बरेली का काल बॉय

rahulhot14287 2009-07-22 Comments

प्रेषक : राहुल शर्मा

हाय दोस्तो,

मेरा नाम राहुल और मैं एक कॉल-बॉय हूँ बरेली से !

आपके लिए एक शानदार सच्ची कहानी लेकर आया हूँ। तो मैं अब आपको अपना नया अनुभव सुनाता हूँ।

यह बात पिछले हफ्ते की है जब मैं अपनी मेल चेक कर रहा था, तो एक मेल मुझे एक महिला का मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके पति एक एन. आर. आई. हैं और इसलिए उन्हें मेरी सेवा चाहिए। पर वह अपने घर पर नहीं बुला सकती और मुझे ही कमरे की व्यवस्था करनी होगी।

मैंने उन्हें हाँ कह दी और कहा- जब भी आपको मेरी सेवा चाहिए तो आप मुझे दो दिन पहले मेल कर दें और अपना नम्बर दे दें।

तीन दिनों के बाद मुझे उनका मेल मिला कि वह अगले दिन मज़े करना चाहतीं हैं, साथ में उन्होंने अपना नम्बर भी दिया था।

मैंने उन्हें फोन किया तो उन्होंने बताया कि उनका नाम प्रिया है और वह 32 साल की हैं।

हमने अगले दिन मिलने की जगह तय की और फिर उन्हें अपने कमरे पर ले आया।

और मैंने ए.सी. चालू किया और उससे पूछा- क्या आप बीयर लेना पसन्द करेंगी?

तो उसने हाँ में जवाब दिया।

मैं फ्रिज़ में से 3 बीयर निकाल लाया और थोड़ी नमकीन भी। फिर हम बीयर पीते हुए बातें करने लगे।

वह मेरे पास आकर बिस्तर पर बैठ गई और कहने लगी- अब जल्दी करो, मुझे देर हो रही है।

मैंने उसके गुलाबी होंठों को चूमा तो वह एकदम सिसकारी भरने लगी- अअ अ अआ आआह ह्हहह ह्हहह… प्लीज़।

फिर हमने जल्दी से एक-दूसरे के कपड़े उतारे और उसने मुझे अपनी बाँहों में कसकर एक शानदार चुम्बन किया। फिर मैंने उसे अपनी बाँहों में उठाकर बिस्तर पर लिटा दिया तब मैंने भरपूर नज़रों से देखा, वाक़ई शानदार बदन था।

मुझे भी लगा कि शायद मैं भी अब और इन्तज़ार नहीं कर सकता, तो मैंने अपने हाथों को उसकी नर्म और गोरी चूचियों की तरफ बढ़ाया और दबाने लगा।

अअआ आआ आहहहह आआआ…

फिर मैं धीरे से उनके एक चुचूक को अपने होंठो में दबाकर चूसने लगा तो उसने अपनी आँखें बन्द कर ली और मेरे बालों में हाथ फिराने लगीं।

तभी मैंने अपनी दो उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दी तो उसने चिहुँक कर अपनी आँखें खोल दी और कहने लगी- प्लीज़, धीरे करो, मुझे कुछ हो रहा है।

मैंने कहा- अभी तो यह बस शुरुआत भर है।

उसने अपनी आँखें फिर से बन्द कर लीं।

मैं अब उठा और अपना लण्ड उसके होंठों पर टिका दिया। उसने भी बिना आँखें खोले ही अपनी जीभ से सुपारे को चाटना शुरु कर दिया, फिर उसके बाद अपना मुँह खोलकर पूरे लण्ड को चूसने लगी। क़रीब 10 मिनट तक चूसने के बाद वह बोली- अब रुका नहीं जा रहा, अब जल्दी से मुझे चोदो… प्लीज़, आई लव यू, प्लीज़ जल्दी करो।

ऐसी बातें सुनकर मेरा जोश भी बढ़ गया था, मैंने उसकी टाँगें फैलाकर एक जानदार धक्का दिया, तो वह कराह उठी- प्लीज़, इतनी ज़ोर से मत करो।

लंड क़रीब तीन इंच तक अन्दर चला गया था, फिर धीरे-धीरे मेरा पूरा छः इंच का लण्ड उसकी चूत में चला गया तो वह भी अपने चूतड़ उछाल-उछाल कर मेरा साथ देने लगीं। क़रीब 10 मिनट बाद जब मुझे लगा कि मैं अब छूटने वाला हूँ तो मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा, मैं उसके पीछे आ गया और पूरी ताक़त से धक्का लगाया तो वह कहने लगी- प्लीज़ ! दर्द हो रहा है।

पर मैं रुका नहीं और लगातार धक्के मारता गया, साथ ही चूचियों को भी दबाता जा रहा था।

तभी वह चिल्ला उठी- आआआआाहहहह…. मैं गई… और तेज़ करो…

पर मैं अब ख़ुद पर नियंत्रण पा चुका था और लगातार चोदे जा रहा था।

थोड़ी देर के बाद वह कहने लगीं- अब मुझे छोड़ दो, जलन हो रही है, मैं दो बार छूट चुकी हूँ।

मैंने कहा- पर अभी मेरा तो रुका हुआ है।

उसने कहा- मैं मुँह से कर देती हूँ।

तो मैंने कहा- वह राउंड तो पहले ही हो चुका है। अब यदि तुम्हें दिक्क़त न हो तो गाँड में कर लूँ?

वह कहने लगी- नहीं, मैंने कभी गाँड नहीं मरवाई।

मैंने उसे जोश दिलवाते हुए कहा- एक बार मरवा लो, फिर गाँड ही मरवाने के लिए बुलाया करोगी।

“चलो आज यह भी हो जाए।”

मैं अन्दर से तेल की बोतल ले आया और उसकी गाँड की छेद पर मला और एक उंगली डाली तो वह कहने लगी- दर्द हो रहा है।

तो मैं धीरे-धीरे तेल उनकी गाँड के अन्दर डालता रहा। फिर उसने मेरे लण्ड पर तेल लगाया फिर मैंने उसे पीछे से कसकर पकड़कर एक धक्का लगाया तो लंड तेल की वज़ह से सरकता हुआ 4 इंच अन्दर चला गया।

वह चिल्लाने लगी- प्लीज़ मुझे छोड़ दो। मुझे बहुत दर्द हो रहा है।

उसकी आँखों में आँसू आने लगे, पर मैं जानता था कि यदि पहली बार में इसे छोड़ दिया तो फिर गाँड नहीं मरवाएगी, इसलिए मैं रुका नहीं और लगाता धक्के लगाता रहा और उसकी चूत में भी दो उंगलियाँ घुसा दीं।

थोड़ी देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वह गाँड हिलाने लगी।

मुझे लगा कि अब मैं छूटने वाला हूँ तो मैंने उसे बताया तो वह कहने लगी- जल्दी से निकालो, मुझे पीना है।

मैंने अपना लण्ड उसकी गाँड से निकाला और रुमाल से साफ करके उनके मुँह में डाल दिया, जिसे वह तेज़ी से चूसने लगीं।

तभी मैंने अपना सारा वीर्य उनके मुँह में उड़ेल दिया जिसे वह चाट-चाटकर सारा पी गई। अब हम दोनों ही थककर बिस्तर लेट गए। क़रीब 15 मिनट तक ऐसे ही लेटे रहने के बाद हम उठे और कपड़े पहनने लगे।

फिर उसने मेरी फीस के 3000 रुपए मुझे दिए और कहने लगी- वाक़ई काफी समय के बाद मुझे इतना मज़ा आया है… थैंक्यू !

और एक ज़ोरदार चुम्बन किया।

आपको मेरी कहानी कैसी लगी, मुझे मेल जरूर करें।

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