प्रगति का अतीत- 5
मास्टरजी और प्रगति गुसलखाने में गए और मास्टरजी ने उसको नहलाना शुरू किया। बालों को गीला करके शैंपू किया और फिर उसके बदन पर साबुन लगा कर उसके अंग अंग को मलने लगे। मास्टरजी के हाथों को उसका साबुन से सना मांसल जिस्म बहुत अच्छा लग रहा था। उनके हाथ फिसल फिसल कर उसके शरीर […]