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बीच रात की बात-2

उसका लण्ड मेरी चूत में जहाँ तक घुस रहा था वहाँ तक आज तक किसी का लण्ड नहीं पहुँचा था.. ऐसा में महसूस कर सकती थी.. मेरी चूत तब तक दो बार झड़ चुकी थी... और बहुत चिकनी भी हो गई थी...इसलिए अब उसका लण्ड फच फच की आवाजें निकाल रहा था... मैं फिर से झड़ने वाली थी.. मगर उसका लण्ड तो जैसे कभी झड़ने वाला ही नहीं था...

बीच रात की बात-1

अब मैं आपके सामने अपनी एक और चुदाई का किस्सा पेश कर रही हूँ, यह बात तब की है जब हम अपने घर की मरम्मत करवा रहे थे, जिसके लिए बहुत सारे मजदूर लगे थे। उनमें से एक हमारे घर के पीछे बनी शेड के पास कमरे में रहता था। एक रात को नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपने कमरे से बाहर आ गई। थोड़ी देर टहलने के बाद मैं उस शेड की तरफ आ गई जिस तरफ वो मजदूर रहता था..

चरित्र बदलाव-9

मैंने दरवाजा बंद कर दिया और सोनम की तरफ देखा तो सोनम के चेहरे पर एक शर्म थी जो मुझे अच्छी लगी. मैं सोनम के करीब गया और उसे कस कर बाहों में जकड़ लिया.

चरित्र बदलाव-8

मैंने बाथरूम के दरवाजे को धकेला तो मैं अंदर का नजारा देखता ही रह गया, अंदर मनीषा नहा रही थी और उसने उस वक्त कुछ भी नहीं पहना हुआ था.

भाभियों का दुःख

On 2009-09-02 Category: Hindi Sex Story Tags: इंडियन भाभी

सुनिये जी ! कल रात फिर आपसे भूल हो गई है । इतनी जल्दबाजी में क्यूं रहते हैं ? वैधानिक चेतावनी: अविवाहित व्यस्क इस व्यंग्य लेख को माँ-बाप से छिप कर पढ़ें (क्योंकि पढ़े बिना तो आप मानोगे नहीं) सवेरे-सवेरे अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि निबटा कर जब चाय के साथ दुनिया जहान की खबरें पढने बैठता […]

मेरे दोस्त की बीवी-4

प्रेषक : नवीन सिंह मैंने रात को ही रचित को फोन किया- लाइन साफ़ है, कल का कार्यक्रम तय है भाई ! और फोन सुजाता के कान में लगा दिया। वो बोला- ठीक है भाई, कल देख तू तेरे बीवी को कैसे चोदता हूँ। वो बोलेगी कि मजा आ गया, ऐसा कभी नवीन ने कभी […]

मेरे दोस्त की बीवी-3

प्रेषक : नवीन सिंह बीच में बात काट कर रचित बोला- अरे क्या बात करता है यार नवीन? सुजाता भाभी का क्या बदन है यार ! क्या चीज है यार वो ! आई लव हर ! भाभी बीच में बात काट कर बोली- यार नवीन भैया, क्यों न हम चारों साथ में सेक्स करें? ये […]

मेरे दोस्त की बीवी-2

प्रेषक : नवीन सिंह भाभी भी बोली- क्या बात कर रहे हो रचित तुम? वो बोला- यार, अब नाटक मत करो, तुम दोनों को पता है कि क्या हो रहा है और तुम्हें एक दूसरे में रुचि भी है तो फिर क्यों समय ख़राब करते हो? और मेरा हाथ पकड़ कर भाभी के वक्ष पर […]

मेरे दोस्त की बीवी-1

प्रेषक : नवीन सिंह जो लोग नियमित रूप से अन्तर्वासना साईट पर आते हैं और जो लेखक लेखिकाएँ सच्ची कहानियाँ लिखते हैं, उनको मैं प्रणाम करता हूँ। आज मैं भी आपके सामने एक सच्ची कहानी ले कर आया हूँ। हालाँकि मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ पर जो मैं कहानी बताने जा रहा हूँ इसको […]

कोलकाता की शोभा

On 2009-08-28 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : हैरी बवेजा दोस्तो, आपने मेरी कहानियाँ तो पढ़ी ही होंगी, अब एक नई और सच्ची घटना लेकर आया हूँ। एक मेल मुझे कुछ दिनों पहले मिला, कोलकाता से था, मैं आपको उनका नाम नहीं बता सकता क्योंकि उन्होंने मुझे मना किया है। उस मेल में मुझे लिखा था- मैं बहुत दुखी हूँ सेक्स […]

जीजा ने मेरा जिस्म जगाया-4

On 2009-08-27 Category: जीजा साली की चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीना अचानक उन्होंने अपने हाथ में लेकर मुठ मारनी चालू की और मेरे बालों को नोंचते दबा कर पूरा माल मेरे मुँह में निकाल दिया। “जीजा, यह क्या मुझे उलटी हो जायेगी !” “कुछ नहीं होगा, रात को तेरे कमरे में आऊँगा !” “मगर दीदी?” “उसके दूध में नींद की गोली मिला दूँगा, […]

फ़ुलवा

उसका पति धीरू दो बरस पहले शहर कमाने चला गया। गौने के चार माह बाद ही चार-छः जनों के साथ वह चला गया। तब से अकेली फ़ुलवा घर गृहस्थी संभाल रही है। घर का दरवाजा बांस की फट्टी जोड़कर बना है। उसी में सैकड़ों रूपए निकल गए हैं। अब गौरी ही उसकी आजीविका का साधन […]

जीजा ने मेरा जिस्म जगाया-3

On 2009-08-25 Category: जीजा साली की चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीना पता नहीं जीजा इन कामों में कितना हरामी था, बोला- क्या बात है, आज तेरी चाल में फर्क है? “नहीं तो? तुम भी जीजा जो मर्ज़ी बोलते हो?” “साली, जिंदगी देखी है ! बोल यार के नीचे लेटकर आई हो ना?” “शटअप जीजू ! आप भी न !” “साली कपड़े देख अपने […]

जीजा ने मेरा जिस्म जगाया-2

On 2009-08-24 Category: जीजा साली की चुदाई Tags:

प्रेषिका : नीना मैं फिसलने वाले रास्ते पर चलने को चल निकली, उसके घर पहुंच गई। क्या बड़ा सा मस्त घर था ! वो मुझे अपने कमरे में ले गया, मेरा हाथ पकड़ा अपने दिल पर रख कर बोला- देख रानी, कैसे तेरे लिए धड़क रहा है। उसने पीछे से कमर में हाथ डाल एक […]

जीजा ने मेरा जिस्म जगाया-1

On 2009-08-23 Category: जीजा साली की चुदाई Tags:

मेरा नाम नीना है, मैं बी.सी.ए की छात्रा हूँ, मेरा काम कंप्यूटर से जुड़ा है, मैं पाँच फुट पाँच इंच लंबी हूँ, सेक्सी हूँ जवान हूँ, जवानी मुझ पर जल्दी आ गई, रहती कसर मेरे सगे जीजू ने पूरी कर दी। हम तीन बहने हैं, मैं नंबर तीन की हूँ, कोई भाई नहीं है, दोनों […]

नए माली से भी गाण्ड मरवाई

On 2009-08-22 Category: गे सेक्स स्टोरी Tags:

आपका : सनी गाण्डू आप कैसे हो पाठको? प्रणाम ! लो सबकी शिकायत दूर करते हुए आपका सनी अपनी एक मस्त चुदाई के संग हाज़िर है। पाठको, लण्ड के बिना रहना मेरा मुश्किल सा है इसलिए कहीं भी मौका मिले, मैं नहीं चूकता। इसीलिए हर चुदाई नहीं लिख सकता, जब किसी नए लण्ड से चुदता […]

शाकाल और नंगी हसीनाएँ-5

सभी हसीनाओं और उनके आशिकों को चुदाई हाल में भेज दिया गया। उमा ने बाहर जाने वाले दरवाजे पर बची हुई आठ लड़कियों को पतली पारदर्शी पेंटी पहना कर खुली चुचियों के साथ फूल लेकर खड़ा कर दिया। ये सब साधारण सी दिखने वाली रण्डियाँ थीं। ये रण्डियाँ अब दो हज़ार रुपए में सुबह के […]

शाकाल और नंगी हसीनाएँ-4

काउंटर पर बहुत भीड़ थी, अभी शो शुरू नहीं हुआ था। नीचे घूम रही रण्डियाँ ग्राहकों से टिप लेकर चूचियाँ दबवा रही थीं और उनसे होंट चुसवा रही थीं। तभी मंच से सीटी की आवाज़ आई तो गुण्डों ने सभी ग्राहकों को उनकी सीटों पर बैठा दिया। सीटों पर 1 से 40 तक नंबर पड़े […]

शाकाल और नंगी हसीनाएँ-3

सोफे पर बैठ कर हम लोग दोनों का नाच देखने लगे। दो मिनट बाद नाचते नाचते उन्होंने ब्लाउज उतार दिये और चूचियाँ तरह तरह से हिला कर हमें दूर से गर्म करने लगी। हम लोगों के लण्ड फिर टन-टन करने लगे थे। दोनों बीच बीच में मेरी और शाकाल की गोद में आकर लेटने लगीं। […]

क्यों हो गया ना ?

On 2009-08-19 Category: चुदाई की कहानी Tags:

मेरी ये कहानी मेरी एक ई-मित्र को समर्पित है – प्रेम गुरु गुरूजी कहते हैं “जिन के घर शीशे के होते हैं वो लाईट जला कर मुट्ठ नहीं मारा करते ” रात के कोई साढ़े दस बजे हैं। मैंने सभी दरवाजे और खिड़कियाँ बंद कर के एक ब्लू-मूवी डाल लगाई। एक ३५-३६ साल की औरत […]

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