चेतना की चुदाई उसी के घर में -3
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
स्कूल जाते समय मेरी दोस्त एक दिन किचड़ में गिर गई. सफेद शर्ट थी और इस हालत में स्कूल जाना संभव नहीं था. मेरी दोस्त चेतना का घर पास में ही था. आगे आप खुद पढ़कर जानें कि क्या हुआ होगा?
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
चेतना ने मुझको लण्ड को पैंट के अन्दर डालते हुए देख लिया। फ़िर हम साथ बैठ कर पढ़ने लगे। मैंने उसको बोला- तुम बहुत ही खूबसूरत लग रही हो। इतना कह कर मैंने अपना हाथ चेतना की टांगों पर रख दिया।
चेतना मेरे साथ स्कूल जाया करती थी। एक दिन बस से उतरते हुए वो फ़िसल गई और उसकी ड्रेस कीचड़ से सन गई। कीचड़ साफ़ करते हुए मेरे हाथ उसकी चूचियों पर पड़े तो…