मेरी कामवासना और दीदी का प्यार-3
दीदी के अंदर आग बहुत थी, मैंने उनकी चूत चाटते-चाटते धीरे से अपनी दो उँगलियाँ दीदी की गीली चूत के अन्दर डाल दी. उनके मुंह से एक चीख निकल गयी.
छुट्टियों में मैं अपने गाँव गया तो वहां बुआ की विवाहिता बेटी आई हुई थी. कुछ काम करते वक्त मैं दीदी की चूचियां देख रहा था और दीदी ने देख लिया. फिर …
दीदी के अंदर आग बहुत थी, मैंने उनकी चूत चाटते-चाटते धीरे से अपनी दो उँगलियाँ दीदी की गीली चूत के अन्दर डाल दी. उनके मुंह से एक चीख निकल गयी.
बुआ की बेटी ने मुझे उनके स्तन घूरते देख लिया. बाद में उन्होंने मुझसे इस बारे में बात की तो मैं डर गया. लेकिन मुझे मजा तब आया जब उन्होंने पहल करके ...
गाँव गया तो बुआ की शादीशुदा बेटी वहां आई हुई थी. गले से उनकी चूचियाँ दिख रही थी तो मैं उन्हें देखने लगा. दीदी ने मुझे देखते देख लिया तो ...