कमसिन कुंवारी यौवना की बुर की चुदाई स्टोरी-4
सुबह जब आँख खुली तो देखा अंजलि नग्न मेरे बगल में लेटी थी.. चेहरे पर वही मासूमियत, संतुष्टि और जिस्म में जगह जगह निशान जो जाने अनजाने मेरे द्वारा दिए गए थे.
यह चुदाई स्टोरी एक परिपक्व पुरुष और उसकी पड़ोसन जवान लड़की की है.
पुरुष 50 साल है, अकेला रहता है, लड़की के माता पिता से उसके अच्छे सम्बन्ध हैं, लड़की 21 साल की है, लड़की उसके साथ दोस्ताना व्यवहार करती है.
लेकिन पुरुष ने कभी उस लड़की के साथ सेक्स जैसे कुछ नहीं सोचा. उसके पास अपनी कई महिला मित्र हैं जिनसे उसकी शारीरिक जरूरतों की पूर्ति हो जाती है.
लेकिन उन दोनों के बीच सेक्स सम्बन्ध कैसे बने…
इस कुंवारी बुर चुदाई स्टोरी में पढ़ें और मजा लें!
सुबह जब आँख खुली तो देखा अंजलि नग्न मेरे बगल में लेटी थी.. चेहरे पर वही मासूमियत, संतुष्टि और जिस्म में जगह जगह निशान जो जाने अनजाने मेरे द्वारा दिए गए थे.
उसने मुझे बाँहों में भर के मेरे होंठों को चूमा- लव यू… मुझे पता था कि आपके साथ मैं इसका भरपूर आनन्द उठा सकती हूँ. बस आप ऐसे ही मुझे प्यार देते रहना!
आप मेच्योर हो, मेरे साथ प्यार से करोगे और मुझे आपसे किसी भी तरह का खतरा जैसे बदनामी या ब्लैकमेल का भी नहीं है, जो मुझे अपने हमउम्र लड़कों से हो सकता है!
यह एक अनचुदी बुर की चुदाई स्टोरी है... मैं 50 साल का मर्द और वो 21 साल की मेरे पड़ोस के परिवार की जवान बेटी... तो मजा लीजिए इस चुदाई स्टोरी का..