चूत एक पहेली -14
नहीं रॉनी.. मैं इतना पागल नहीं हूँ.. जो बहन को यहाँ लाऊँगा.. मैं बस उसके साथ गेम खेलूँगा और जीत भी मेरी होगी.. उसके बाद उसकी बहन को उसके सामने चोदूँगा.. तब जाकर मेरा गुस्सा ठंडा होगा।
दोस्तो, अबकी बार की हिंदी सेक्स कहानी थोड़ी अजीब सी है या यूँ कहो कि अजीब ढंग से आगे बढ़ेगी.. इस हिंदी सेक्स स्टोरी में सब है, कुंवारी लड़की की चूत चुदाई, भाई बहन की चूत चुदाई, कॉलेज़ गर्ल की चूत चुदाई… नौकरानी की चूत की चुदाई… खुद पढ़ लीजिये ना…
नहीं रॉनी.. मैं इतना पागल नहीं हूँ.. जो बहन को यहाँ लाऊँगा.. मैं बस उसके साथ गेम खेलूँगा और जीत भी मेरी होगी.. उसके बाद उसकी बहन को उसके सामने चोदूँगा.. तब जाकर मेरा गुस्सा ठंडा होगा।
धीरे धीरे सारे दोस्त गेम के इकट्ठे होने लगे कि एक दोस्त अपनी बहन को साथ ले आय, वो उसे कहीं और छोड़ने गया तो पीछे से सब मिल कर उसकी बहन की ही बात करने लगे।
रॉनी ने चादर से मुनिया की चूत को अपने बड़े लंड से चोद दिया। उधर गर्ल हॉस्टल का चौकीदार बबलू अपने साथी को बता रहा है कि कैसे उसने पायल का बदन और चूत देखी।
मासूम मुनिया के बदन को दोनों भाइयों ने मस्ल कर उसे इतना उत्तेजित कर दिया कि वो भी अब चाह रही थी कि उसकी पानी छोड़ती फ़ुद्दी में कुछ हो जाये ! और एक धक्का आया!
दोनों भाई मुनिया की कुुंवारी मासूम चूत को चोदने को लालयित थे, सुबह ही रॉनी ने मुनिया को अपने कमरे में नंगी करके अपना विशाल लंड दिखाया और 69 में करने को कहा
गॉड ने एक ऐसा तगड़ा लौड़ा भेजा.. कि बस मज़ा आ गया.. बस तो मैं चुद कर ही वापस आ गई थी। तो तू बेसुध होकर घोड़े बेच कर सो रही थी, तेरी नाईटी भी खुली हुई थी।
पुनीत ने अपनी आँखें बन्द कर लीं और बस मज़ा लेने लगा। मुनिया अब लौड़े को बड़े प्यार से चूस रही थी.. पहली बार तो उसको कुछ अजीब लगा था.. मगर इस बार वो बड़े अच्छे तरीके से चूस रही थी।
इस कहानी में पढ़ें - गाँव की भोली भाली मुनिया को पुनीत ने अपने जाल में फंसा कर नंगी कर लिया और उसकी अनछुई कुंवारी चूत चाट कर उसे प्रथम यौन का चरम आनन्द दिया!
आजकल लड़की को पटा कर लड़का पहले चोद कर उस लड़की को लौड़े की आदी बनाता है.. और पैसे का लालच देकर उसको बड़े-बड़े सपने दिखाता है। अधिकतर वे ही लड़कियाँ चूत चुदवाने को राजी होती हैं जिन्हें चुदने की ज्यादा भूख होती है, आजकल तो इसे मस्ती के नाम पर खुला खेल माना जाता है।
अब तक आपने पढ़ा.. विवेक- हैलो बॉस कैसे हो आप? बॉस- कहाँ हो तुम दोनों? विवेक- ज..ज़ि..जी यहीं हैं घर पे.. बॉस- सालों दारू पीकर पड़े हो.. मैंने तुमको पैसे किस लिए दिए थे? विवेक- नहीं नहीं बॉस.. आपका काम कर दिया हमने.. उसको ले आए.. बॉस- गुड.. अच्छा सुनो.. मैं नहीं आ पाऊँगा.. मैंने […]
कोमल ने अपने कपड़े अदा के साथ निकाल दिए.. वो एक खूबसूरत जिस्म की मलिका थी। उसकी गोल चूचियां जो 34" की थीं.. पतली लचकदार कमर और बाहर को निकली हुई 36" की गाण्ड.. किसी को भी पागल बना सकती थी।
मुनिया के छोटे और मुलायम हाथों के स्पर्श से पुनीत के जिस्म में वासना की लहर दौड़ने लगी.. उसका लौड़ा तन गया.. तो कुछ देर बाद पुनीत सीधा लेट गया और मुनिया को पैर दबाने को कहा। अब पुनीत सीधा लेटा हुआ था और शॉर्ट्स में उसका लौड़ा तंबू बनाए हुए साफ दिख रहा था।
पूजा हॉस्टल में कमरे से अपनी किसी सहेली के साथ लेस्बीयन सेक्स के इरादे निकली की बत्ती गुल हो गई… तभी उसे एक मर्द ने दबोच लिया… पूजा की तो जान ही निकल गई।
सोचा था कि अब ‘बहन का लौड़ा’ ख़त्म हो गई है.. थोड़ा आराम करूँगी.. मगर आप सभी के इतने ईमेल आ रहे हैं कि नई कहानी लिखो.. तो मुझे दोस्तों की बात माननी ही पड़ी..