हुस्न की जलन बनी चूत की अगन-5
भाभी बोली- आज तुम मेरी जन्म-जन्म की प्यास बुझा दोगे. घोड़ी बन चुदना मुझे पसंद है, परंतु मेरे पति ने इस आसन में मुझे कभी नहीं चोदा क्योंकि मेरे हिप्स भारी हैं और उनका लंड छोटा है.
मैंने चंडीगढ़ में एक कमरा किराए पर लिया परन्तु उसी घर में ही मिली दो गरम भाभियां, दोनों ही हुस्न की मल्लिका थीं और एक दूसरी की खूबसूरती से जलती थी. उनकी इस इर्ष्या का लाभ मैंने कैसे लिया?
भाभी बोली- आज तुम मेरी जन्म-जन्म की प्यास बुझा दोगे. घोड़ी बन चुदना मुझे पसंद है, परंतु मेरे पति ने इस आसन में मुझे कभी नहीं चोदा क्योंकि मेरे हिप्स भारी हैं और उनका लंड छोटा है.
मैं एक भाभी की चूत का कई दिनों से मज़ा ले रहा था और दूसरी को इस चुदाई के खेल की भनक लग चुकी थी. और हुस्न की इस जलन का दूसरी भाभी पर क्या असर हुआ, पढ़ें मेरी इस सेक्सी स्टोरी में.
दो भाभियों में आपस में होड़ लगी थी कि कौन मुझे अपने हुस्न के जाल में फंसाती है. इसी होड़ में एक भाभी ने मुझसे कैसे अपनी चूत चुदवाई. पढ़ें कहानी के इस भाग में!
जब हुस्न की दो परियाँ एक जगह इकट्ठी हो जाएँ तो उनमें आपस में इर्ष्या स्वभाविक है. मेरे पड़ोस में दो खूबसूरत भाभियाँ इस जलन के कारण क्या क्या कर गुजरने पर उतारू हो गयी. पढ़ें इस कहानी में!
चंडीगढ़ में मैंने एक रूम किराये पर लिया मगर साथ में ही मिली दो गर्म भाभियां, दोनों ही हुस्न की मल्लिकाएँ थीं और एक-दूसरे के हुस्न से जलती थीं. उनकी इस जलन का फायदा मैंने कैसे उठाया?