प्रतिशोध की ज्वाला-8
उसकी पिचकारी मेरी सास के मुँह और मम्मों पर जा पड़ी, जिससे उसका सारा जिस्म अपने बेटे के वीर्य से सन गया. कुछ माल जो चुत में जा चुका था, वो भी चुत से बाहर टपकने लगा था.
लड़की को इस दुनिया में सभी स्थानों पर एक वस्तु माना जाता है और उसका काम मर्द का दिल बहलाना है, चूत से लंड की सेवा करना है.आम तौर पर अधिकतर नर और नारी यही सोच कर अपनी जिन्दगी बिता देते हैं.
जब मैंने हाईस्कूल पास किया तो सब लोग बहुत खुश थे. मुझे शहर के कॉलेज में दाखिला भी मिल गया. शहर हमारे गाँव से काफ़ी दूर था, हर रोज आना जाना दुष्कर था. मेरे एक चाचा शहर में रहते थे, मैं उनके घर रहकर पढ़ने लगी. चाचा के पड़ोस में एक लड़का हमारी ही बिरादरी का रहता था, वो आते जाते मुझे छेड़ता था.
एक दिन उसकी बात से नाराज होकर मैंने उसको एक थप्पड़ मार दिया… वो जाते हुए बोला कि इस थप्पड़ की मुझे बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी.
उसकी पिचकारी मेरी सास के मुँह और मम्मों पर जा पड़ी, जिससे उसका सारा जिस्म अपने बेटे के वीर्य से सन गया. कुछ माल जो चुत में जा चुका था, वो भी चुत से बाहर टपकने लगा था.
मेरी सास को चिंता हो गई थी कि वो चुदाई के कारण माँ बनने वाली है. इसी भय के चलते उसको एक फर्जी डॉक्टर के पास ले जाया गया जो उसकी चुत के साथ खिलवाड़ करते हुए उसकी वीडियो बनाने लगा.
मेरी सास रूपयों के लालच में शराब पीकर चार लड़कों के लंड अपनी चूत में लेने को राजी हो गई. उन चारों ने उसकी चूत अपने वीर्य से भर कर उसके बच्चा ठहरने का पूरा इंतजाम कर दिया और वीडियो भी बना ली.
मेरी मातहत और भरोसे की लड़की ने मेरी सास को अपनी बातों के जाल में उलझा कर ये समझना चाहा था कि उसकी चूत को लंड की जरूरत होती है.
अब तक आपने इस कहानी में पढ़ा कि मैं अपनी ननद को सेक्स के गंदे खेल में शामिल न करने की सोच रही थी. अब आगे.. मैंने सोच लिया कि मैं इसको अपना बदला लेने के लिए इस्तेमाल नहीं करूँगी. मुझे इसकी माँ से बदला लेना है. मगर फिर रात को बदले की आग ने […]
अपनी बदले की आग को बुझाने के लिए मैं भी रंडी बनने की राह पर चल पड़ी थी. मेरे बॉस ने मेरे पति की बहन को नौकरी के इंटरव्यू के लिए मेरे हवाले कर दिया कि ले ले इससे बदला... कर ले जो करना है.
मेरी सहेली तबस्सुम मुझे खुल कर जीने के लिए अपनी चूत का इस्तेमाल करने के बारे में बता रही थी. उसने मुझे एक ऐसे आदमी से मिलवाया जो मुझे मेरे मकसद में कामयाब कर सकता था.
लड़की को यहाँ इस दुनिया में लगभग सभी देशों में एक वस्तु माना जाता है. जिसका काम अपनी चूत से लंडों की सेवा करना है. यही सोच रख कर आम तौर पर लोग अपना जीवन गुजारते हैं.