कमसिन स्कूल गर्ल की व्याकुल चूत-8
12वीं पास करने के बाद पापा ने आर्थिक मजबूरी से मेरी पढ़ाई बंद कर दी. मेरे सारे अरमान धूल में मिल गए पढ़ाई करके बड़ी जॉब पाने के ... मैंने अंकल से मिलना बंद कर दिया. फिर उसके बाद?
18 साल की एक कुंवारी स्कूल गर्ल की इस सच्ची चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे क्लासमेट्स की बातें सुन कर उसकी वासना भड़कने लगती थी और चुदाई करवाने की इच्छा होने लगती थी.
12वीं पास करने के बाद पापा ने आर्थिक मजबूरी से मेरी पढ़ाई बंद कर दी. मेरे सारे अरमान धूल में मिल गए पढ़ाई करके बड़ी जॉब पाने के ... मैंने अंकल से मिलना बंद कर दिया. फिर उसके बाद?
मैं पहली चुदाई का मजा ले चुकी थी. लेकिन इससे मेरी चुदाई की आग कुछ ख़ास शांत नहीं हुई थी. चुदाई की आग वो आग है कि जितनो चुदो, उतना भड़कती है. पढ़ें मेरी अगली चुदाई!
लम्बे अरसे से मेरे जिस्म की भड़की हुई आग पर एक मर्द के लंड का जल गिर जाने को तैयार था. लेकिन पहली बार चुदाई में होने वाले दर्द का डर मेरे दिलोदिमाग में छाया हुआ था.
अपने जिस्म की आग को शांत करने के लिए जिन अंकल को मैंने फांसा था, उन अंकल ने मुझे अपने घर आने के लिए कहा था. लेकिन अब मेरे दिल में कुछ डर सा छाने लगा.
मैंने अपनी कमसिन जवानी की प्यास बुझाने के लिए एक सम्भ्रान्त अंकल को चुन लिया और उनसे बात भी कर ली थी. वे भी मेरी कामवासना को समझ चुके थे और ...
मेरी कामुकता पूरे उफान पर थी लेकिन किसी लड़के से बात करने की हिम्मत नहीं थी. मेरी सहेली ने मुझे एक सलाह दी और कहा कि वो खुद भी यही करती है. क्या थी वो सलाह?
मेरी कामवासना दिन पर दिन बढ़ रही थी. मैं रात में जाग कर अपनी चूत में उंगली करती, चूत का दाना सहलाती लेकिन इन सब से चूत की आग थोड़े ही शांत होती है!
यह सच्ची सेक्स कहानी है अन्तर्वासना की एक पाठिका की ... जब वो 18 साल की थी, स्कूल में पढ़ती थी तो सहेलियों की बातें सुन सुन कर उसकी कुंवारी बुर में कुछ कुछ होता था.