उसने खुद कई बार अलग अलग लड़कियों से चुदाई की बातें की भी हैं।
उसके बताया कि ये लड़कियों मैम्बर्स के मन मुताबिक सेक्सी रोल प्ले भी करती हैं।
और कहा कि सन्जू भी इस साइट पर अपनी मनपसन्द लड़की चुन कर उसके साथ सेक्स भरी बातें कर सकता है।
पर सन्जू ने लड़कियों की तस्वीरों को देखते हुए कहा कि इन ऑनलाइन लड़कियों में कोई भी आंटी टाइप की नहीं है।
लेकिन जब उसके दोस्त ने उसे कुछ दूसरी ऑफ़लाइन प्रोफ़ाइल्स की और इशारा किया और उसे बताया कि देखो रोशनी, माला, रिदिमा, कशिश और सुनयना जैसी सारी प्रोफ़ाइलें गर्मागर्म बड़ी बड़ी चूचियों वाली औरतों की हैं तो सन्जू अपने होंठों पर जीभ फ़िराते हुए इन प्रोफ़ाइलों में तस्वीरों को वासना भरी निगाहों से घूरने लगा।
पल पल उसकी अन्तर्वासना बढ़ रही थी। अब उसे लगने लगा था कि कि अब वो अपनी कल्प्ना के मुताबिक अपनी वासना की पूर्ति कर सकता है।
सन्जू ने अपने दोस्त की तरफ़ देखते हुए उससे उसका लोग इन आईडी मांगा।
रात के दस बजे का वक्त था, सन्जू रात का खाना खा चुका था और अपने मम्मी पापा के सोने का इन्तजार करने लगा।
इसके बाद वो अपने बेडरूम में गया और दरवाजा अन्दर से लॉक कर लिया।
तब उसने बिस्तर पर लेट कर अपना फ़ोन निकाला और Delhi Sex Chat साइट में लोग इन किया।
अब उसने देखा कि जिन लड़कियों से वो सेक्स चैट करना चाहता था, उनमें से कई ऑनलाइन थी।
उनमें से कईयों की आवाज सुनने और होम मेड विडियो देख कर उसने कशिश को सेक्स चैट के लिये चुना क्योंकि कशिश की चूचियां काफ़ी बड़ी और लगभग उतनी ही थी जितनी कि उसकी उन आंटियों की जिन्हे वो चोदना चाहता रहा था।
सन्जू ने कशिश की प्रोफ़ाइल को खोला तो कशिश ने सन्जू को एक परसनल मैसेज भेजा।
सन्जू घबरा रहा था और उसने सिर्फ़ ‘हाय!’ लिख कर जवाब दिया।
कशिश ने एक और मैसेज किया और सन्जू को फ़ोन से काल करने को कहा।
सन्जू ने घबराते हुए कशिश को मैसेज करके पूछा कि क्या वो उसके साथ उसकी चाची बन कर सेक्स चैट करेगी?
कशिश ने कहा कि हां जरूर !
और उन्होंने एक दृश्य सोच लिया।
कि सन्जू बिस्तर पर लेटा है और उसकी उमा चाची उसके कमरे में आ रही है।
इतनी तैयारी करके सन्जू ने फ़ोन लगाया तो उसका दिल जोर जोर से धड़क रहा था जैसे कि उसका दिल फ़ट ही पड़ेगा।
और जब उसने अपनी उमा चाची यानि कशिश की आवाज सुनी तो उसे लगा कि जैसे उसके दिल की धड़कन ही बन्द हो गई हो !
अब आगे रोल पले में क्या हुआ, वो देखिये-
उमा चाची- सन्जू? अगर आज की रात मैं तुमहारे साथ तुम्हारे कमरे में सो जाऊं तो? मेरे कमरे में छत से पानी टपक रहा है और तुम्हारे मम्मी पापा भी अब सो चुके हैं तो मैं उन्हें अब परेशान नहीं करना चाहती !
सन्जू- जरूर उमा चाची… मुझे भला इसमें क्या दिक्कत हो सकती है!
उमा चाची- थैंक यू सन्जू… अहह्॥ यह बिस्तर तो बहुत मुलायम है। सन्जू लाईट बन्द कर दो और आओ मेरे पास सो जाओ!
इस बात को सुन कर जैसे सन्जू की रीढ़ की हड्डी में एक लहर सी दौड़ गई हो…
और कशिश बात को आगे बढ़ाने लगी।
कशिश ने इस बातचीत को कुछ इस तरह से बताया- देर रात का वक्त था, मैं सो नहीं पा रही थी। मैंने थोड़ी करवट ली तो सन्जू का सख्त लण्ड मेरे मोटे चूतड़ों से टकरा गया।
जैसे ही सन्जू का लण्ड मेरे चूतड़ों की दरार में घुसा मेरे बदन में उत्तेजना की एक लहर दौड़ गई।
और तब मैंने अपने कूल्हे सन्जू के लौड़े से रगड़ कर मज़े लेने शुरु कर दिए।
सन्जू कह रहा था- मुझे यकीन नहीं हुआ कि मेरी सेक्सी चाची अपने मोटे चूतड़ मेरे लौड़े पर रगड़ रही हैं। मैं खुद अर काबू न्हीं रख पाया और मैंने अपना पजामा नीचे सरका कर अपना लण्ड बाहर निकाल लिया।
उमा चाची- सन्जू… तुम सोये नहीं अभी तक?
सन्जू- नहीं चाची…
कशिश ने बताया- अब मैं अपना चेहरा तुम्हारी तरफ़ घुमा रही हूँ। मेरी आंखों में एक दूसरी ही चमक है और मैं तुम्हें दूसरी ही नजर से देख रही हूँ।
उमा चाची- इतनी देर रात में तुम क्या सोच रहे हो?
सन्जू- कुछ नहीं चाची…
उमा चाची- झूठे… मुझे पता है कि तुम क्या सोच रहे हो…
कशिश- मेरे हाथ कम्बल के अन्दर से तुम्हारे लौड़े पर पहुँच गये हैं, और मैंने तुम्हारा नंगा लण्ड अपने हाथ में पकड़ लिया है।
सन्जू- अह…चाची…
उमा चाची- तो तुम अपने पास सो रही चाची के साथ यह सब करने की सोच रहे हो? हुंह? क्या तुम मेरे इतनी पास लेट कर मुठ मार रहे थे?
सन्जू- असल में… चाची… मैं तो बस…
उमा चाची- कुछ कहने की जरूरत नहीं है अब… मुझे पता है कि तुम क्या कर रहे थे… क्या तुम यह चहाते हो कि मैं तुम्हारी हरकत अभी तुम्हारी मम्मी को बता दूँ?
सन्जू- नहीं चाची प्लीज़…
उमा चाची- तो तुम मुझे साफ़ साफ़ बताओ कि तुम क्या सोच रहे थे?
सन्जू- उमा चाची ने मेरा लण्ड अपने हाथ से छोड़ा नहीं था और मैं उनके बारे में अपनी कल्पनायें उन्हें बताने लगा तो चाची ने मेरे लण्ड की चमड़ी को आगे पीछे करना शुरू कर दिया।
उमा चाची- तो तुम मेरे बारे में ऐसा सोचते हो? तुम्हें मेरे जैसी औरत में क्या खूबसूरती नजर आती है?
सन्जू- सब कुछ… आपका सुन्दर चेहरा…
उमा चाची- और….?
सन्जू- आपकी आवाज…अर्र… आपका बदन… अहह…
सन्जू: उमा चाची ने मेरा लण्ड हिलाना शुरु कर दिया और मुझे यकीन नही हो रहा था कि बड़ी बड़ी चूचियों वाली गोल मटोल चाची मेरी मुठ मार रही है।
उमा चाची- तुम्हे मेरा बदन पसन्द है… मेरी चूचियाँ? क्या तुम अपनी चाची की चूचियां देखना चाहोगे?
सन्जू- हां चाची….
उमा चाची- तो लो… छू कर देखो इन्हें…
उमा चाची- कैसा लग रहा है सन्जू… मज़ा आ रहा है ना? तुम्हारी चाची की चूचियाँ अच्छी हैं ना?
सन्जू- हाँ चाची… हांह ..ह्म्म…
उमा चाची- और तुम यह क्या कर रहे हो? सन्जू मैंने तुम्हें इन्हें छूने को कहा था और तुम तो इन पर काटने लगे… अच्छा काटो मत— बस चूसो इन्हें सन्जू!
सन्जू- वाह चाची, आपके बूब्स तो बहुत बड़े हैं… ये बिल्कुल वैसे ही हैं जैसे मैं सोचा करता था। ये मेरे हाथों में समा नहीं पा रहे… और कितने मुलायम हैं ये !
उमा चाची- अह सन्जू… इनसे खेलना बन्द करो और एक मर्द की तरह चूसो इन्हें… ओह येस्… हां… ऐसे ही… अहह…
सन्जू- ओह चाची… मेर सपना तो आज सच हो रहा है…॥
कुछ देर बाद…
उमा चाची- तुम्हारा लण्ड अब काफ़ी सख्त हो गया है… अब हमें इसका कुछ ख्याल करना चाहिये… क्यों? मैं देखती हूँ… शाय्द इसे चूसने से तुम्हें मज़ा आये…
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सन्जू- ओह… अह… हाँ… चाची… चूसो इसे… आप लाजवाब हो चाची…
उमा चाची- तुम्हारा लौड़ बहुत अच्छा है सन्जू… चपर सपर… पता नहीं तुम जैसे जवान लड़के का लण्ड इतना शानदार कैसे है? स्लर्प…स्लर्प…
उशर कशिश बिल्कुल ऐसी आवाजें निकाल रही थी कि जैसे लन्ड चूस रही हो !
सन्जू हैरान था, कि शायद कशिश सच में किसी का लौड़ा चूस रही है या कोई डिल्डो चूस रही है?
सन्जू- ओह चाची… हाँ ऐसे ही… अब रुकना मत… आपको भी मेरे लौड़े की बहुत चाहत हो रही है…
उमा चाची- सन्जू… तुम लेट जाओ और मज़ा लो अपनी चाची के मुंह का… तुम्हारी चाची तुमहारे लौड़े का आज की रात पूरा ख्याल रखेगी।
सन्जू- आई लव यू चाची… आप बहुत प्यारी हो…
उमा चाची- ह्म्म… हम्म… (चूसने के दौरान की आवाज)
सन्जू- अह… हाँ चाची… आप तो खूब खाई खेली हो इसमें… ओह… हाँ…
ऐसे ही सन्जू के लौड़े की चुसाई काफ़ी देर तक चलती रही और उसके बाद सन्जू सन्जू आखिरी दौर के लिये तैयार था।
उमा- आओ सन्जू… तुम्हारी चाची अपनी चूत में तुम्हारा मोटा लण्ड लेना चाह रही है… मेरे साथ प्यार करो सन्जू… मुझे तुम्हारा प्यार चाहिये।
सन्जू- चाची, आप लेट जाओ… मुझे अपना काम करने दो…
उमा चाची- मुझे अब और ना तड़पाओ सन्जू… तुम्हारा लौड़ा मेरी चूत के ऊपर रगड़ता हुआ बहुत अच्छा लग रहा है…
सन्जू- मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है चाची…. मैं इस मज़ेदार खेल को जल्दबाजी में खराब नहीं करना चाहता !
उमा चाची- आज की रात मैं पूरी तुम्हारी हूँ सन्जू… तुम अपनी चाची के साथ जो चाहो कर सकते हो ! मैं आज तुम्हारी गुलाम हूँ। ओह… तुमने बिना बताये ही पूरा लौड़ा मेरी गीली फ़ुद्दी में घुसा दिया? आह… मेरी चूत…
सन्जू- हाँ चाची… आह… ओह्… मेरा पूरा का पूरा लण्ड आपकी फ़ुद्दी में समा चुका है… यह कितनी गर्म और गीली है अन्दर से…
उमा चाची- ओह॥ हांह॥ तुम्हारा लण्ड काफ़ी अन्दर तक घुसा हुआ है… इतनी अन्दर तक तो कोई भी लौड़ा मेरी चूत में कभी घुसा ही नहीं… सन्जू…
सन्जू- हुँह… आह… हुम्म… हुह… आपकी चूत बहुत गर्म है चाची जी… मुझे नहीं लगता कि मैं ज्यादा देर तक रुक पाऊँगा… चाची….
उमा चाची- हांह… मुझे अन्दर तक चोद… सन्जू… अहह… अपनी चाची को पूरी तरह से संतुष्ट कर दे… तुमहारे चाचा ने तुम्हारी चाची को कभी इतना मज़ा नहीं दिया है। ओह… हां… सन्जू….
सन्जू- हुह… …उम्म… हाँ चाची… हुंह… मैं आपको पूरा मज़ा दूँगा…
उमा- ओह सन्जू …. आह…. हाँ ऐसे ही अपनी चाची को पूरे जोर से चोदो… तुम्हारी चाची तुम्हें बहुत प्यार करती है… सन्जू… तुम पूरे मर्द हो ! मुझे खूब मज़ा आ रहा है…
सन्जू- हुह… …उम्म… हाँ चाची… हुंह… मेरा लण्ड मज़े से पागल हो रहा है… आपकी चूत मेरे लण्ड को जकड़ रही है…
उमा चाची- हाँ सन्जू… अब रुकना मत… मुझे चोद चोद कर पागल कर दो…
कुछ देर के बाद…
सन्जू- मुझे लग रहा है कि मैं झड़ने वाला हूँ…
उमा चाची- ओह सन्जू… आई लव यू… हाँ मेरी फ़ुद्दी को अपने गर्म माल से भर दो…
ओह हाँ…
सन्जू- आअह… मेरा लौड़ा आपकी चूत को गर्म गर्म मलाई से भर रहा है… आपकी चूत लाजवाब है चाची…
उमा चाची- थैंक यू सन्जू, आज तुमने मेरी तसल्ली करवा दी।
सन्जू- थैन्क यू कशिश जी… आपने मेरी कल्पना साकार करने में मेरी मदद की!
कशिश- यू आर वेलकम… अब अकसर आते रहना… हम दोनों मिल कर अलग अलग रोल प्ले करने की कोशिश करेंगे…
सन्जू- हाँ आता रहूँगा… अब बन्द करता हूँ बाय !
कशिश- बाय… मुआह…
तो इस तरह सन्जू ने अपनी उमा चाची और कशिश को चोद कर अपनी कल्पना सकार कर ली।
क्या आप भी कुछ ऐसी ही कल्पनाएँ रखते हैं?
या कोई ऐसी सोच जो आप कभी पूरी होने की सोच भी नहीं सकते?
तो DelhiSexChat.com आपके लिए एक सही जगह है… आइए और आकर पता लगाइये कि यहाँ की लड़कियाँ आपके लिये क्या क्या कल्पनाएँ रखती हैं।
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