सलहज ने मुरझाये लंड में नई जान फूंकी-7
सलहज की चूत और गांड मैंने दो सप्ताह तक खूब पेली, अब उसके घर जाने का समय आ गया था, उसे छोड़ने गया तो एक रात हमने होटल में बिताई। होटल के कारनामे पढ़िए।
मेरी बीवी अपने माता-पिता की एकलौती होने के कारण मेरी कोई सगी साली नहीं है. मगर रिश्ते में बीवी के भाई की पत्नी ने इस कमी को तब पूरी किया जब मैं अपनी बीवी के रिश्तेदार के यहां शादी में गया हुआ था. पहल उसने की तो लंड खड़ा होना लाजमी था।
सलहज की चूत और गांड मैंने दो सप्ताह तक खूब पेली, अब उसके घर जाने का समय आ गया था, उसे छोड़ने गया तो एक रात हमने होटल में बिताई। होटल के कारनामे पढ़िए।
मैंने उसे कूल्हे फैलाने के लिये कहा, उसने अपने कूल्हे फैला लिए, मैंने पास पड़ी शीशी से तेल उसकी गांड में डाल दिया और अपने लंड पर मल लिया, उसकी गांड काफी चिकनी हो चुकी थी।
मेरी सलहज मुझ पर कुछ ज्यादा ही फ़िदा थी, वो मुझे खुश करने के लिये काफ़ी कुछ कर रही थी, सुबह सुबह उसने झांट के बाल साफ़ करके मुझे अपनी चूत दिखाई। कहानी का मजा लें।
मेरी सलहज पर मेरा नशा इस कदर छया हुआ था कि उसने अपना सब कुछ मुझे अर्पित कर दिया। मैंने उसकी गांड में उंगली की तो उसने मुझे गांड मारने की भी इजाजत दे दी।
अगले दिन साले साहब चले गए लेकिन सलहज कुछ दिन के लिए रुक गई। वो क्यों नहीं गई अपने पति के साथ? क्या मेरी बीवी बीमार थी इसलिये या कोई अन्य कारण था?
मेरा साला, सलहज मेरे घर आए हुए थे, मेरी बीवी बीमार थी तो सलहज ने पूरे घर का जिम्मा ले लिया। लेकिन मुझे उन दोनों की चूत चुदाई का नजारा मुझे देखने को मिल रहा था।
बीवी बीमार और ऊपर से बाकी चुतों का भी जैसे अकाल पड़ गया। ऐसे में साले और सलहज की चुत चुदाई देखने को मिल जाए तो हालत खराब होनी ही है। कहानी का मजा लें।