लागी छूटे ना चुदाई की लगन-4
शादी के बाद मैं अपने मर्द के अलावा बाप से भी चुदने का मजा लेती रही. फिर बापू की उम्र हो चुकी थी. तभी मैं घर में काम करने लगी. वहां के साहब का लंड मैंने कैसे लिया?
जवान लड़की की अन्तर्वासना हर वक्त उसके दिलोदिमाग पर छाई रहती है. मेरा भी यही हाल था. अपने जिस्म की गर्मी को शांत करने के लिए मैंने क्या क्या किया?
शादी के बाद मैं अपने मर्द के अलावा बाप से भी चुदने का मजा लेती रही. फिर बापू की उम्र हो चुकी थी. तभी मैं घर में काम करने लगी. वहां के साहब का लंड मैंने कैसे लिया?
मैं अपने बाप से चूत और गांड मरवा चुकी थी. अब मैंने अपने बाप और अपनी माँ की सुहागरात कैसे मनवाई? जैसे मैंने अपने माँ बाप की सुहागरात का मजा लिया, आप भी लें.
बाप बेटी की चुदाई की इस गन्दी कहानी में पढ़ें कि मैंने कैसे अपने बापू से अपनी चूत मरवाई. पढ़ें कि चूत चुदाई के बाद मैंने कैसे अपने बापू को मेरी गांड चुदाई के लिए उकसाया.
एक बार माई मायके गयी तो घर खाली था, मैं माई की साड़ी पहन कर इतरा रही थी. ख्यालों में एक लड़के के बारे में सोच सोच कर चुत में इतनी ज्यादा खुजली मची हुई थी.