हेड गर्ल बनने के लिए-4
मैंने गहरी सांस ली जिससे मेरी छाती उभर कर आई- सब संभाल लूँगी सर! आप मौका दो, फिर देखना, मैं हर चीज़ को उसकी जगह रख कर आगे बढ़ने वालों में से हूँ।
निधि राण्ड की तरफ से, दिल, दिमाग से, बदन के हर एक अंग से प्रणाम। मैं 12वीं की छात्रा हूँ मुझे सुर्खियों में बने रहने का शौक है चाहे स्कूल हो या घर!
मैं पढ़ाई में औसत ही हूँ लेकिन ख़ूबसूरती में लड़कों को रिझाने में सबसे ऊपर हूँ।
हमारे स्कूल में इस वर्ष की नई हेड-गर्ल को चुना जाना था। मेरी क्लास की ही दो लड़कियाँ काफी प्रतिभाशाली थी, हेड गर्ल कीदौड़ में सबसे आगे थी.
मेरा ध्यान तो लड़कों में ज्यादा रहता था, मेरा गोरा रंग, बड़ी मोटी चूचियाँ, भरी हुई गांड देख लड़कों के क्या मास्टरों के लंड खड़े होने लग जाते हैं।
स्कूल के एक प्रोग्राम में जब मैंने शीला की जवानी गीत पर नृत्य किया तो स्कूल में हर लड़का मेरा दीवाना हो गया। जिस तरह मैंने कमर को लचकाया, अपनी छातियों का जिस तरह से उछाल उछाल के इस्तेमाल किया था, सभी को कील कर रख दिया था वहाँ!
उस दिन के बाद जब मैंने उन दो लड़कियों से कहा- इस बार तो हेड-गर्ल मैं बनूंगी।
वो दोनों एकदम बोली- इसके लिए पढ़ाई-लिखाई में आगे होना पड़ता है ना कि शीला की जवानी पर डांस करके।
उन दोनों की बात मेरे दिल में बैठ गई, मैंने तय कर लिया कि मैं भी हेड-गर्ल बन कर दिखाऊँगी।
मैंने गहरी सांस ली जिससे मेरी छाती उभर कर आई- सब संभाल लूँगी सर! आप मौका दो, फिर देखना, मैं हर चीज़ को उसकी जगह रख कर आगे बढ़ने वालों में से हूँ।
प्रिंसिपल बोले- बेटी, सलवार का नाड़ा लटक रहा है। शायद जल्दी में लटका ही रह गया है। शर्म से मेरी गालें लाल हो गई।
'तेरी कातिल गाण्ड का दीवाना हो गया हूँ!' उसने दूसरी उंगली भी घुसा दी और फिर उसने मेरे मुँह में लण्ड घुसा कर कहा- पूरे गंदे तरीके से थूक थूक कर चाटो!
उसने मुझे सीधी लिटाया और बीच में बैठ सुपारे को दाने से रगड़ा तो मस्ती के मारे मेरी आँखें बंद हो गई और उसने मेरे होंठ अपने होंठों में लेते हुए झटका दिया।