Latest Sex Stories

कली से फूल बनूँ

मेरा चक्कर एक सहपाठी रोहित से चल रहा था। वह काफी दिनों से मुझे किसी होटल के कमरे में ले जाना चाहता था। मैं भी जाना तो चाहती थी पर हिम्मत नहीं कर पा रही थी।

दिल पर जोर नहीं-1

On 2005-09-24 Category: जवान लड़की Tags: रोमांस

मेरी इच्छा तो अपनी हवस पूरी करने की थी, बस जिस्म की जरूरत को पूरा करना चाहती थी। मैं उसे हर तरह से उत्तेजित करती रहती थी कि वो मौका मिलते ही मेरी छातियाँ दबाये और मेरे दूसरे अंगों को मसल दे।

पानी भरने के बहाने

प्रेषक – रोहित तब मैं कुछ काम से उनके घर में चला गया, मैंने देखा कि वह उनकी बच्ची को दूध पिला रही थी। मैं देखता ही रह गया और उन्होंने भी मुझे देखा था पर अनदेखा कर दिया। मैं समझ गया औरर वहाँ से निकल गया, पर मैं फिर से वापिस आया तो वह […]

ससुर जी ने मेरी कोख हरी की

दोस्तों, मेरा नाम सीमा है। मैं उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र तेईस साल है, ख़ूबसूरत और एक कसे हुए बद़न की मल्लिका हूँ। शादी से पहले मैंने कई लड़कों से चुदवाया था, पर शादी अपने घरवालों की मर्ज़ी से की। कहते हैं ना कि यह सच्चाई है कि एक लल्लू […]

भाभी सच बताना

On 2005-09-21 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषिका : रानी सहिबा कमलिनी का महीना हुए चार दिन हो चुके थे और मैं उसको चोदने की योजना बना रहा था। शाम के समय मैं अपने कमरे में चाय पी रहा था तो मैंने देखा कि कमलिनी अपने छज्जे पर खड़ी होकर सड़क का नज़ारा देख रही है, मुझसे नज़र मिली तो हल्के से […]

ट्रेन में लंड चूसा

मैं उनके आगे खड़ा था, पहले ही गांड घिसा के मजे ले रहा था, दोनों ने शॉल औढ़ रखे थे। मेरी गांड उनमें से एक के लंड पे पूरी तरा दबाव डाल रही थी उसका लंड सॉलिड लगा।

लड़के ने लड़की बन कर मुझे चोदा

हाय रे कमल ... काश तू लड़का होती ... तेरे मोटा सा लण्ड होता ... कितना मजा आता ... अरे टॉप और जीन्स उतार ना ... मैंने खींच कर उसका टॉप उतार दिया।

नौकरी के साथ सेठानी की चूत चुदाई

On 2005-09-16 Category: Office Sex Tags:

सेठानी तुंरत मेरे ऊपर आकर लंड को हाथ से चूत का दरवाजा दिखा रही थी। मैंने कमर से एक धक्का ऊपर की ओर दिया और सेठानी ने नीचे की ओर, और लंड चूत के अन्दर।

मजदूर नेता की हरकत

मेरा नाम अंजलि सिंह है। मैं एक शादी शुदा औरत हूँ। गुजरात में सूरत के पास एक टेक्सटाइल इंडस्ट्री में मेरे पति बृजभूषण सिंह  इंजीनियर की पोस्ट पे काम करते हैं। उनके टेक्सटाइल मिल में हमेशा लेबर का मसला रहता है । मजदूरों का नेता भोगी भाई बहुत ही काइयाँ किस्म का आदमी है। ऑफिसर […]

तरक्की का सफ़र-17

मेरे घर में एक पार्टी थी। मैंने एक खेल रखा था और सब उसके नियम सुनने को बेचैन थे। १५ मिनट हो चुके थे। “दोस्तों! अब जो खेल मैंने रखा है… प्लीज़ सब ध्यान से उसके नियम सुन लें”, मैं सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हुए बोला। “दीवार पर लगी घड़ी में इस समय […]

तरक्की का सफ़र-16

आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही कमरे में दाखिल हुई। “ये, यहाँ पर सब क्या हो रहा है?” रूही थोड़ा गुस्से में बोली। “म… मैडम… मै… म…” सलमा घबराने का नाटक करते हुए बोली। “हाय अल्लाह!!! ये तो मैडम हैं… आर्यन बाबा! उठो मुझ पर से”, सायरा चिल्लाती हुई […]

तरक्की का सफ़र-15

राज अग्रवाल प्रीती की बात सुनकर मुझे उस पर नाज़ हो गया। ठीक है जो ज़िंदगी में गुजरा वो कुछ अजीबो गरीब था लेकिन वो सही में मुझसे प्यार करती थी। रवि भी नाश्ते के लिये हमारे साथ हो गया, “क्यों राज! आबिदा और सलमा के साथ कैसा रहा?” “रवि! तुम्हारे सुझाव के लिये शुक्रिया”, […]

तरक्की का सफ़र-14

राज अग्रवाल एम-डी के जाने के बाद प्रीती ने देखा कि लड़कों का लंड फिर खड़ा हो चुका है। “लड़कों लगता है कि तुम लोगों की भूख अभी शाँत नहीं हुई है, शायद और चुदाई करना चाहते हो? तुम लड़कियों को अपने साथ कमरे में ले जाओ और चाहे जैसी चुदाई करो….. लेकिन ये ध्यान […]

तरक्की का सफ़र-13

राज अग्रवाल कमरे में घुसते ही राम ने कहा, “सिमरन ये मैं क्या देख रहा हूँ?” “ओह गॉड! मेरे पति कि आवाज़ है! मुझे जाने दो”, सिमरन अपने आपको जय से छुड़ाने की कोशिश करने लगी। “चुप हो जाओ रानी, मैं तुम्हें तभी जाने दूँगा जब मेरा काम हो जायेगा”, जय ने हँसते हुए अपने […]

तरक्की का सफ़र-12

राज अग्रवाल प्रीती के वापस आने के बाद हम लोग खाना खाकर बिस्तर पर लेटे थे, “और बताओ प्रीती शादी कैसी गयी?” “राज! ये कोई भी वक्त है सवाल करने का, तुम्हें पता है तुम्हारे लंड के बिना मेरी चूत की क्या हालत हो रही है”, प्रीती अपनी चूत को खुजाते हुए बोली। मैंने उसे […]

तरक्की का सफ़र-11

राज अग्रवाल एक दिन ऑफिस में शाम को जब काम खतम हो गया तो मीना मेरे पास आयी और बोली, “सर! मेरे भाई का कॉलेज में एडमिशन हो गया है…… इससे घर के खर्चे बढ़ गये हैं, इसलिये मैं अपसे एक रिक्वेस्ट करने आयी हूँ।” “अगर तुम तनख्वाह बढ़ाने की बात लेकर आयी है तो […]

तरक्की का सफ़र-10

रजनी अपनी योजना बताने लगी, “राज! तुम्हें मेरी और मेरी मम्मी की हेल्प करनी होगी, हम दोनों एम-डी से बदला लेना चाहते हैं। राज, तुम्हें एम-डी की दोनों बेटियाँ टीना और रीना की कुँवारी चूत चोदनी होगी। दोनों देखने में बहुत सुंदर नहीं हैं… बस एवरेज ही हैं।” “रजनी, तुम्हारी सहायता के लिये मुझे कुछ […]

तरक्की का सफ़र-9

राज अग्रवाल प्रीती अब बहुत खुश थी कि उसने महेश से अपना बदला ले लिया था। एक दिन उसने मुझसे कहा, “राज! मुझे अब एम-डी से बदला लेना है, लेकिन कोई उपाय नहीं दिख रहा।” “तुम रजनी को सीढ़ी क्यों नहीं बनाती?” मैंने सलाह देते हुए कहा, “एम-डी उसे अपनी बेटियों से भी ज्यादा प्यार […]

तरक्की का सफ़र-8

“मेरा प्लैन है कि एम-डी महेश की बेटी मीना को उसकी आँखों के सामने चोदें”, प्रीती ने सिगरेट सुलगाते हुए कहा। “क्या तुम्हें लगता है कि एम-डी अपने खास दोस्त की बेटी को चोदेगा?” मैंने कुछ सोचते हुए पूछा। “एम-डी इतना हरामी है कि अगर मौका मिले तो वो अपनी बहन और बेटी को भी […]

तरक्की का सफ़र-7

राज अग्रवाल प्रीती की कहानी सुनने के बाद मुझे सही में लगा कि जो कुछ मैंने किया वो गलत किया था। खैर जो होना था सो हो गया, अब वो बदला नहीं जा सकता था। मैंने प्रीती से कहा, “प्रीती! मैंने कुछ दिन बाद ही तुमसे माफ़ी माँग ली थी, उसके बाद भी मैं कई […]

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