Hindi Sex Stories » विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान तक » Page 3
विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान तक
आज मैं आपको दीपाली सिंह की कहानी बताती हूँ।
दोस्तो, कहानी के सभी किरदार असली हैं.. बस कहानी मैंने दीपाली और मेरी पक्की सहेली अनुजा के लिए लिखी है।
इसमें कुछ घटना-क्रम एकदम वास्तविक है और कुछ आपके मनोरंजन के लिए अपनी कलम से लिख रही हूँ!
और हाँ.. अबकी बार मैंने लिखने का अंदाज थोड़ा बदला है.. उम्मीद है कि पहले की तरह इस बार भी आपको मज़ा आएगा।
तो आइए आपको कहानी की ओर ले चलती हूँ।
सर- दीपाली ये क्या है? इस बार भी फेल.. आख़िर तुम करती क्या हो..? पढ़ाई में तुम्हारा ध्यान क्यों नहीं लगता। जब स्कूल-टेस्ट में ये हाल है तो बोर्ड के इम्तिहान में क्या खाक लिखोगी?
ये सर हैं विकास वर्मा जिनकी उम्र 35 साल है और ये साइन्स के टीचर हैं..
थोड़े कड़क मिज़ाज के हैं। इनका कद और जिस्म की बनावट अच्छी है.. और एकदम फिट रहते हैं।
दीपाली- सॉरी सर प्लीज़.. मुझे माफ़ कर दो.. अबकी बार अच्छे नम्बर लाऊँगी.. प्लीज़ प्लीज़…
दोस्तो, यह है दीपाली सिंह.. अच्छे ख़ासे पैसे वाले घर की एक मदमस्त यौवन की मालकिन.. जिसकी उम्र 18 साल, कद 5’3″.. छोटे सुनहरे बाल.. गुलाब की पंखुड़ी जैसे पतले गुलाबी होंठ.. भरे हुए गोरे गाल.. नुकीले 30″ के मम्मे.. पतली कमर और 32″ की मदमस्त गाण्ड।
स्कूल में कई लड़के दीपाली पर अपना जाल फेंक रहे हैं कि काश एक बार उसकी मचलती जवानी का मज़ा लूट सकें..
मगर वो तो तितली की तरह उड़ती फिरती थी।
कभी किसी के हाथ ना आई !
और हाँ आपको यह भी बता दूँ कि गंदी बातों से दूर-दूर तक उसका वास्ता नहीं था।
वो शरारती थी.. मगर शरीफ़ भी थी।
विकास- हा हा हा मैं तो सन्न रह गया.. तुमने पूरी पेशाब मुझ पर कर दी थी। अनुजा- तो अपने कौन सा मुझे बख्श दिया.. अपने भी तो उसी वक्त मेरी चूत पर पेशाब कर दिया था.. कितना गर्म था… विकास- हाँ जान कहाँ तो हम चुदाई कर रहे थे.. पानी आने की बजाय साला […]
दस मिनट तक गाण्ड मारने के बाद विकास ने लौड़ा चूत में डाल दिया और रफ़्तार से चोदने लगा। इधर दीपाली ने अनुजा की चूत चाट-चाट कर उसको चरम सीमा पर पहुँचा दिया था। अनुजा- आहइ आह मज़ा आ गया.. चाट आह्ह.. ज़ोर-ज़ोर से चाट.. आह्ह.. मैं झड़ने वाली हूँ आह्ह.. विकास- ओह्ह ओह्ह ओह्ह […]
अन्तर्वासना डॉट कॉम के पाठकों और रचनाकारों को पिन्की सेन की ओर से नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएँ! विकास का लौड़ा एकदम फँस सा गया था.. इतना चिकना होने के बाद भी अब आगे नहीं जा रहा था। विकास- आह उफ़फ्फ़.. साली तेरी गाण्ड है या आग की भट्टी.. कैसी गर्म हो रही है.. […]
अनुजा- ओये होये.. मेरा राजा.. क्या बात है… बड़ा प्यार आ रहा है दीपाली पर.. कभी मेरे को तो रोटियां बनाने में मदद नहीं की तुमने? विकास- अरे जान ये बच्ची है.. इसलिए मदद कर रहा हूँ और कोई बात नहीं है। अनुजा- अच्छा बच्ची है.. जिस तरह तुम इसको चोद रहे हो.. सारा पानी […]
अनुजा- बस भी करो.. तुम दोनों चुदाई का मज़ा लेते रहोगे तो क्या मैं बेलन घुसाऊँगी अपनी चूत में… विकास एक बार तो मेरी भी चूत मार लो यार.. उसके बाद तुम्हारे लौड़े में दम नहीं रहेगा। विकास- अरे मेरी जान.. एक बार क्यों चल दो बार तेरी मारूँगा.. उसके बाद इसको चोदूँगा और तुझे […]
दोनों 69 की अवस्था में आ गए और मज़े से चुसाई करने लगे। दीपाली की सूजी हुई चूत को विकास की जीभ से बड़ा आराम मिल रहा था। वो एकदम गर्म हो गई थी और टपकने लगी थी.. इधर विकास पर भी चुदाई का खुमार चढ़ने लगा था.. पानी की बूँदें तो उसके लौड़े से […]
दीपाली से नम्बर लेकर अनुजा उसके घर फोन करती है। वो कहते हैं ना देने वाला जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है। अनुजा- हैलो मैं अनुजा बोल रही हूँ, वो आंटी क्या है ना कि मेरे पति किसी काम से बाहर गए हैं, मैं घर पर अकेली हूँ, मेरी तबीयत भी ठीक […]
लगभग 10 मिनट तक विकास उसको चोदता रहा.. दीपाली दोबारा गर्म हो गई। उसकी चूत में अब दर्द के साथ-साथ मीठा-मीठा करंट भी दौड़ रहा था.. वो दोबारा चरम पर पहुँच गई थी और पहुँचती भी कैसे नहीं 8″ का लौड़ा ताबड़तोड़ उसकी चूत में आगे-पीछे हो रहा था। दीपाली- आह आह आह सर प्लीज़.. […]
अनुजा- अरे क्या हुआ रानी चूस ना। दीपाली- दीदी मुझे ये लौड़ा एकदम असली जैसा लग रहा है और शहद के साथ-साथ कुछ नमकीन सा और भी पानी मेरे मुँह में आ रहा है इसकी गोटियों की चमड़ी भी बिल्कुल असली लग रही है। अनुजा- अरे पगली ये सब आँख बन्द होने का कमाल है.. […]
अनुजा ने बहुत कोशिश की मगर दीपाली चुदने को राज़ी ना हुई। फिर अनुजा ने दूसरा पासा फेंका। अनुजा- चल किसी आदमी से मत चुदाना.. तुझे पता है रबड़ का भी लौड़ा आता है जिससे तुम खुद चुदाई का मज़ा ले सकती हो और किसी आदमी के सामने तुम्हें नंगी भी नहीं होना पड़ेगा। दीपाली- […]
दीपाली- दीदी बाथरूम का दरवाजा तो बन्द करो.. कोई आ गया तो? अनुजा- अरे यार घर में सिर्फ़ हम दोनों हैं और कमरे की कुण्डी बन्द है ना.. कोई कैसे आएगा..? अब चुपचाप बैठ जा यहाँ। दीपाली इसके बाद कुछ नहीं बोली.. 15 मिनट में अनुजा ने उसके चूत के बाल के साथ-साथ उसके हाथ-पाँव […]
अनुजा- तो चल कमरे में चल कर अपने सारे कपड़े निकाल.. मैं भी नंगी हो जाती हूँ, तभी मज़ा आएगा। दीपाली- छी.. नहीं दीदी.. मुझे बहुत शर्म आ रही है… मैं आपके सामने बिना कपड़ों के कैसे आऊँगी? अनुजा- अरे यार तू तो ऐसे शर्मा रही है जैसे मैं कोई लड़का होऊँ? यार.. मैं भी […]
अनुजा- ये असली विज्ञान है.. रात को अपने कमरे में कुण्डी लगा कर सारे कपड़े निकाल कर इस किताब को पढ़ना.. और कल शाम को आ जाना.. बाकी सब कल समझा दूँगी। दीपाली- सारे कपड़े निकाल कर.. नहीं दीदी, मुझे शर्म आ रही है। अनुजा- अरे पगली मैं किसी के सामने नंगी होने को नहीं […]
हाय दोस्तो, कैसे हो आप सब… आज मैं आपको दीपाली सिंह की कहानी बताती हूँ। दोस्तो, कहानी के सभी किरदार असली हैं.. बस कहानी मैंने दीपाली और मेरी पक्की सहेली अनुजा के लिए लिखी है। इसमें कुछ घटना-क्रम एकदम वास्तविक है और कुछ आपके मनोरंजन के लिए अपनी कलम से लिख रही हूँ! और हाँ.. […]