मेरी कमसिन जवानी के धमाके-3
अंकल ने मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में लेजाकर बेड पर खड़ी करके ऊपर से नीचे देखते हुए बोले- नीतू ... आज पहली बार तुम्हें नंगी देखूंगा. कब से मैं इस पल का इंतजार कर रहा था.
कॉलेज में लड़कों की और कुछ प्रोफेसर की नजर मेरे छाती पर या नितम्बों पर टिकी रहती थी. पर मेरे शर्मीले स्वभाव की वजह से कोई आगे नहीं बढ़ता था. मेरी जवानी की शुरुआत कैसे हुई?
अंकल ने मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में लेजाकर बेड पर खड़ी करके ऊपर से नीचे देखते हुए बोले- नीतू ... आज पहली बार तुम्हें नंगी देखूंगा. कब से मैं इस पल का इंतजार कर रहा था.
दरवाजा बंद करके अंकल ने मुझे पीछे से पकड़ा, अपना लंड मेरे कूल्हों पर घिसने लगे. उन्होंने मुझे एक हाथ से जकड़ लिया और दूसरा हाथ स्कर्ट के अन्दर पैंटी में ...
मैं अपनी जवानी की शुरुआत में सेक्स का मजा लेना चाहती थी मगर मैं शर्मीली थी. सहेलियों से चुदाई की बातें सुन कर मेरी चूत गीली होने लगती थी. तो मैंने क्या किया?