बेइन्तिहा प्यार.. सत्य प्रेम कहानी

जब मैंने स्कूल की बाहरवीं कक्षा में दाखिला लिया तो वहाँ पर कोई हेडब्वॉय नहीं था. हेडगर्ल थी, जिस पर मेरा दिल आ गया था. मगर उससे कई कारणों के चलते मेरी दुश्मनी हो गई. धीरे-धीरे ये लड़ाई प्यार में बदल गई. मेरी सच्ची प्रेम कहानी!

बेइन्तिहा प्यार.. सत्य प्रेम कहानी-2

मेरी क्लास की खूबसूरत लड़की से मेरी बिल्कुल नहीं बनती थी। लेकिन शायद हम दोनों की नोक झोंक में ही कहीं प्यार पनप रहा था। कहानी में पढ़िए हमारा प्यार किस रूप में सामने आया।

बेइन्तिहा प्यार.. सत्य प्रेम कहानी-1

मेरी क्लास की एक खूबसूरत लड़की हेडगर्ल थी और मैं अपनी क्लास का मॉनीटर… मुझे वो बहुत पसन्द थी लेकिन हमारी बिल्कुल नहीं बनती थी। कहानी में पढ़िए हमारी खटपट…

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