मेरा गुप्त जीवन- 130
आबिदा और हेमा ने कहा- अगर हम ढंग से चलेंगी तो सोमू हम सबकी इच्छा पूरी कर देगा। हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा और हमको पूरी उम्मीद है कि सोमू बारी बारी से आप सबके खेतों में अपना मोटा हल ज़रूर चला पायेगा। क्यों सोमू राजा?
यह कहानी नहीं अपनी आपबीती है।
मेरी उम्र काफी हो गई है लेकिन फिर भी वे पुरानी यादें अभी भी वैसे ही ताज़ा हैं और मेरे ज़हन में वैसे ही हैं जैसे कि कल की बात हो।
मैं उत्तर प्रदेश के एक गाँव में एक बड़े जमींदार के घर में अपने माता-पिता की एकलौती औलाद हूँ और बड़े ही नाज़ों से पाला गया हूँ।
एक बहुत बड़ी हवेली में हमारे घर में 3-4 जवान नौकरानियाँ सिर्फ मेरे काम के लिए हुआ करती थी। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था। मेरा सारा जीवन केवल औरतों के साथ यौन सम्बन्ध बनाने में बीत गया।
आप मेरी जीवन कथा में देखेंगे कि मैं अल्पायु में ही काम वासना में लीन हो गया था!
आबिदा और हेमा ने कहा- अगर हम ढंग से चलेंगी तो सोमू हम सबकी इच्छा पूरी कर देगा। हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा और हमको पूरी उम्मीद है कि सोमू बारी बारी से आप सबके खेतों में अपना मोटा हल ज़रूर चला पायेगा। क्यों सोमू राजा?
सबसे पहले जूली ने निहायत ख़ूबसूरती के साथ अपने कपड़े उतारने शुरू किये। उसने हल्के से डांस करते हुए अपनी स्कर्ट के साथ का ब्लाउज और फिर डांस करते हुए उसने अपनी ब्रा भी उतार दी।
ब्यूटी कॉन्टेस्ट के बाद लड़कियों ने खुद स्टिप टीज के बाद खुली चुदाई का कार्यक्रम बना लिया. लड़कियाँ तैयारी में लग गई तो मैं एक लड़की को लेकर बगीचे में आ गया.
दिन में कई डांसर चुद चुकी थी तो कम्मो ने काम वालियों की ख्वाहिश पूरी करने की गुजारिश की, तो कहानी पढ़ कर देखिये कि नई दुल्हन और उस काले हीरे को मैंने चोद कर कैसे मज़ा दिया.
कम्मो मेरे अकड़े लंड को देखा कर समझ गई और नदी में नहाती एक लड़की को मेरे पास झाड़ियों में ले आई. मुझे देखते ही वो लड़की खुश हो गई.
कम्मो रानी, वो जो लाल रंग की सलवार पहने लड़की है न, उसका नाम सोनल है, उसको चुदाई की बहुत इच्छा है, वो जल्दी चुदना चाहती है मुझसे! तुम उसको यहाँ ले आओ प्लीज और कहना कि सोमू बुला रहा है।
मैं उसके जिस्म पर हाथ लगा रहा था। मैंने उसको आलिंगन में लेकर उसकी धोती को ऊपर उठा दिया और उसकी बालों से भरी चूत पर हाथ फेरने लगा।
डांस रिहर्सल के बाद ड्रेसिंग रूम में गया तो कुछ डांसर आती दिखी, हम सबने एक दूसरे के सामने नंगे होकर कपड़े बदले. उसके बाद दो लड़कियों की चुदाई का कार्यक्रम तय था.
बीच रात नींद खुली तो देखा कि मेरी बगल में मधु और रूबी नंगी सो रही थी. दोनों को चोदा और अगले दिन शूटिंग पर डांसरों संग क्या क्या हुआ, पढ़िए इस कहानी में !
इन डांसर लड़कियों में से कुछ प्रोफेशनल डांसर्स हैं जो अक्सर डांस बार में डांस भी करती है जब इनके पास फिल्मों का काम नहीं होता तो इनको अपनी चूत को सफाचट रखनी पड़ती है लेकिन मैं और कुछ लड़कियाँ सिर्फ फिल्मों में ही डांस करती हैं सो हम पर चूत सफाचट रखने की शर्त लागू नहीं होती।
मैं थक कर सोया हुआ था कि मेरी नींद खुल गई क्योंकि मेरे लौड़े पर किसी के होंठ थे. अँधेरे में कुछ नहीं दिखा पर वो जो भी थी, चुद कर मज़े ले गई. अगले दिन एक डांसर मुझसे चुदाने मेरे पीछे आ गई...
मैं कम्मो के साथ आबिदा और रोजी के कमरे की तरफ चल पड़ा जहाँ पहुँच कर देखा तो दोनों ने अपनी बहुत ही पतली झीनी सी नाइटी पहन रखी थी जो मुश्किल से उनके घुटनों तक ही आ रही थी और दोनों ने नाइटी के अलावा कुछ भी नहीं पहन रखा था।
सारी डांसर लड़कियाँ मुझसे चुदाने को मरी जा रही थी तो कम्मो ने तय किया कि रोज दो लडकियाँ अपने कमरे में और एक मैडम रात चुदेंगी. इस तरह सबका नम्बर आएगा.
जूली मुझसे चुदाना चाह रही थी तो मैंने उसे मज़ा देते हुए चोद दिया और डांस की रिहर्सल देखने लगा. वहाँ तीन लड़कियाँ मेरे आगे खड़ी हो गई, हाथ पीछे करके लंड पर रख लिया.
फिल्मी डांसर लडकियाँ आ गई थी. सबको कमरों में भेज कर मैं रसोई में आया तो मुझे गाँव की वो काली लड़की दिखा गई, मैं उसे चोदना चाहता था. कम्मो ने मेरी नज़र देख ली.
फिल्म वाली मैडमों की खुले में चूत चुदाई सरपट घोड़े को भगाते हुए उसको चोदने लगा और चंद मिनटों में रूबी ‘हाय हाय मी जातोस मी जातोस रे…’ कहते हुए ढेर हो गई। मैंने अपना लंड रूबी की फड़कती चूत से निकाला और कम्मो ने उसको तौलिये से साफ़ कर दिया और रूबी की चूत […]
मधु मैडम ने एक बार और चुदाने की जिद की तो मैंने उन्हें चोद दिया. फिर फिल्म यूनिट का इंतजाम करने कॉटेज में आए तो रूबी मैडम मुझे पटाने की कोशिश करती नजर आई.
फिल्म डांस डायरेक्टर को मेरी चुदाई क्षमता पर विश्वास नहीं हुआ तो वो मेरे ऊपर चढ़ कर चूत में लौड़ा लेकर मुझे झड़वाने की कोशिश करने लगी, लेकिन वो दोबारा झड गई, मैं नहीं झड़ा !
जैसे ही मेरी छाती नंगी हुई वैसे ही मैडम की ब्रा खुल कर नीचे गिरी और उसके मुम्मे उछल कर बाहर आ गए। अब मैडम ने अपने सिल्क के चमकते हुए पेटीकोट में हाथ डाला और मैंने अपनी पैंट के बटन खोलना शुरू कर दिया।
कम्मो ने चम्पा को भी बिस्तर में हमारे साथ लिटा दिया और एक तरफ से चम्पा मेरे साथ जुड़ गई और दूसरी तरफ फुलवा… और मैं उन दोनों की पुरानी यादों के साथ अपना दूसरा हनीमून मनाने लगा।