अठरह वर्ष पूर्व दिए गए वचन का मान रखा-2
बाल्यावस्था में मैं अपने भतीजे को अपने वक्ष से दूध पिलाया करती थी, उससे खूब बातें करती थी। तभी के दिये एक वचन के पालन में मैंने खुद को उसके अर्पण कर दिया।
मेरे पति के मालिक की मौत हो जाने के कारण उनकी फैक्टरी बन्द हो गई थी. इस वजह से मुझे अपने भाई से कह कर उन्हें उसके यहां नौकरी दिलानी पड़ी. अब मैं अपने भाई के घर पर रहती थी. उस समय मैंने 6 साल के भतीजे को एक वचन दे दिया. बाद में उसे पूरा करने के लिए मुझे उससे चुदवाना पड़ा.
बाल्यावस्था में मैं अपने भतीजे को अपने वक्ष से दूध पिलाया करती थी, उससे खूब बातें करती थी। तभी के दिये एक वचन के पालन में मैंने खुद को उसके अर्पण कर दिया।
अपने जीवन की जिस घटना का मैं उल्लेख कर रही हूँ वह मेरे साथ लगभग दो वर्ष पहले ही घटी थी लेकिन उसका आधार मेरी नासमझी के कारण लगभग बीस वर्ष पहले रखा गया था।