तुझ को भुला ना पाऊँगा -5
उस रात दीपो ने सिर्फ मेरी औलाद के लिए मेरे साथ सेक्स किया. उसके जुड़वां बेटे हुए... लेकिन उसके बाद उसके और मेरे जीवन में वो वो हुआ जो भगवान करे किसी के साथ ना हो!
यह कहानी उस वक्त की है जब मैं पंजाब में था और नदियाँ उफान पर थीं. गांव में बाढ़ आने वाली थी. उसी वक्त मेरे इश्क के समंदर में भी तमन्नाओं की लहरें उठने लगी थीं. क्या मैं इश्क के इजहार में सफल हो पाया?
उस रात दीपो ने सिर्फ मेरी औलाद के लिए मेरे साथ सेक्स किया. उसके जुड़वां बेटे हुए... लेकिन उसके बाद उसके और मेरे जीवन में वो वो हुआ जो भगवान करे किसी के साथ ना हो!
रात को मैं भाभी के घर गया और खाना खाकर एक कमरे में लेट गया। अभी झपकी लगी ही थी कि मुझे महसूस हुआ कि एक जनाना बदन मेरे पास है, मुझे सहला रहा है। 'दीपो?'
वो बोली- मैं अगले महीने यहाँ रहने आ रही हूँ, और वो भी पूरे 2 महीने के लिए, और तुम्हारी वो तमन्ना मैं उस वक्त पूरी करूँगी और जिस दिन मैं तुम्हें बुलाऊंगी, तुम्हें आना पड़ेगा
यह कहानी है सच्चे प्रेम की ! मुझे एक लड़की से प्यार हो गया, अपने घर वालों के हाथ रिश्ते की बात चलाई लेकिन जाती आड़े आ गई... उसकी शादी तय हो गई फिर भी हम मिले
यह कहानी है सच्चे प्रेम की ! जो कहानी पढ़ने का शौक रखते हैं उनको यह कहानी अच्छी लगेगी पर जो सिर्फ़ सेक्स ही पढ़ने वालों को शायद उनको यह कहानीअच्छी ना लगे।