खामोशी: द साईलेन्ट लव-7
पिछली रात तक वो मेरे कॉन्डोम लगे लंड को लेने में भी संकोच कर रही थी. पर दूसरी रात वो खुद मेरे पास आकर बिस्तर पर लेट गयी और उसने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर मैं हैरान रह गया.
पड़ोसन आंटी ने मुझे उनकी बेटी को उसकी ससुराल छोड़ आने को कहा. ससुराल में वो अकेली थी. मैं उसे ले गया और कुछ दिन मुझे वहीं रहना पड़ा. तो वहां क्या घटित हुआ?
पिछली रात तक वो मेरे कॉन्डोम लगे लंड को लेने में भी संकोच कर रही थी. पर दूसरी रात वो खुद मेरे पास आकर बिस्तर पर लेट गयी और उसने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर मैं हैरान रह गया.
रात को उसकी चुदाई मैंने कॉन्डोम लगाकर कर दी. जब सुबह उठा तो लगा कि वो अपनी खामोशी को तोड़कर कुछ कहेगी मगर उसने कुछ भी नहीं कहा. फिर जब अगली रात आई तो ...
मेरी पड़ोसन की लड़की के ससुराल जाने का मौक़ा मिला तो मैं तुरंत राजी हो गया. मैं उसको चोदने की मंशा से ही गया था. रात हुई तो मैंने वही खेल शुरू कर दिया. फिर ...
पड़ोसन की विवाहिता बेटी मोनी के प्रति मेरी वासना के चलते शराब के नशे में मैंने रात में उसकी चूत को अपने लंड से छू लिया था मगर अगले दिन उसका पति आ गया.
अपनी बहन जैसी लड़की के नितम्बों को अपने लंड से छूने के बाद मेरी वासना बढ़ी और मैंने एक रात उसके नितम्बों पर अपना वीर्य छोड़ दिया. उसके बाद मैंने क्या किया?
पड़ोसन चाची की बेटी को मेरी बहन समान थी. पर एक रात अनायास उसके बदन के स्पर्श से मेरे मन में उसके लिए वासना की लहर उठ गयी. तब मैंने क्या किया?
पड़ोसन की बेटी के साथ मुझे उसके ससुराल जाना पड़ा. वहाँ मैं रुकना नहीं चाहता था पर उसकी खस्ता हालत देख मन पसीज गया और वहीं हमारे बीच कुछ नया शुरू हो गया. यह क्या था? कहानी में पढ़ें.