जिस्म की खूबसूरती ने रण्डी बना दिया- 5
(Desi Call Girl xxxx Kahani)
देसी कॉल गर्ल Xxxx कहानी में एक सुंदर लड़की शादी के बाद पति की गैर जिम्मेदाराना हरकतों के कारण नौकरी और फिर कॉल गर्ल का धन्धा करने पर मजबूर हो गयी.
कहानी के चौथे भाग
डॉक्टर ने जांच के बहाने दोस्त की बीवी को चोदा
में आपने पढ़ा कि एक हसीन लड़की निकाह के बाद पैसे और चुदाई की कमी के चलते गैर मर्दों के साथ सेक्स करने लगी.
अब आगे देसी कॉल गर्ल Xxxx कहानी:
साजिद का आना अभी दो हफ़्तों के लिए टल गया.
इधर अंकित एक दो बार घर आया तो उसने औरों की निगाह बचकर सायरा को चूम लिया.
उसने बहुत इशारा किया कि सायरा ऊपर चली चले और अंकित भी किसी बहाने से ऊपर आ जाए.
पर ऐसा हुआ नहीं.
अलबत्ता सायरा और अंकित रात को देर तक फोन पर बातें करते थे.
एक मौक़ा अंकित को जरूर मिला कि एक दिन सायरा के होटल से निकलते ही अंकित ने उसे गाड़ी में बिठा लिया और एक एकांत रास्ते पर ले जाकर खूब चूमा चाटी करी.
सायरा भी बहक रही थी, उसने अंकित के बहुत कहने पर उसका लंड चूस चूस कर मुंह से ही खाली कर दिया.
रास्ते में अंकित ने उससे दीक्षा की बात खुल कर करी और बताया कि अगर सायरा तैयार है तो इस इतवार को एक शेख यूएई से आ रहा है. वह सायरा की फोटो देख चुका है और दो लाख रूपये एक रात के देने को तैयार है.
अंकित ने साफ़ कह दिया कि होटल का कोई खर्च नहीं होगा पर अंकित इसमें से पचास हज़ार लेगा.
सायरा बोली- सोच कर बताऊंगी.
रात को सायरा ने दीक्षा को अपने पास रुकने के लिए बुला लिया.
दोनों ने रात को खूब बात करी.
दीक्षा के समझाने पर सायरा ने अंकित को हाँ कह दी.
अंकित ने सायरा को कह दिया कि कल उसे पचास हजार रूपये वह लौटते समय गाड़ी में बतौर पेशगी दे देगा और बाकी रकम होटल में जाने से पहले ही मिल जायगी.
पर सायरा को अपने को अच्छे से सजाना होगा.
दीक्षा ने उसे नथ उतराई का मतलब समझा दिया.
अब तय तारीख से पहले सायरा ने अपना पूरा दिन ब्यूटी पार्लर में लगा दिया.
उसने अपने को सर से पाँव तक चिकना करवाया, बहुत सुंदर मेहंदी लगवाई. मेहंदी लगवाने का बहाना उसने सोच लिया था कि होटल में किसी पार्टी की मेहंदी की रस्म थी, उन्होंने जबरदस्ती उसे भी मेहंदी लगवा दी.
उन लोगों में आये दिन मेहंदी लगाना एक आम बात है.
तय तारीख पर सायरा ने घर पर बोल दिया की आज रात की ड्यूटी है, पर सुबह भी लगभग 11 बज जायेंगे आने में, फिर शाम को नहीं जाना होगा.
सायरा ने अपना मेकअप का सामान और शादी का लहंगा दिन में ही एक अटेची में रखकर अंकित को बाहर के जीने से दे दिया था.
शाम को जैसे वह ड्यूटी पर जाती है, वैसे ही सायरा घर से निकली और कुछ दूर कड़ी अंकित की गाड़ी में जा बैठी.
अंकित उसे एक ब्यूटी पार्लर ले गया, जहाँ उसका ब्राइडल मेकअप हुआ.
आज सायरा बिल्कुल दुल्हन जैसी लग रही थी.
बालों में गजरा, भरपूर आर्टिफीशियल गहने, मतलब पूरा आडम्बर जो एक दुल्हन का होता है.
सजी धजी सायरा लंबा घूंघट किये गाड़ी में बैठी अपने आशिक का इंतज़ार करती रही.
तभी एक बड़ी गाड़ी आई, उसमें से एक लंबा मजबूत कदकाठी का शेख उतरा.
निश्चित रूप से वह सुंदर भी था.
सायरा का दिल धड़क गया.
उस शेख का नाम माजिद था.
माजिद ने सायरा की गाड़ी का गेट खोला और अपना हाथ आगे बढ़ाया.
सायरा ने धड़कते दिल और कांपते हाथों से उसका हाथ थामा और अपनी गाड़ी से उतर कर शेख की गाड़ी में बैठ गयी.
आगे की सीट पर दीक्षा बैठ गयी थी, पीछे गाड़ी में अंकित आ रहा था.
गाड़ी एक मशहूर पांच सितारा होटल पर आकर रुकी.
सायरा घूँघट किये शेख का हाथ थामे होटल में दाखिल हुई.
उसके पास आकर दीक्षा ने कान में फुसफुसाकर कहा- सब ठीक है. तेरा बाकी पेमेंट आ गया है. तू जा. मैं और अंकित अभी एक दो घंटे नीचे लॉबी में हैं, फिर चले जायेंगे. सुबह 10 बजे तुझे लेने आयेंगे.
सायरा घबराई, ठहरी; पर शेख ने मीठी आवाज में कहा- दुल्हन के बढ़े कदम रुकते नहीं हैं. आप इत्मीनान से आइये.
तब सायरा सधे क़दमों से लिफ्ट में दाखिल हो गयी.
ऊपर एक सुइट बुक था उनका.
वह सूईट में जाकर सोफे पर बैठ गयी.
उनका सामान भी आ गया.
माजिद ने बेल बॉय को टिप देकर विदा किया.
अब माजिद सायरा के पास आया और उसका हाथ पकड़कर फूलों से सजे बेड पर ले गया.
सायरा बेड पर बीचों बीच अपना लहंगा फैलाकर बैठ गयी.
माजिद ने बेड पर एक और बैठकर कर बड़ी नफासत से उसका घूंघट ऊपर किया.
उसकी ख़ूबसूरती देखते ही माजिद खुश हो गया और बोला- माशाल्ला! ऐसा हुस्न तो मैंने सिर्फ ख्वाबों में ही देखा है.
माजिद ने सायरा को अपने गले लगा लिया.
फिर उसके गालों पर एक चुम्बन देकर वह बोला- आप बिल्कुल इत्मीनान रखें. जो कुछ होगा, आपकी मर्जी से होगा और वैसे ही होगा जैसे आप चाहेंगी.
अब बोलना सायरा को था.
वह बहुत धीमे से बोली- आज की रात मैं पूरी आपकी हूँ. मेरी पूरी कोशिश होगी कि आप मुझसे खुश हों.
माजिद ने खुश होकर ऊपर हाथ किये और बोला- आमीन!
माजिद ने सायरा से पूछा- आप क्या लेंगी, जूस या हार्ड ड्रिंक?
देसी कॉल गर्ल Xxxx सायरा बोली- बंदी हूँ आपकी. आप जो लेंगे, उसी में से मैं ले लूंगी.
माजिद ने व्हिस्की का एक पेग बनाया और सायरा के लबों से लगा दिया.
सायरा ने एक हल्का सा घूँट लिया और फिर पेग माजिद के हाथों से लेकर अपने हाथ से उसके होंठों से लगा दिया.
माजिद ने फिर दोबारा उसको पिलाना चाहा तो सायरा बड़ी अदा से बोली- मुझ पर तो आपका नशा चढ़ा हुआ है. मैं नहीं चाहती कि कोई और नशा मुझ पर चढ़े!
अब माजिद दीवाना हो गया उसका … उसने सायरा के मेहंदी लगे हाथ चूम लिए!
माजिद ने अब सायरा से कहा कि अगर वह इजाजत दे तो माजिद उसके जेवरात और कपड़े उतारने में उसकी मदद करे.
सायरा बोली- बस आप ये नथ खोल दीजिये. बाकी मैं खुद उतार कर कपड़े बदल लूंगी.
सायरा जल्दी से वाशरूम में जाकर कपड़े बदल आई और एक झीनी सी नाईटी पर अपना लहंगे का दुपट्टा डाल कर बेड पर आ गयी.
माजिद भी वाशरूम जाकर कपड़े बदल आया.
उसने साटन की लुंगी और कुर्ता पहना था.
माजिद ने बेड पर आकर सायरा का दुपट्टा हटाना चाहा तो सायरा बोली- रोशनी कम कर लीजिये, हमें शर्म आती है.
तब माजिद ने कमरे की रोशनी बहुत धीमी कर दी और बेड पर आकर सायरा का दुपट्टा हटा कर उसे अपने आगोश में ले लिया.
सायरा उससे लिपट गयी.
माजिद उसे ताबड़ तोड़ चूम रहा था.
सायरा की पायल खन-खन की आवाज कर रही थी.
माजिद ने नीचे झुकर उसके पैर चूम लिए.
सायरा ने छिटक कर पैर हटा लिए और बोली- याल्ला … ऐसा करके हमें गुनहगार मत बनाइये. हम तो आपके पैर की जूती भी नहीं हैं.
माजिद ने उसे आगोश में लेते हुए कहा- ऐसा नहीं कहिये. आज तो आप हमारे दिल की मलिका हैं.
सायरा को अहसास था कि अब वक्त जाया करना फ़िज़ूल है, तो उसने माजिद का कुर्ता उतारना चाहा.
तो माजिद ने खुद बखुद उतार दिया.
अब माजिद ने सायरा की नाईटी पर हाथ लगाया तो सायरा बोली- इसका पहनना या न पहनना बराबर है.
माजिद बोला- आज रात हमारे बीच कुछ नहीं होना चाहिए.
सायरा ने यह सुनते ही अपनी नाईटी घुटनों से ऊपर कर दी.
माजिद उसकी चिकनी टांगों पर हाथ फिराते हुए उन्हें चूमने लगा और उसने अपना एक हाथ ऊपर करके उसकी फांकों को सहला दिया.
सायरा कसमसाती हुई बोली- हमारे अंदर तो आग लगा दी आपने! आपसे अब दूरी नहीं सही जा रही हमसे! हमें अपना बना लीजिये.
कहकर सायरा ने अपनी नाईटी उतार फेंकी और माजिद की लुंगी भी खोल दी.
अब दोनों निपट नंगे थे.
सायरा का जिस्म हलकी नीली रोशनी में दमक रहा था.
उसके मांसल मम्मे शेख माजिद को ललचा रहे थे.
माजिद ने उनको लपक लिया और एक एक करके दोनों को चूमने लगा.
सायरा ने उसका लंड आहिस्ता से पकड़ा और लगी रगड़ने.
माजिद का लंड कुछ ख़ास नहीं था.
पर हाँ, मजबूत था.
सायरा कसमसा कर बोली- ऊपर वाले के वास्ते आप हमारे साथ आराम से कीजियेगा. आपका ये अजगर तो हमारी जान ही निकाल लेगा.
माजिद खुश हो गया अपने औज़ार की तारीफ सुनकर.
वरना घर पर तो उसकी बीवी ताने मारती थी उसके लंड को लेकर.
सायरा आगे झुकी और लंड को चूम लिया और अब लेटकर अपनी टांगें खोल दीं और बोली- लीजिये हुस्न हाजिर है.
माजिद पीछे हुआ और उसकी टांगों को चूमते हुइ उसने अपनी जीभ सीधी उसकी फांकों के ऊपर कर दी.
बिल्कुल मखमली चूत थी सायरा की! रेशम सी मुलायम … गोरी और गुलाबी.
माजिद पगला गया.
भीनी भीनी खुश्बू आ रही थी सायरा की चूत के आस पास.
सायरा ने अच्छा परफ्यूम स्प्रे किया हुआ था.
माजिद ने जीभ अंदर घुसा दी.
सायरा ने कसमसा कर माजिद के बाल पकड़ लिए पर अपनी टाँगें और खोल दीं.
माजिद पिला हुआ था सायरा की चूत में और सायरा कसमसा कसमसा कर आहें निकाल रही थी और इधर उधर मचल रही थी.
फिर सायरा ने बड़ी अदा से कहा- अगर इजाजत हो तो मैं भी अपने राजा को चूम लूं.
कहकर सायरा ने माजिद के लंड को पकड़ना चाहा.
माजिद अब नीचे लेट गया और सायरा उसके पैरों के बीच बैठ कर उसके लंड को चूसने लगी.
वह बार बार सुपारे की खाल को खींच कर पीछे करती थूक से लंड को सराबोर करती, फिर हथेलियों से रगड़ कर कर दोबारा मुंह में ले लेती.
जल्दी ही माजिद को लगने लगा कि सायरा तो उसे मुंह से ही खलास कर देगी.
माजिद ने सायरा को हटा दिया और फिर बिना देर किये उसके ऊपर चढ़ कर सीधे अपना लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया.
सायरा को कोई फर्क नहीं पड़ा पर दिखाने को वह चीख गयी- हायल्ला मार डाला आपने मेरे को … मेरी तो फट जायेगी, थोड़ा आराम से कीजिये.
पर माजिद ने तो धक्के पर धक्के लगाने शुरू कर दियी.
वह बीच बीच में सायरा के मम्मे भी चूस लेता.
सायरा चीखती चिल्लाती रही पर माजिद न रुका.
सायरा की चूत से लाल लाल खून सा निकलने लगा.
असल में सायरा ने माजिद की निगाह बचाकर एक कैप्सूल अपनी चूत में रख लिया था.
उस कैप्सूल में लाल रंग का केमिकल भरा था, जैसे खून.
असल में वह आदमियों को बेवकूफ बनाने का तरीका था जिससे आदमियों को लगे की लड़की कुंवारी थी और इसकी चूत की झिल्ली मेरे चोदने से फटी है.
माजिद ने सायरा को तो थका ही दिया चोदते चोदते, खुद भी हांफने लगा.
और फिर उसने एक झटके में अपना सारा माल सायरा की चूत में निकाल दिया.
फिर वह एक ओर बेसुध होकर पड़ गया.
सायरा फटाफट उठी, उसने पास रखे तौलिये से सारा खून (रंग) साफ़ किया और मुस्कुराती हुई बाथरूम में चली गयी.
सायरा फ्रेश होकर आई.
तब तक माजिद भी अपना लंड उसी तौलिये से साफ़ करता हुआ बाथरूम की और चला.
आकर माजिद ने उससे पूछा- दर्द ज्यादा तो नहीं हो रहा?
सायरा उसके गले लग गयी और बोली- आज आपने मुझे औरत बना दिया!
कहकर चूम लिया माजिद को होंठों पर!
दोनों नंगे ही लिपट कर सो गए.
सायरा की आँख सुबह सात बजे खुली.
उसे 11 बजे तक पहले घर पहुंचना था.
उसने माजिद को देखा. उसका लंड तना हुआ था पर वह गहरी नींद में सो रहा था.
सायरा फ्रेश होकर आई और फिर माजिद का लंड चूसना सहलाना शुरू किया.
माजिद की आँख खुल गयीं.
सायरा ने बड़ी अदा से कहा- मेरे सरताज, मेरे जिस्म में आग लगा कर आप इतनी गहरी नींद कैसे सो रहे हैं. उठिए और एक बार फिर इस निगोड़ी के अंदर अपना औज़ार डाल दीजिये.
कहकर सायरा चढ़ गयी माजिद के ऊपर और अपने मम्मे उसके मुंह से लगा दिए.
माजिद किसी बच्चे की तरह उन्हें चूसने लगा.
सायरा ने उसके ऊपर बैठ कर अपने हाथों से उसका लंड अपनी चूत में कर लिया और थोड़ा बैठी तो लंड सीधे गहराई तक उतर गया.
सायरा ने जोर की आह निकाली और फिर लगी उछलने.
अब सायरा ने जम कर माजिद की चुदाई या कहिये घुड़सवारी की.
माजिद की छाती पर सायरा के नाखूनों के निशान बन गए थे.
अब सायरा भी उछलती उछलती थक ली थी.
उसका तो होने को ही था.
माजिद भी अब निबटाने के मूड में था.
उसने सायरा को नीचे पलटा और पूरे जोर शोर से उसकी चुदाई शुरू की.
माजिद भी जल्दी ही झड़ गया.
काम पूरा हो चुका था.
सायरा ने उठकर कपड़े पहनने चाहे तो माजिद बोला- ऐसे ही रहें. कुछ देर और इस हुस्न का दीदार कर लूं.
तब सायरा ने हँसते हुए पूछा- चाय पियेंगे?
माजिद के हाँ कहने पर सायरा ने चाय बना दी और माजिद की गोदी में बैठ कर एक ही मग से दोनों ने चाय पी.
सायरा ने अब नहाने की इजाजत चाही.
9 बजे तक दोनों तैयार हो पाए.
माजिद जिद करने लगा- ब्रेकफास्ट करके चली जाना.
सायरा ने समझाया कि उसे कोई पहचान सकता है.
नीचे लॉबी में अंकित आ चुका था.
माजिद ने सायरा को जाते समय ग्यारह हजार रूपये और दिए.
सायरा ने उसे एक बार और चूमा और मास्क लगा कर बाहर आ गयी.
अब यह सायरा का शगल हो गया.
वह हफ्ते में एक दो बार नए नए ग्राहकों के पास जाने लगी.
पैसे के साथ साथ उसकी जिस्म की आग भी बुझने लगी.
अब वह नए कपड़े और मेकअप पर ज्यादा खर्च करने लगी.
अंकित भी हफ्ते में एक दो दिन उसे जम कर चोदता. अंकित की हिम्मत तो इतनी बढ़ गयी थी कि वह देर रात को सायरा के घर आ जाता और चोद कर चला जाता.
कई बार वह होटल बुक करके भी चुदाई करता.
महीने में एक दो बार वह हरामी डॉक्टर खालिद भी उसे किसी बहाने अपने अस्पताल जबरन बुला लेता और चुदाई करता.
देसी कॉल गर्ल सायरा मजबूर थी.
पर अब उसे भी बिना चुदे नींद नहीं आती.
अब सायरा ने साजिद की अम्मी के तानों का भी जवाब शुरू कर दिया था.
जब भी वह उसे धमकाती कि साजिद दूसरा निकाह कर लेगा तो सायरा जवाब देती- मेरी मैहर की रकम दिलवा दें और ये मकान मेरे नाम करवा दें, फिर आप और अब्बू अपने बेटे के पास चले जाएँ, मुझे कोई ऐतराज नहीं.
यह सुनकर अम्मी भी चुप हो जातीं.
सायरा एक दो बार और साजिद के पास दुबई हो आई.
वहां उसकी चुदाई तो खूब होती पर वह साजिद से माल भी बटोर लाती.
यहाँ अब अंकित सिर्फ उसके लिए ही काम करता.
सायरा और अंकित अब प्यार करने लगे थे.
कई बार तो अंकित अब उससे पैसे भी नहीं लेता, पर सायरा जबरदस्ती दे देती.
तो दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी देसी कॉल गर्ल Xxxx कहानी?
अपने विचार मुझे मेरी मेल आईडी और कमेंट्स में लिखिएगा.
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