नयी पड़ोसन और उसकी कमसिन बेटियां-5
पड़ोसन के घर उसकी भतीजी रहने आई हुई थी. मेरे बार बार कहने पर वो अपनी भतीजी को मेरे पास भेजने को राजी हो गई. तो क्या वो लड़की आई और मैं कुछ कर पाया?
ट्रांसफर के बाद कानपुर में मेरे मकान के ठीक सामने के घर में भाभी को मैंने जब से देखा, मेरा दिल उस पर आ गया. मैं उसको चोदना चाहता था. क्या किया मैंने उसे चोदने के लिए?
पड़ोसन के घर उसकी भतीजी रहने आई हुई थी. मेरे बार बार कहने पर वो अपनी भतीजी को मेरे पास भेजने को राजी हो गई. तो क्या वो लड़की आई और मैं कुछ कर पाया?
पड़ोसन की जवान बेटी को मैं चोद चोद कर पूरे मजे ले चुका था. अब बारी उसकी मम्मी की थी. मैंने उस पर अपना जाल फेंका तो वो भी आसानी से फंस गयी या नहीं? पढ़ें कहानी के इस भाग में!
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
मैं अपनी पड़ोसन की कुंवारी बेटी को एक बार चोद चुका था. उसने अपनी पहली चुदाई खुल कर करवाई और पूरा मजा लिया. उसके बाद मैंने उसके साथ और क्या क्या किया, पढ़ें और मजा लें!
ट्रांसफर होकर मैंने कानपुर में मकान किराये पर लिया. ठीक सामने गुप्ताइन का घर था. मैंने जब से उसे देखा, दिल उस पर फिदा था, मैं किसी भी तरह उसको चोदना चाह रहा था.