लंड की प्यासी मेरी अकाउंटेंट के लिए मेरी कल्पना
(Lund Ki Pyasi Meri Accountant Ke Liye Meri Kalpna)
एक बार मैंने अपनी ऑफिस अकाउंटेंट को दो मर्दों से कार में चुदती देखा. तो मेरा मन भी उसकी चुदाई को करने लगा. मगर मोटा होने के कारण मैं सेक्स नहीं कर पाता था. फिर मैंने क्या किया?
अंतर्वासना के सभी रीडर्स को मेरा हैलो!
फ्रेंड्स, मेरा नाम आशुतोष बनर्जी है और मैं 52 साल का हो गया हूं.
मैं पश्चिम बंगाल में एक पब्लिक सेक्टर बैंक का शाखा प्रबंधक हूं. बढ़ती उम्र के साथ मेरे शरीर का वज़न भी बढ़ गया है और अब मैं मोटे लोगों की श्रेणी में आता हूं.
मेरा मोटा शरीर मेरी सेक्सुअल लाइफ को भी प्रभावित करने लगा था. इसी वजह से मुझे बीवी के साथ सेक्स किये हुए कई साल हो गये थे. इसी के कारण अब मैं अपनी वासना को शांत करने के लिए हस्तमैथुन का सहारा लेने लगा था.
अपने बैंक में मैं दिन में फोन पर पोर्न वीडियो देखता हूं. इस दौरान मैं किसी भी महिला कर्मचारी को अपने केबिन में नहीं आने देता हूं. वैसे अपने बैंक की सेक्सी फिगर वाली लड़कियों के साथ मैं किसी न किसी बहाने से कोई न कोई बात करता रहता हूं. एक काम के बारे में बार बार पूछा करता हूं.
फिर उसी लड़की को ख्यालों में कल्पना करते हुए उसके बारे में सोच कर मुठ मारा करता हूं. एक दिन मैंने बाहर लंच करने के लिए सोचा. मैं ऑफिस से निकल कर बिल्डिंग की सीढ़ियों से नीचे आया और बेसमेंट की पार्किंग में गया.
मैं कार में बैठा और इंजन स्टार्ट करने ही वाला था कि मैंने अपने ऑफिस की एक अकाउंटेंट फीमेल स्टाफ को ऑफिस के ही दो मर्दों के साथ देखा. वो तीनों एक एसयूवी में पीछे की सीट पर घुस गये. जाहिर था कि वो तीनों कुछ कामुक शरारत करने के मूड में थे.
कुछ ही मिनटों के बाद वो कार जोर जोर हिलने लगी और लगभग 20 मिनट तक हिलती ही रही. मैं अपनी फीमेल स्टाफ को दो मर्दों से चुदते हुए देख कर मुठ मारने लगा. हालांकि गाड़ी में अंदर का कुछ भी साफ नहीं दिख रहा था फिर भी गाड़ी का हिलना और उनके हाथ पैर मारने को देख कर मेरी उत्तेजना बहुत ज्यादा हो गयी थी.
उस दिन के बाद से मैं अपनी अकाउंटेंट मधुलिका दासगुप्ता, जो कि 44 साल की थी, के बारे में सोच कर मुठ मारने लगा था. उसके दो बच्चे भी थे और शरीर काफी भरा हुआ था. वो थोड़ी मोटी ही थी. कंधे काफी चौड़े थे और बदन भरा हुआ. उसका बैंक के दो लड़कों के साथ चक्कर चल रहा था.
तब से मैं उसके साथ ज्यादा बातचीत करने की कोशिश करने लगा. कई बार उसको किसी भी काम के बहाने से अपने केबिन में बुला लिया करता था. वो हमेशा स्लीवलेस टॉप पहना करती थी जिसमें से उसकी सांवली कांख दिखाई दे जाती थी. वहीं बगल में उसकी चूचियों का थोड़ा सा हिस्सा भी दिख जाता था.
टॉप के नीचे वह हमेशा हल्के रंग की लैगिंग पहनती थी जो बहुत ही टाइट फिटिंग वाली होती थी. जब भी वो चलती थी तो उसकी गांड की शेप को देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता था. मेरे लिए उसके साथ फिजिकल होना बहुत मुश्किल था.
मैं अपने मोटे पेट की वजह से उसकी चूत में लंड को अंदर तक नहीं घुसा सकता था. यदि मैं कोशिश भी करता उसको चोदने की तो भी मजा नहीं आ पाता. इस तरह की क्रिया हम दोनों में से किसी के लिए भी मजा देने वाली नहीं हो सकती थी.
पिछले कुछ सालों में मैं कल्पना करने में काफी माहिर हो गया था. उसी कल्पना के सहारे मैं अपनी सेक्सुअल फेंटेसी पूरी किया करता था. इस बार भी मैंने इंटरनेट की मदद से एक ऐसा ही भरोसेमंद माध्यम ढूंढने की सोची जिससे कि मैं मधुलिका के साथ सेक्स को कल्पना में जी सकूं.
एक दिन बैंक में कुछ घंटों की इंटरनेट सर्फिंग के बाद मुझे दिल्ली सेक्स चैट की वेबसाइट मिली. मैंने साइट पर अकाउंट बना दिया. जब मैं पेज पर नीचे गया तो मुझे वहां वेबकैम मॉडल्स की पूरी सूचि मिल गयी. जिसमें एक से बढ़कर एक खूबसूरत, सेक्सी, कामुक और सेक्सी की प्यासी औरतें और लड़कियां थीं जो एक ओपन माइंडेड सेक्स वीडियो चैट सेशन करने के लिए तैयार थीं.
आखिरकार मुझे एक मैच्योर महिला मिली जो देखने में लगभग मधुलिका के जैसे ही दिखती थी. उसका नाम वानी था और वो हैदराबाद से थी. मैंने वानी के साथ वीडियो सेक्स चैट सेशन के लिए पेमेंट कर दिया.
मैंने अपने क्लर्क को बोल दिया कि मैं कॉन्फरेंस मीटिंग में रहूंगा और कुछ देर के लिए मुझे कोई डिस्टर्ब न करे.
मैंने अपनी पैंट की जिप को खोल लिया और अपनी कल्पना में सेक्स फेंटेसी को पूरा करने के लिए तैयार हो गया.
विडियो सेशन शुरू हो गया और सामने थी वो मैच्योर लेडी वानी, जो बहुत ही सेक्सी और मस्त थी. वो एक बेड पर बैठी हुई थी और उसने अपने सीने को एक सफेद मलमल के कपड़े से कवर किया हुआ था. वह अपने पैरों को एक के ऊपर एक करके बैठी हुई थी और उसने नीचे एक ग्रे रंग का वेलबॉटम पजामा पहना हुआ था.
उसको और उसके आसपास के माहौल को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे उसने मेरे सेशन से अभी कुछ देर पहले ही कोई सेक्स चैट सेशन खत्म किया है. निसंदेह वो दिल्ली सेक्स चैट की सबसे पॉपुलर वेबकैम मॉडल थी.
इसलिए मैं कह सकता था कि उसका सेशन एक के बाद एक होता रहता होगा. उसके बड़े बड़े चूचक उस मलमल के कपड़े के अंदर से ही उभर कर दिख रहे थे, जिनको नोटिस करते ही मेरे लंड में तनाव आना शुरू हो गया.
मैं- लगता है तुमने शायद कुछ देर पहले ही एक वीडियो सेक्स चैट सेशन खत्म किया है. तो क्या तुम एक बार फिर से ऐसा ही गर्म सेक्स चैट सेशन करने के लिए तैयार हो?
वानी- आप उसकी फिक्र न करें डार्लिंग. मैं तुम्हारे लंड को फिर से खड़ा कर दूंगी. भले ही तुमने अभी कुछ देर पहले ही अपना वीर्य निकाला हो. मुझे बताओ कि तुम्हें क्या पसंद है जो तुम्हें उत्तेजित करता है? या फिर मैं ही अपना कौशल दिखाती हूं!
मैं- मुझे पूरा यकीन है कि मेरी फेंटेसी की तरह तुम्हारा सरप्राइज़ भी बहुत मजेदार होगा. मगर मैं चाहता हूं कि तुम मुझे अगले सेक्स चैट सेशन में सरप्राइज करो. आज मैं चाहता हूं कि तुम मेरी अकाउंटेंट बनो जो अपने मैनेजर के साथ सेक्स करती है.
वानी- ठीक है. मैं वैसा ही रोल प्ले करूंगी जैसी तुम्हारी इच्छा होगी. पहले मुझे ये बताओ कि ये एक साधारण अकाउंटेंट होगी या फिर एक बहुत ही सेक्सी और हॉट लड़की होगी जो बिल्कुल रंडी की तरह चुदना चाहती है?
मैं- बिल्कुल रंडी के जैसी जो दो-दो मर्दों के साथ चुदने के लिए भी तैयार हो.
उसके बाद मैंने वानी को मधुलिका के बारे में बताया. उसके पहनावे और बर्ताव के बारे में बताया. पार्किंग लॉट की उस घटना के बारे में भी बताया जहां वो कार में चुदी थी. वानी मेरी इच्छाओं को समझ गयी और उसने वो सारी तैयारी कर ली जो इस रोल प्ले के लिए जरूरी थी.
कुछ देर के बाद वो फिर से वापस आ गयी. इस बार उसने एक नया ड्रेस पहना हुआ था. उसने हरे रंग का ढीला सा सलवार टॉप पहना था और उसके नीचे सफेद लैगिंग पहनी थी, जो उसकी गांड से नीचे वाले हिस्से को मस्त सी शेप दे रही थी.
उसने अपने बालों को खुला रखा हुआ था. फिर उसने लैपटॉप को एक डाइनिंग टेबल पर रख दिया जिस पर सफेद शीट चिपका दी गयी थी ताकि वो एक ऑफिस का ही डेस्क जैसा लगे.
वानी- मुझे लगता है कि ये सब काफी है तुम्हारे ऑफिस का माहौल बनाने के लिए। तुम्हें क्या लगता है डार्लिंग?
मैं- बहुत उम्दा। अब रोल प्ले शुरू करते हैं, मैं तुम्हें नंगी देखने के लिए अब और इंतजार नहीं कर सकता हूं.
उसके बाद वानी ने अपने लैपटॉप से दूर जाते हुए अपनी पोजीशन ले ली और रोल प्ले शुरू हो गया.
वानी- क्या मैं अंदर आ सकती हूं सर?
मैं- हां मधुलिका, आओ।
वानी- सर, आपने अभी तक छुट्टियों के लिए मेरी एप्लीकेशन मंजूर नहीं की है. क्या आप उसे अप्रूव कर देंगे प्लीज़?
मैं- हां, मैंने देखा कि तुमने 5 दिन की छुट्टी के लिए रिक्वेस्ट डाली है. लेकिन क्या है कि मि. बोस, मि. गांगुली ने भी उसी हफ्ते में पांच दिनों की छुट्टी मांगी है. क्या तुम सब फैमिली पिकनिक मनाने तो नहीं जा रहे?
वानी मुस्कराते हुए- नहीं सर, यह तो बस केवल एक इत्तेफाक है.
मैं- ओह्ह, अच्छा! तुम जरा यहां आकर मोबाइल स्क्रीन में देखो और बताओ कि क्या यह भी केवल एक इत्तेफाक है?
वानी उठी और उसने लैपटॉप को टेबल की विपरीत दिशा में कर लिया और चेयर के पास आकर ऐसे खड़ी हो गयी जैसे कि वो नीचे झुक कर मोबाइल में देख रही हो.
मैं- मैंने यह वीडियो अपनी कार में से रिकॉर्ड किया था. क्या तुम ये बताने का कष्ट करोगी कि तुम तीनों इस कार की बैकसीट में क्या कर रहे थे? जरा बताओ कि वो दोनों सभ्य पुरूष किस पोजीशन में तुम्हारी शादीशुदा चूत को मार रहे थे इस वक्त? मुझे लगता है कि तुमने इस राइड का पूरा मजा लिया होगा क्योंकि तुम्हारी गाड़ी इसमें लगातार 20 मिनट तक हिलती रही थी.
वानी- सर, इससे पहले की बात आगे बढ़े मेरे पास हम दोनों के लिए एक सॉल्यूशन है. आप मुझे कॉर्पोरेट लेवल पर प्रोमोट कर दो और मैं आपके लौड़े पर उछल उछल कर तब तक चुदती रहूंगी जब तक आपका मन नहीं भर जायेगा. क्या आपको ये प्रस्ताव मंजूर है?
मैं- बहुत अच्छा प्रस्ताव है मधुलिका. तुम अच्छा और फास्ट निर्णय लेती हो. मुझे पसंद आया. मेरा लंड तो तुम्हारे लिए पहले से ही तैयार है, अब तुम खुद को इसके लिए तैयार कर लो.
अब वानी ने एक मेल सेक्स डॉल चेयर पर रख दी जिस पर एक पट्टी के सहारे एक लंड लगा हुआ था. उसने अपनी सलवार टॉप निकाल दी और उसके कामुक चूचक नंगे हो गये.
सेक्स डॉल के मुंह के पास जाकर उसने अपने चूचों को उसके मुंह से लगा दिया और उसके सिर को अपनी चूचियों में दबा दिया. उसके बाद उसने अपनी लैगिंग को खींच कर निकाल दिया और उसकी सांवली मोटी गांड भी नंगी हो गयी जिसकी बड़ी सी दरार भी दिख रही थी. उसको देख कर लग रहा था कि उसकी गांड को रोज दबाया और ठोका जाता होगा. वो अपने हाथों से उसको खींच और भींच रही थी.
वानी- सर, मेरी गांड के साथ थोड़ा आराम से करें. जिन दो मर्दों से मैं चुदती हूं आजकल वो दोनों बहुत ज्यादा वहशी हो गये हैं. अभी इससे पहले जो चुदाई उन्होंने मेरी की थी वो बहुत ही दर्द देने वाली थी जिसको मैं बर्दाश्त नहीं कर पायी थी. मुझे खुशी है कि आपने मेरी चीख और सीत्कारें कार के अंदर से सुनी नहीं.
मैं- अब मेरा लौड़ा तुम्हारी गीली चूत के अंदर जाने के लिए और इंतजार नहीं कर सकता मधुलिका, जल्दी से इसको अंदर ले लो.
वानी ने अपनी टांगों को फैला दिया और उस सेक्स डॉल की गोद में बैठते हुए उसके लंड को अपनी चूत में ले लिया. फिर उसने ऊपर नीचे कूदना शुरू कर दिया.
सिसकारते हुए मैंने कहा- आहह्ह … हां ऐसे ही … मेरे लंड को ऐसे ही चोदो जैसे तुम उस दिन कार में उन लौड़ों के ऊपर चुद रही थी. और तेज … और जोर से … आहह्ह.
वानी- ओह्ह माय गॉड … मुझ पर थोड़ा रहम करो सर, मेरी चूत में दर्द हो रहा है. उन दोनों मर्दों ने बेरहमी से चोदा है मेरी चूत को, ओह्ह डियर आराम से … आह्ह।
उसकी उछलती मोटी गांड को देख कर मैंने अपने लंड को जोर से मुठ मारना शुरू कर दिया. उन दोनों कमीनों ने मधुलिका की गांड को उस कार में ऐसे ही चोदा होगा. वानी ने अपने दायें हाथ की बीच वाली उंगली अपनी गांड के छेद में घुसा दी और लंड को चूत में लेती रही.
वानी- प्लीज सर, मेरी गांड में उंगली मत डालो, इसमें अभी भी बहुत दर्द हो रहा है. उस दिन मुझे गांड में लंड लेकर गांड चुदाई करवाने में बहुत मजा आया लेकिन इसमें अभी बहुत दुख रहा है.
मैं- तुमने क्या सोच कर हमारी बैंक के उन आदमियों के साथ सेक्स किया? साली रंडी! उस कार में बैठने से पहले तुम बहुत उत्साहित दिख रही थी. मुझे यकीन है कि उन्होंने तुम्हारे साथ कोई जबरदस्ती नहीं की होगी, सब तुम्हारी मर्जी से हुआ होगा, है न?
वानी उठ गयी और उसने अपनी चूत से लंड निकाल कर सामने की ओर मुंह कर लिया और दोबारा से चूत में लंड लेकर बैठ गयी. उसकी फैली हुई चूत ने उस मोटे लंड को फिर से अंदर ले लिया था. उसने अपने बायें चूचे को हाथ में ले लिया और उसके निप्पल को चूसने लगी. फिर ऊपर नीचे उछलते हुए वो दोबारा से उस स्ट्रैप पेनिस पर चुदने लगी.
वो बोली- वे दोनों रोज मुझे ऑफिस में छेड़ने लगे थे. वो मुझे गंदे इशारे करते थे. मैं इस सबसे गर्म हो जाती थी और रोज परेशान होती थी. उनके इन मर्दानगी भरे जुल्मों से उत्तेजित होकर मेरा मन भी उनके लौड़ों से चुदने के लिए करने लगा था.
मैं- मर्दानगी वाले जुल्म? ऐसा क्या करते थे वो तुम्हारे साथ?
वानी- जब मैं पैंटरी में टी-बैग शेल्फ से उतार रही होती थी तो वो अपने खड़े लंड को मेरी गांड से रगड़ देते थे. मुझे झुका कर मेरी चूचियों के निप्पलों को देखा करते थे. मुझे मर्दों वाले टॉयलेट को इस्तेमाल करने के लिए जोर डालते थे और वहां पर मेरी वीडियो बनाते थे. हालांकि ये मेरी ही गलती थी जो मैंने उनको ये दिखाया कि मैं भी लंड की भूखी हूं.
इस पर मैंने कहा- हम्म … तुम्हारे साथ अच्छा ही हुआ साली रंडी, लंड की भूखी कुतिया. अब मेरे लंड को मुंह में ले ले, मेरा निकलने ही वाला है.
ये बोल कर मैं वानी के उछलते चूचों को देख कर जोर जोर से अपने लंड को हिलाने लगा. कुछ जोश भरे झटकों के बाद ही मेरे लंड से वीर्य की पिचकारी निकल कर टेबल पर जा लगी.
ऐसा पहली बार था जब किसी ने मुझे इस क्रिया में हाँफने पर मजबूर कर दिया था. मैं मुश्किल से सांस ले पा रहा था. मैंने इससे पहले न जाने कितनी बार अपने ऑफिस में मुठ मारी थी लेकिन कभी मेरे लंड में ऐसा तनाव नहीं रहा था जितना इस वेबकैम मॉडल को नंगी देख कर रहा.
दिल्ली सेक्स चैट मॉडल्स की शायद यही खासियत भी है. उसके साथ सेक्स वीडियो चैट करके मुझे वो खुशी मिली जो मुझे बीवी के साथ मिल पाना बहुत मुश्किल था. मैं मुठ मारने के बाद बहुत हल्का और अच्छा महसूस कर रहा था.
मैंने वानी को बोला कि मैं जल्दी ही उसके पास फिर से आऊंगा और एक सॉसी रोल प्ले सीन का मजा लूंगा. उसने भी मुझसे वादा किया कि वो अगले सेक्स चैट सेशन में मुझे इससे भी अधिक मजा देगी.
तो मेरे सभी रीडर्स, जो इंडियन सेक्स स्टोरीज से जुड़े हैं, मैं सबसे कहना चाहता हूं कि मेरे जैसे मोटे और भारी लोगों के लिए दिल्ली सेक्स चैट वेबसाइट एक बहुत ही उम्दा अनुभव देती है. आपको केवल अपनी कल्पना का प्रयोग करना है और वेबकैम मॉडल्स आपको ऐसा मजा देंगी जो आपको रियल लाइफ सेक्स में भी नहीं मिलता होगा.
यहां तक कि उस हैदराबादी वेबकैम मॉडल वानी के साथ एक दो बार चैट करने के बाद मैं अपनी वाइफ के साथ भी अच्छा सेक्स करने लगा हूं. वानी ने कुछ टिप्स देकर मेरी काफी मदद भी की. इसके बाद अब मैं अपनी बीवी की चुदाई का भी मजा लेता हूं.
तो दोस्तो, आपको भी एक बार दिल्ली सेक्स चैट की वेबसाइट को विजिट करके देखना चाहिए, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि ऐसा मजा आपको और कहीं नहीं मिलेगा.
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