चूत एक पहेली -94
कोमल मुस्कुराती हुई पुनीत के पास गई और उसके लौड़े को सहलाने लगी। इस बार वो सोया हुआ था.. कोमल ने उसका लण्ड बाहर निकाल दिया और बड़े प्यार से उसको चूसने लग गई..
दोस्तो, अबकी बार की हिंदी सेक्स कहानी थोड़ी अजीब सी है या यूँ कहो कि अजीब ढंग से आगे बढ़ेगी.. इस हिंदी सेक्स स्टोरी में सब है, कुंवारी लड़की की चूत चुदाई, भाई बहन की चूत चुदाई, कॉलेज़ गर्ल की चूत चुदाई… नौकरानी की चूत की चुदाई… खुद पढ़ लीजिये ना…
कोमल मुस्कुराती हुई पुनीत के पास गई और उसके लौड़े को सहलाने लगी। इस बार वो सोया हुआ था.. कोमल ने उसका लण्ड बाहर निकाल दिया और बड़े प्यार से उसको चूसने लग गई..
पायल बड़े प्यार से लौड़े को चाटने लगी.. सुपारे को धीरे-धीरे मुँह में लेने लगी। बस 5 मिनट में ही पायल पूरा लौड़ा ‘गपागप’ मुँह में लेकर चूसने लगी। साथ ही साथ आंडों को भी हाथ से सहला रही थी।
ले भाई दूल्हा आ गया.. अब होगी असली सुहागरात तेरी बहन की.. हा हा हा हा.. भाई अर्जुन ये टीवी पर हमें चुदाई देखनी है.. ज़रा स्टाइल से करना ताकि हमारा मज़ा दुगुना हो जाए..
सन्नी- तू कौन सी कुँवारी है... तेरी चूत तो खुली हुई है.. अब यह नाटक बन्द कर और पनी चूत चुदाई का मज़ा ले। पायल समझ गई कि सन्नी को पता लग गया है..
सन्नी ने पायल के पैरों को मोड़ा और लौड़ा चूत पर सैट करके जोरदार धक्का मारा.. जिससे पूरा लौड़ा जड़ तक चूत में समा गया और पायल के मुँह से बहुत ज़ोर से चीख निकली.. जो बाहर सबको सुनाई दी।
अर्जुन आगे बढ़ा और पायल का कुर्ता भी निकाल दिया.. अब वो सब के सामने एकदम नंगी खड़ी थी। उसने जब देखा कि सबकी नजरें उसके जिस्म को घूर रही हैं.. तो उसने शर्म के मारे नजरें झुका लीं।
अर्जुन ने कुर्ता ऊपर किए बिना अपना हाथ पायल की पैन्टी पर लगा दिया.. वो उसकी चूत को हल्का सा दबा कर अपनी उंगली उसकी फाँक पर फिराने लगा। पायल की नजरें अर्जुन से मिलीं तो वो नशे में थी.. और अब उसकी उत्तेजना भी धीरे-धीरे बढ़ रही थी।
पायल का कुर्ता निकाल कर इसके मादक जिस्म की झलक सबको दिखाओ। अर्जुन पायल के पास आया.. तो पायल ने कहा- एक कपड़ा निकालना है.. तो पहले जींस निकाल दो आप..
टोनी- अच्छा एक बात और क्लियर कर लो.. जो हारेगा उसकी बहन के साथ कौन-कौन लेटेगा?
कोमल- छी.. टोनी कुछ तो शर्म करो.. सबके सामने ये कैसी बात कर रहे हो.. तुम्हें शर्म नहीं आती।टोनी भी कोमल को लेकर वहाँ पहुँच गया था.. जिसे देख कर पायल मन ही मन सोच रही थी कि आज इसका क्या हाल होगा.. पता नहीं और वहीं कोमल भी पायल को देख कर मन ही मन मुस्कुरा रही थी कि बेचारी आज पता नहीं कितने लौड़ों से चुदने वाली है।
बाबूजी भगवान के लिए ऐसी बातें ना करो.. आपको देखते ही मेरे जिस्म में हलचल पैदा हो गई.. ये चूचुक जो तने हुए से हैं ये आपको देखने से तने हैं.. अब आप ऐसी बातें कर रहे हो.. तो नीचे भी कुछ-कुछ हो रहा है।
दोनों कुछ ज़्यादा ही मस्ती में आ गए और कोमल को कभी नीचे लेटा कर चूसते.. तो कभी हवा में उठा कर उसके मुँह को चोदते। लगभग 15 मिनट तक वो दोनों बारी-बारी उसको मसलते रहे और लौड़ा चुसवाते रहे.. कभी उसकी चूत को चाटते..
हैलो.. मैं कोई रंडी नहीं हूँ.. कॉलेज स्टूडेंट हूँ.. वो तो मेरी कुछ जरूरतें है.. जिन्हें पूरा करने के लिए चुदवाती हूँ.. और रही बात बहुत लौड़े खाने की.. तो तुमको बता दूँ आज तक 7" से बड़ा कभी नहीं लिया मैंने..
मान ले एक बार मैं हार गया.. तो तू अपनी जींस निकाल देना.. ये कुर्ता इतना लंबा है.. कि तेरे घुटने तक रहेगा.. तो जींस निकल जाने के बाद भी तू सेफ रहेगी। पायल- हाँ समझ गई.. अब दूसरी बार मैं आप मुझे पैन्टी निकालने को कहोगे यही ना?
बदल सिंग ने पायल को अपनी गोद में बैठा लिया और उसके गाउन के अन्दर हाथ डालकर उसके मम्मों को दबाने लगा। उसका खड़ा लौड़ा पायल अपनी गाण्ड पर साफ महसूस कर रही थी।
बदल सिंग को ऐसी हुस्न परी के जिस्म को छूने का जो मौका मिल रहा था, वो पायल के करीब आया और गले से हाथ को ले जाता हुआ उसके मम्मों पर जाकर रुक गया और धीरे-धीरे उनको दबाने लगा।
वाह बॉस.. आज तो मज़ा आ गया.. साली क्या मस्त माल है.. कसम से उसको तो बस एक घंटे तक सिर्फ़ चूसता ही रहूँगा.. उसके बाद साली को घोड़ी बना कर ऐसा चोदूँगा कि वो मेरे को क्या याद करेगी।
मौका देख कर टोनी सन्नी के पास गया और पायल को उसकी बाँहों से अपनी बाँहों में ले लिया। वो डान्स करते हुए पायल के मम्मों को दबाने लगा.. उसकी गाण्ड में अपना लौड़ा टच करके मज़ा लेने लगा।
अबकी बार पायल के नाम से तेरी चुदाई करूँगा। इसको खड़ा करने के लिए उस कच्ची कली का तो नाम ही काफ़ी है.. अर्जुन ने ये कहा और ज़ोर की ‘आह’ भरी।
अरे तुमने तो कहा था कोई असली मर्द आज तक नहीं मिला.. अब आज मिला है.. तो तुम्हारी गाण्ड फट रही है। तुमने तो बहुत बार गाण्ड मरवाई है.. फिर चिल्ला क्यों रही है.. चोद अर्जुन और चोद.. आज इसको दिखा दे देसी बॉय की ताक़त क्या होती है।