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माँ बेटी को चोदने की इच्छा
कॉलेज में मेरा एक नया दोस्त बना, वो मेरे घर के पास ही रहता था. एक दिन वो मुझे अपने घर ले गया.
हम घर पहुँचे तो दरवाजा उसकी मम्मी ने खोला, दोस्त की माँ को देख मैं एकदम स्तब्ध सा रह गया.
क्या सौंदर्य था उसकी मम्मी का… उसे लफ्जों में बता पाना मुश्किल है.
अंदर गए तो दोस्त की बहन से सामना हुआ, वो भी अपनी माँ की तरह हसीं खूबसूरत जवान…
मैं तो उन दोनों माँ बेटी के कामुक बदन को देख कर पागल सा होने लगा और मेरे लंड में कुछ कुछ होने लगा.
मेरी इस लंबी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैंने उन दोनों माँ बेटी को कैसे चोदा.
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा… मैंने माया के चेहरे की ओर देखा जो कि इस बात से अनजान थी। उसकी आँखें बंद और चेहरे पर ओस की बूंदों के समान पसीने की बूँदें चमक रही थीं और मुँह से दर्द भरी आवाज लगातार ‘आआअह अह्ह्ह ह्ह्ह श्ह्ह्ह्ह्ह’ निकाले जा रही थी। मैं उसकी […]
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा… मेरा लौड़ा भी पूरे शवाब में आकर लहराते हुए उसके पेट पर उम्मीदवारी की दस्तक देने लगा.. जिसे माया ने बड़े प्यार से पकड़ा और उसे चूमते हुए बोली- बहुत जालिम हो गए हो.. अब अपनी गुड़िया को दर्द दिए बिना भी नहीं मानते। वो कुछ इस तरह […]
माया को भी अजीब सा लग रहा था.. उसने नहीं सोचा था कि ऐसा भी कुछ होगा, उसे एक आनन्द के साथ-साथ सर्दी का भी एहसास होने लगा था। जब मैंने उसकी चूचियों पर बर्फ रखी तो क्या बताऊँ यार.. उसके चूचे इतने गर्म और सख्त हो चुके थे कि उसकी गर्माहट पाकर बर्फ तीव्रता के साथ घुल गई
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा… मेरे दर्द को माया सीरियसली लेते हुए मेरे पास आई और मेरे माथे को चूमते हुए मेरे मुरझाए हुए लौड़े पर हाथ फेरते हुए बोली- तुम इतनी जल्दी क्यों परेशान हो जाते हो? तो मैंने बोला- तुम्हें खुराफात सूझ रही है और मेरी जान निकाल रही है। वो […]
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा… माया ने मेरे गालों के दोनों ओर चूम कर अपने होंठों से पुनः मेरे होंठों का करीब एक मिनट तक रसपान करती रही। वो यूँ ही चूमते हुए धीरे-धीरे नीचे को बढ़ने लगी। अब आगे.. फिर वो मेरी गर्दन को अपने जीभ की नोक से सहलाने लगी.. जिससे […]
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा… मैंने उसके गले में हाथ डाला और कमरे की ओर चल दिया। माया मेरी पीठ सहलाते हुए बोली- क्या बात है.. आज बड़े मूड में लग रहे हो? तो मैंने उसकी गांड दबाते हुए बोला- अरे आज मेरी ये इच्छा जो पूरी होने जा रही है.. तो माया- […]
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा… फिर मुझे आँख मारते हुए कहने लगी- जानू अब जल्दी से घर चलो.. मुझे भी अब कुछ चाहिए.. तुम्हारा तो हो गया.. पर मेरे अन्दर की चीटियाँ अभी भी जिन्दा रेंग रही हैं। तो मैंने उसके बोबे मसल कर कहा- अरे आज रात तेरी सारी चींटियों को रौंद-रौंद […]
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा.. उस दिन कोई ख़ास भीड़ नहीं थी फिर वेटर आया और मेनू देकर चला गया तो मैंने माया से बोला- जो तुम्हें पसंद हो वो मंगवा लो.. आज तुम्हारे मन का ही खाऊँगा। तो माया ने वेटर को बुलाया और उसे आर्डर दिया और स्टार्टर में पनीर टिक्का […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: ‘अरे मैंने कंपनी पूछी है…’ तो बोली- ‘ह्यूगो बॉस’ का है। तो मैंने भी मुस्कुरा कर बोला- फिर तो फिट है बॉस.. वैसे आज इतना सज-धज के चलोगी तो पक्का दो-चार की जान तो ले ही लोगी। तो बोली- मुझे तो बस अपने इस आशिक से मतलब है […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: तो मैंने बोला- फोन तो ऑफ है अभी आप ने बोला है.. कहीं माँ ने फिर विनोद से बात की.. तो गड़बड़ हो सकती है। तो मैं अब घर होकर आता हूँ और मैं भी कपड़े पहनने लगा और जाते-जाते उससे पूछा- हाँ.. तो आज गांड मारने दोगी […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: तो मैंने भी नहले पर दहला मारते हुए उससे बोला- तो अब तुम्हारा क्या इरादा है? तो वो कुछ नहीं बोली और मेरी बाँहों में समा कर मुझे चुम्बन करने लगी मेरे गालों और छाती पर चुम्बनों की बौछार करते हुए बोली- जैसी तुम्हारी इच्छा.. मैं उसे लेकर […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: मैं रसोई में गया और उसके और अपने लिए एक अच्छी सी अदरक वाली चाय बना ली और हम दोनों ने साथ-साथ चाय की चुस्कियों का आनन्द लिया। कुछ देर में हम दोनों की थकान मिट गई और उस रात हमने कई बार चुदाई की.. जो सुबह के […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: हम दोनों कमरे में आ चुके थे.. फिर माया और मैं दोनों वाशरूम गए.. वहाँ उसने गीजर ऑन किया। अब तब मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि ये चाहती क्या है.. तो मैंने उससे पूछा- गीजर क्यों ऑन किया? तो बोली- आज मुझे भी अपनी एक […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा: मैंने उनके मुँह पर चुम्बन किया और उन्हें कुछ इस तरह होने को बोला कि वो सोफे की टेक को पकड़ कर घोड़ी बन जाएं.. ताकि मैं जमीन पर खड़ा रहकर उनको पीछे से चोद सकूँ। ठीक वैसा ही जैसा मैंने फिल्मों में देखा था। माया ने वैसे […]
माया मेरे सख्त लौड़े को पुनः अपने मुलायम होंठों में भरकर चूसने लगी और कुछ ही देर में एक ‘आह्ह्ह ह्ह्ह्ह्ह’ के साथ मेरा गर्म लावा उसके मुँह में समा गया जिसे माया बड़े ही चाव से चखते हुए पी गई और आँख मारते हुए बोली- कैसा लगा? तो मैंने उसे अपनी बाँहों में ले […]
पिछले भाग में आपने पढ़ा.. मैंने बोला- मेरे मन में बहुत दिन से था कि जब मेरी शादी हो जाएगी तो अपनी बीवी को रात भर निर्वस्त्र रखूँगा.. क्या आप मेरे लिए अपने सारे कपड़े उतार सकती हैं। वो बोली- बस.. इत्ती सी बात.. राहुल मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हूँ.. मैं तुम्हें […]
पिछली कहानी मैं आपने पढ़ा: पापा भी बोले- हाँ.. ये ठीक रहेगा। तो मैंने बोला- एक मिनट आप रुकिए.. मैं अभी आया। मैं अपने कमरे में गया और लोअर पहना और टी-शर्ट पहन कर आ गया और अपने पापा के साथ उनके घर पहुँच गया। फिर पापा उनके घर के बाहर मुझे ड्राप करके वापस […]
पिछले भाग में आपने पढ़ा। पिछले चार घंटों से हम दोनों एक-दूसरे को प्यार करने में लगे थे। फिर मैं उठा और उसकी पैन्टी से अपने लण्ड को अच्छी तरह से पौंछ कर साफ़ किया। फिर उसकी चूत की भी सफाई की.. जो कि हम दोनों के कामरस से सराबोर थी। फिर मैं उठा और […]
पिछली कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा। मैं भी उनके बगल में जाकर लेट गया और उन्हें अपनी बाँहों में भर कर प्यार करने लगा, जिससे वो भी अपने आप को रोक न पाई और मुझे चूमते हुए बोलने लगी- राहुल आई लव यू.. आई लव यू.. आई लव यू.. मैंने इतना मज़ा पहले […]
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि उसकी आँखें बहुत ही मादक थीं.. जिसे देख कर कोई भी उसका दीवाना हो जाता। माया मेरे पास आई और मेरे गालों को प्यार से चूमते हुए कहने लगी- यह हकीकत है मेरे राजा.. ख्वाबों से बाहर आओ। फिर हम दोनों एक-दूसरे को फिर से चूमने लगे। […]