बस के सफर से बिस्तर तक-4
मेरा आधा लंड ममता की चूत में समाया हुआ था और उनकी चुत से खून की धार बह रही थी जिसका गर्म अहसास मुझे अपने लंड व जांघों के पास भी हो रहा था. "ओह... ये तो बिल्कुल कुंवारी हैं, इसलिये ही ये इतना भाव खा रही थी." मैंने अपने मन में सोचा.