मेरा गुप्त जीवन -30
कम्मो को मैं घर ले आया और वो रात को मेरे साथ सोने लगी, पारो भी साथ होती थी. कॉलेज में मेरे पैसे को देख सब मेरी दोस्ती चाहते थे पर मैंने सीमित सम्बन्ध रखे.
यह कहानी नहीं अपनी आपबीती है।
मेरी उम्र काफी हो गई है लेकिन फिर भी वे पुरानी यादें अभी भी वैसे ही ताज़ा हैं और मेरे ज़हन में वैसे ही हैं जैसे कि कल की बात हो।
मैं उत्तर प्रदेश के एक गाँव में एक बड़े जमींदार के घर में अपने माता-पिता की एकलौती औलाद हूँ और बड़े ही नाज़ों से पाला गया हूँ।
एक बहुत बड़ी हवेली में हमारे घर में 3-4 जवान नौकरानियाँ सिर्फ मेरे काम के लिए हुआ करती थी। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था। मेरा सारा जीवन केवल औरतों के साथ यौन सम्बन्ध बनाने में बीत गया।
आप मेरी जीवन कथा में देखेंगे कि मैं अल्पायु में ही काम वासना में लीन हो गया था!
कम्मो को मैं घर ले आया और वो रात को मेरे साथ सोने लगी, पारो भी साथ होती थी. कॉलेज में मेरे पैसे को देख सब मेरी दोस्ती चाहते थे पर मैंने सीमित सम्बन्ध रखे.
पारो और गंगा के साथ चूत चुदाई कार्यक्रम सही से चल रहा था कि गंगा को गाँव जाना पड़ा. एक दिन कॉलेज से लौटते हुए सड़क पर ढके चेहरे वाली एक औरत ने मुझे बुलाया.
लखनऊ में गंगा मेरे कमरे में सोई, चुदी लेकिन अगले दिन रसोईयिन ने गंगा से मेरे कमरे में सोने का कारण पूछा. मैंने उससे बात करके उसे अपने कमरे में सोने को कहा.
चन्दा की फ़टाफ़ट चुदाई के बाद अब गंगा की बारी थी, चम्पा ने उसे नंगी किया तो उसका बदन मुझे कुंवारी कन्या का सा लगा। चम्पा नंगी हुई तो उसके चूचे मुझे भारी लगे।
नदी से लौटा तो घर में कोई ताऊ आये हुए थे लखनऊ से, साथ में उनकी जवान बीवी और दो युवा बेटियाँ भी थी.. कॉटेज गया तो वहां चन्दा मिल गई, चुदवाने की जिद करने लगी.
मैं निर्मला संग नदी के घाट पर नंगी औरतों को देखने गया, झाड़ी के पीछे छिप कर हम चुदाई करने लगे साथ ही घाट पर देखा तो एक नई दुल्हन अपना ब्लाऊज उतार रही थी..
चम्पा नई नौकरानी निर्मला को लाई, मेरे काम पर लगाने से पहले ही उसने उसको सब समझा दिया था.. कॉलेज जाने के दस दिन थे, इन दस दिनों में मैंने पूरी चुदाई की., निर्मला ने पानी गांड चुदाई की बातें भी बताई !
बसंती के भागने के बाद बिन्दू को गर्भ रह गया तो मेरे लिए अब कोई नहीं थी. मैं कॉटेज जाकर दिल बहलाने लगा तो वहाँ चम्पा आ गई अपनी एक सहली निर्मला को लेकर !
बसंती चुपचाप मुझे चोद कर सो गई, अगले दिन कॉटेज़ में चन्दा आकर चुद गई… रात को फ़िर बसन्ती उसी तरह से मुझे चोदकर सो गई तो अगली रात बिन्दू से मिलकर मैंने उसका भेद जानने की कोशिश की…
चम्पा, फ़ुलवा के गर्भ के बाद अब मेरे पास बिन्दू थी चुदाई के लिये… एक दिन मम्मी एक नई लड़की बसन्ती को लाई मेरे काम के लिये… 18 साल की बसन्ती मेरे कमरे में सोई और…
बिन्दू चंदा को लेकर आई तो उसे मेरे चुदाई शक्ति पर विश्वास नहीं हुआ. लेकिन फुलवा की चुदाई देख कर तो उसकी छूट पानी छोड़ने लगी और उसे हटा कर मेरा लंड ले लिया.
रात में पहली बार फुलवा को बिन्दू ने लेस्बियन सेक्स सिखाया तो वो उसकी दीवानी हो गई ! अगले दिन तो फुलवा मेरे पास आई ही नहीं, वो बिन्दू के बदन से चिपक गई.. तो मुझे खुद उनके बीच घुसना पड़ा !
मैंने फुलवा और बिन्दू से पूछा कि पति की गैर मौजूदगी में अपनी यौनेच्छा को कैसे शांत करती थी तो दोनों ने उंगली का इस्तेमाल बताया. बिन्दू ने एक तरीका और बताया - सहेली के साथ सेक्स...
एक दिन फुलवा ने एक नई लड़की बिन्दू को मेरी सेवा में रखवा दिया। रात को दोनों मेरे कमरे में सोने आई तो फुलवा ने बिन्दू को मेरी मालिषा करने को कहा और फिर ...
चम्पा के गर्भधारण के बाद उसने आना बन्द कर दिया और अब अकेली फ़ुलवा मेरे लण्ड को झेल रही थी। एक दिन उसने एक नई लड़की बिन्दू को मेरी सेवा में रखने की बात कही… और मम्मी ने उसे रख भी लिया।
चम्पा फुलवा मुझ से चुदती थी, एक बार चम्पा का पति आ गया और वो चम्पा को मारता था कि वो बच्चा पैदा नहीं कर पा रही... तो मैंने चम्पा को गर्भवती बनाने की ठान ली, कहानी में पढ़िए...
चम्पा फुलवा दोनों एक साथ मुझ से चुद कर मजा लेती थी, कई बार मेरा वीर्यपात छूट में हो जता था तो एक बार फुलवा को गर्भ ठहर गया... इससे किसी तरह छुटकारा पाया तो चम्पा का पति लौट आया और उसने काम पर आना बंद कर दिया...
एक दिन मैं चम्पा को चोदने के मूड में था कि उसने कह दिया कि उसकी माहवारी के कारण वो नहीं चुदवा पाएगी... मैं उदास हो गया पर कुछ देर बाद वो बाहर गई और अपने साथ हमारे घर में रसोई में काम करने वाली लड़की को लाई... उसका नाम फुलवा था.. तो फुलवा को मैंने कैसे चोदा... कहानी में पढ़िए...
मैं चम्पा को रात को छोड़ कर सोया. सुबह मेरी नींद खुली तो वो सो रही थी, मैंने बहुत आराम से उसे चोदना शुरू किया और कुछ देर बाद उसकी नींद खुली. फिर दोपहर को स्कूल से आकर उसे चोदा.. उसके बाद रात को चम्पा ने घोड़ी बन कर मुझ से चुदवाया ! कहानी पढ़ कर मजा लें !
मम्मी ने मेरे लिये नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया… मुझे पसंद आई और उसे लंड दिखा कर छोड़ भी दिया... लेकिन रात में पूरे नंगे होकर चुदाई का मज़ा अलग ही होता है...