गलतफहमी-26
मैंने भाभी को गले लगाया और माथे पर चूम कर कहा- भाभी, मैं आपको चोदूंगा जरूर और खूब चोदूंगा, पर मैं इतना कमीना नहीं हूँ कि किसी बेबस की चूत का भूखा रहूँ।
इस बार इस कहानी में आपको सेक्स के रोमांच के अतिरिक्त लोगों के मन की भावनाओं को समझने का भी मौक़ा मिलेगा, इस कहानी के बीच में अंतर्वासना के डिस्कस बाक्स के नियमित लोगों की भी काल्पनिक कहानियाँ पढ़ने को मिलेगी। यह कहानी लम्बी है, आठ-नौ भागों के बाद एक पड़ाव आयेगा कि कहानी आपको नये सिरे से शुरू हुई सी लगेगी, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है, कहानी का हर एक भाग आपस में जुड़ा हुआ है, आप हर भाग को ध्यान से पढ़ें और पात्रों को ध्यान में रखें।
मैंने भाभी को गले लगाया और माथे पर चूम कर कहा- भाभी, मैं आपको चोदूंगा जरूर और खूब चोदूंगा, पर मैं इतना कमीना नहीं हूँ कि किसी बेबस की चूत का भूखा रहूँ।
मैं कुछ कह भी तो नहीं सकती थी क्योंकि मेरे मुंह में तो लंड था, अगर कह सकती तो कहती कि तुम लोगों के अंदर जितना दम है आज पूरा दम लगा कर चोदो!
मैं अपने बॉयफ्रेंड से अपनी हिंदी चुत चुदाने उसके रूम में आई सजधज कर... लेकिन वहाँ वो नहीं उसके तीन रूम मेट मिले. कामुकता के आवेश में तीनों से मैंने चुदाई करवा ली.
हम दो सहेलियाँ अपने टीचर से चुदाई कर रही है, मेरी सहेली को तो टीचर पहले बहुत बार चोद चुके थे लेकिन मेरी चूत की चुदाई पहली बार होने वाली थी.
आज दोनों सहेलियाँ अपने टीचर से एक साथ चुदाई को बेचैन थी. टीचर भी अपनी नई स्टूडेंट की चुत चुदाई के लिए आतुर हो रहा था.
मैंने बिस्तर के कोने पर अपने चूतड़ रखे और गुलाबजल की बोतल को चूत में एक सीत्कार के साथ डाल लिया, और आंखें बंद करके आगे पीछे करने लगी.
वो मेरे पास आई और मेरे मम्मों को छूते हुए कहा- देखा, मैंने कहा था ना कि सेक्स के बाद तू हम लोगों से ज्यादा निखर जायेगी! बता तूने किससे सेक्स किया?
इंडियन कॉलेज गर्ल अपनी चुदाई के लिए आतुर है और मौक़ा ढूँढ रही है, आखिर उसे सहेली के घर में अपने यार से चूत चुदाई का मौक़ा मिल गया. पढ़ कर मजा लें!
रात को हमने शाल ओढ़ा तक मुझे अपनी जांघों पर विशाल के हाथ का स्पर्श हुआ। मैंने उसे एक दो बार हटाया पर उसका हाथ मेरी जांघों पर और ज्यादा फिसलने लगा।
रोहन ने बिस्तर पर मेरे दोनों पैर मोड़े और चूत को चाटते हुए जीभ और आगे बढ़ा कर मेरे गुदा तक पहुंचा दी, मैं गुदा के शील भंग की कल्पना से ही सिहर उठी।
वह मेरी चूत को लगातार सहलाये जा रहा था, मैंने बिना कहे ही टांगें फैला ली, रोहन ने जैसे ही चूत पर ऊपर से नीचे जीभ फिराई, मैं 'इइइइसस्स्स...' करके तड़प उठी.
रोहन कुछ कह पाता इससे पहले ही मैंने हाथ पीछे ले जाकर अपनी ब्रा का हुक खोल दिया, मुझे उम्मीद थी कि मुझे इस हालत में देखकर रोहन मुझ पर टूट पड़ेगा.
हम बिस्तर तक आये और लिपटे हुए ही गिर पड़े. मेरे उभार उसके सीने में गड़े हुए थे, उसके हाथ मेरे पीठ को सहला रहे थे। वो नीचे था, मैं ऊपर थी और हम ऐसे ही लेटे रहे.
मैंने मुस्काराते हुए अपने शर्ट के पल्ले छोड़ दिये और अपना उभरा कसा सुडौल सीना दिखा कर कहा- शायद ये आजाद होना चाहते थे, इसलिए इन्होंने बटन तोड़ दिये।
सीनियर लड़की ने अपना एक पैर सर के कमर में लपेट लिया था, जिससे उसकी स्कर्ट ऊपर उठ गई थी, और चिकनी जांघें नंगी हो गई थी।
मैं तो घर में केवल पेंटी पहन कर नहाती हूँ, अगर रात को ब्रा उतार के शमीज(ईनर) वापस पहन लिया तो, नहाते वक्त भी शमीज(ईनर) पहने रहती हूँ!
मैं स्कूल के टूअर के साथ गई थी. इस दौरान एक कम सुंदर लड़के ने मेरा ख्याल रखा, शायद वो मुझे मन ही मन चाहता था.
मेरे निप्पल के आस-पास दर्द रहने लगा, कभी-कभी सामान्य सा पर कभी बहुत ज्यादा ही दर्द होता था, मैंने कई बार रात के वक्त माँ से छुपकर उनमें तेल लगाती थी.
मैं भाभी की अपनी कल्पना में दो बहनों की चूत गांड की कहानी सुना रहा था फोन पर... फिर भाभी ने अगले दिन मुझे अपने घर बुलाया और अपनी बीती सुनाने लगी.
दोनों बहनें चूत चुदाई की प्यासी हो रही थी लेकिन मैं तो एक बार में एक को चोद सकता था तो दूसरी की चूत में डिलडो घुसा कर मजा दिया..