भाई के दोस्तों ने मुझे रण्डी बनाया -2
दीपक नहीं माना और जबरन गेट खोल कर अन्दर आ गया। उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.. जितना अन्दर जा सकता था उतना घुसेड़ दिया और फिर मेरे मुँह मे ही मूतने लगा।
मेरे भाई के एक दोस्त ने मेरी प्यासी चूत चोद दी थी. मगर बात यहीं पर खत्म नहीं हुई। एक दिन भाई जब घर पर नहीं था तो भाई का दोस्त अपने बाकी साथियों को लेकर भी आ गया. उन्होंने मेरे साथ क्या-क्या किया?
दीपक नहीं माना और जबरन गेट खोल कर अन्दर आ गया। उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.. जितना अन्दर जा सकता था उतना घुसेड़ दिया और फिर मेरे मुँह मे ही मूतने लगा।
मेरे भाई के दोस्त ने मेरी सील तोड़ दी थी। मैं बार बार चुदना चाह रही थी। उसी दिन दोपहर को भाई के तीन दोस्त आये मैं समझ गई कि आज मेरी चुदाई 4 लौड़ों से होने वाली है।