प्यासा सावन तड़पता यौवन उस पर मेरी बल्ले बल्ले-10
वो अपने लंड को मेरी गांड के अन्दर डाल के मेरी गांड मार रहा था, मैं आह... हो... कर रही थी और शीशे में अपनी गांड का बाजा बजते हुए देखती रही...
पुणे में किराये के फ्लैट में अकेले रहने वाले एक युवक की कहानी है यह. उसके साथ वाले फ्लैट में एक नवयुवती रहने आती है तो दोनों आपस में कैसे मिलते हैं और उनके बीच क्या क्या होता है.
वो अपने लंड को मेरी गांड के अन्दर डाल के मेरी गांड मार रहा था, मैं आह... हो... कर रही थी और शीशे में अपनी गांड का बाजा बजते हुए देखती रही...
'यार या तो पहले कहानी सुन लो या फिर मुझे चोद लो पहले... क्योंकि तुम तेज-तेज धक्का लगा रहे हो और मैं उसकी वजह से बोल नहीं पा रही हूँ।'
'मुझे पेन्टी के अन्दर हाथ डालकर लड़की की गांड में उंगली करना अच्छा लगता है!' 'तो अब तक कितनी लड़कियों की गांड में उंगली इस तरह कर चुके हो?'
कमरे के अन्दर घुसते ही सुहाना अपने कपड़े उतारती जाती और मेरे ऊपर फेंकती जाती, उसका दूध सा गोरा और चिकना बदन पूर्ण नग्न मेरी नजरों के सामने था!
मैंने समुद्र में खूब मजा लिया, मेरा टॉप काफी छोटा था, पानी में डुबकी लगा कर बाहर आने पर मेरे मम्मे टॉप के बाहर आ जाते और लोगों की नजर उन पर पड़ जाती!
अपनी जवान विधवा पड़ोसन की सुहागरात की कहानी सुनते सुनते मैं गर्म हो गया तो हम दोनों फिर चूत चुदाई के खेल में लग गए. उसकी कामुकता भी शिखर पर थी.
वो अभी भी मुझे कस कर दबाये हुए थे, शॉवर से मेरे सिर के ऊपर पानी गिर रहा था और नीचे मेरे मूत्रद्वार से मूत निकल रहा था जो उनके लंड पर गिर रहा था.
मेरे वीर्य से उसकी चूत भर गई, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला, लंड बाहर निकलते ही मेरे और सुहाना के मिलन का रस भी उसकी चूत से बहने लगा।
तुम मुझे नंगी देख चुके थे और यह भी जानते थे कि मैं अकेली हूँ तो तुमने मौके का फायदा क्यों नहीं उठा लिया या फिर केवल देखकर मजे लेने वाले मर्द हो?
बगल वाले कमरे में एक खूबसूरत लड़की रहने आई... बाथरूम के रोशनदान से उसे नंगी देखने का मौक़ा मिला तो मेरी लालासा और बढ़ गई.