मदमस्त काली लड़की का भोग-4
लड़की होने का अधूरा अहसास उसको हो चुका था और अब बारी थी उसको लड़की होने का पूरा अहसास कराने की. उससे भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो अपनी योनि भेदन के लिए मचल रही थी.
ट्रेन में अनजान लोग मिल जाते हैं. मेरी मुलाकात एक लड़की से हुई जो अपने आप में विलक्षण थी. उसका रंग गहरा काला था लेकिन उसने एक अलग ही आकर्षण था जिससे मैं उसकी ओर खिंचा चला गया.
लड़की होने का अधूरा अहसास उसको हो चुका था और अब बारी थी उसको लड़की होने का पूरा अहसास कराने की. उससे भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो अपनी योनि भेदन के लिए मचल रही थी.
मैंने ट्रेन में मिली काली सलोनी के जिस्म को नंगा किया. ऐसा काला हुस्न मैंने आज तक नहीं देखा था; मैं हैरान था कि किसी लड़के ने कभी उसे भोगने की कोशिश क्यों नहीं की.
ट्रेन में मिली काली लड़की की तरफ आकर्षित होकर मैंने उसके साथ प्रेम संबंधों की बात छेड़ दी. मैं अपने मकसद में कामयाब भी हो गया और वह आकर मेरे पहलू में बैठ गई.
मैंने बहुत सी गोरी गुलाबी लड़कियों का भोग किया है. मगर एक दिन दिल्ली से मुंबई जाते हुए मेरा दिल किसी अलग ही शख्सियत पर आ गया. ना जाने उसमें क्या आकर्षण था.