मुझे रण्डी बनना है-9
जूली ने उसे उसके और अपने कपडे उतारने कहा। उसने एक एक करके जूली के कपड़े उतारे और जूली ने शरारती होकर लड़के को एकदम नंगा कर दिया.
जूली ने उसे उसके और अपने कपडे उतारने कहा। उसने एक एक करके जूली के कपड़े उतारे और जूली ने शरारती होकर लड़के को एकदम नंगा कर दिया.
ग्राहकों ने सिटी मारी और बोले- साली इस कोठे की रंगीनियाँ कुछ अलग ही हैं ! साली आज सब आधे से ज्यादा तो नंगी ही हैं ! ज्यादा तकलीफ नहीं होगी कपड़े निकालने में।
मैं इनके लिए कस्टमर लाता हूँ और बदले में चाहे तो पैसे नहीं तो चोदने को मिलता है। सबको चोद चुका हूँ। सिर्फ जूली बाकी है, वो भी आज मेरे लौड़े के नीचे आ जायेगी।
मैं तो उस नकली समाज की बात करती हूँ जहाँ पराई सेक्सी औरत देखी नहीं कि पुरुषों के लौड़े बिलबिला जाते हैं और चोदने की छुपी तमन्ना लिए नजरों से उस औरत को चोद डालते हैं।
राजा ने दोनों को नंगी कर दिया और दोनों के बगल में हाथ डालकर दोनों की चूचियों से खेलने लगा। दोनों की निप्पलें उसके स्पर्श से एकदम अंगूर के दाने जैसे कड़क हो गई।
मौसी सुनीता की गाण्ड को थपथपाते हुए- हाँ मेरी रण्डी रानी, जो हुकुम ! अब तुम्हारा राज है और 3 दिन ! साली रण्डी बनी है तो मर्द के साथ क्या करेगी?
मौसी बोली- चलो बन गई तेरी बीवी रंडी ! क्योंकि पराए मर्द का लौड़ा लेना सीख लिया, अब इसे कुछ नहीं सिखाना पड़ेगा। अब तू भी भड़वाई सीख ले अब्दुल से !
वो मेरे गोद में बैठ गई और उसने मुझे चूम लिया। उसने एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिए और खुद कपड़ों में मेरी गोद में बैठ गई। उसने मेरे लौड़े पर हाथ पहुंचा दिया।
मैं जबसे जवान हुई तबसे मुझे रंडियों के बारे में जानने का शौक था। मुझे कुछ दिनों के लिये रंडी बनकर जी कर देखना था, समाज का डर था और अपने शहर में तो यह मुमकिन नहीं था।
मेरा नाम रणदीप है, शादी को सिर्फ दो साल हुए हैं। मेरी पत्नी माधुरी बेहद खूबसूरत और सेक्सी है। चूंकि मैंने लव-मैरिज की थी तो हम दोनों घर वालों से अलग अकेले रहते हैं। मैं एक प्राइवेट कम्पनी में सेल का काम करता हूँ। हम दोनों बहुत खुश हैं अपनी जिंदगी से। मेरी पत्नी और […]
कहानी का पिछला भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-3 मैं अपने पूरे जोर से उसके लण्ड की सवारी कर रही थी और एक बार फिर मुझे अपने चरम सीमा पर पहुँचने का अंदाजा हो गया था। ‘ओह मनीष, मैं झड़ने वाली हूँ !’ मैं जोर से चिल्लाई और अपनी चरम सीमा पर पहुँच गई। […]
कहानी का दूसरा भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-2 जब उसका लण्ड पूरी तरह से बैठ गया तो मैंने मनीष को अपने ऊपर लिटा लिया और उसकी गर्म सांसों का स्पर्श महसूस करने लगी। हम दोनों उसके वीर्य से गीले थे। मेरे हाथ उसकी पीठ को सहला रहे थे। मैंने सोचा कि कितने लड़के […]
कहानी का पिछला भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-1 मैंने उसको पूछा- तुमने कभी चुदाई की है? उसने जवाब दिया नहीं। मैंने फिर उसको पूछा- कभी ऐसी पुस्तकें पढ़ते हुए किसी को चोदने की इच्छा नहीं हुई? तो वह बिल्कुल चुप रहा। तब मैंने उसको छेड़ते हुए कहा- मैं शर्त लगा सकती हूँ कि […]
हालाँकि मैंने बहुत सारे लड़कों के साथ चुदाई की है परन्तु मैं हमेशा ही किसी कुंवारे लड़के से चुदने के सपने देखा करती थी, एक ऐसा लड़का जिसने कभी किसी लड़की को छुआ भी ना हो ! और एक दिन मुझे अपने सपनों का राजकुमार मिल ही गया, मनीष नाम था उसका ! कोई उन्नीस […]
कोर्ट के बाहर- केस के बाद, असलम और सोनिया आमने-सामने: सोनिया- चलो अच्छा हुआ कि तुमको फांसी नहीं हुई, नहीं तो मैं तुमको तड़पते हुए टॉर्चर होते हुए नहीं देख पाती। असलम- मैडम, आपने मेरा सारा काम ख़राब कर दिया, आप को सजा जरुर दूंगा इसकी ! मुझे तो सिर्फ 5 साल की सजा हुई […]
प्रेषक : जोर्डन मेरा नाम जोर्डन है, मुंबई का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना.कॉम पर यह मेरी पहली कहानी है। यह कहानी सस्पेंस, थ्रिलर, एक्शन और गर्म कहानी है। तो शुरू करते हैं…. परिचय : यह कहानी है एक ऐसी लड़की की जिसने पुलिस सर्विस में अपना खूब नाम बनाया वो बहुत सारे अन्डरकवर ओपरेशन कर […]
प्रेषक : आकाश अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार। क्योंकि अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है इसलिए अगर भाषा में कुछ गड़बड़ी हो जाये तो मुझे माफ़ कर दीजिएगा। दरअसल यह मेरी सच्ची प्रेम कहानी है। मेरा नाम आकाश है, कद 5 फ़ीट 7 ईंच, उम्र 20 साल, रंग साँवला, गठीला बदन और हथियार […]
प्रेषक : हैरी बवेजा भाभी पूरी गर्म हो गई थी और सिसकारियाँ ले रही थी- ऊऊ ऊह्ह्हा आ आआ आअह कर रही थी ! मैंने भाभी की चूत के दाने को खूब चाटा और चूत के अन्दर भर अपनी जीभ करने लगा। मैंने भाभी को कहा- भाभी, आज 69 की अवस्था में चुसाई करते हैं। […]
दोस्तो, आप का हैरी फिर हाजिर है अपनी सच्ची कहानी की अगली कड़ी लेकर ! दोस्तों आप लोगोँ का बहुत प्यार और बहुत सारे मेल मिले ! सभी का बहुत बहुत शुक्रिया ! मेरी कहानी “चुद ही गई पड़ोस वाली भाभी” के पहले भाग में आपने पढ़ा कि मैंने कैसे भाभी की चूत की चुदाई […]
प्रेषक : रिन्कू कुछ देर बाद मैंने अपना एक हाथ उसके सीट के पीछे वाली बैक पर रख लिया और बोला- यार, बस की सीट आराम दायक नहीं है। वो बोली- बैक सीट ऐसे ही होती है। मैं कुछ सोच ही रहा था, वो बोली- मुझे नींद आ रही है ! मैं बोला- ठीक है, […]