गर्लफ्रेंड की मॉम की चुत चुदाई
आह ! मैं तो मॉम का शरीर देख कर स्तब्ध रह गया। चिकना तराशा हुआ बदन, काम की देवी जैसी मूर्ति ! पर मॉम को जैसे फ़ुर्सत ही कहाँ थी। उन्होंने मुझे पकड़ा और जोर से बिस्तर पर पटक दिया।
आह ! मैं तो मॉम का शरीर देख कर स्तब्ध रह गया। चिकना तराशा हुआ बदन, काम की देवी जैसी मूर्ति ! पर मॉम को जैसे फ़ुर्सत ही कहाँ थी। उन्होंने मुझे पकड़ा और जोर से बिस्तर पर पटक दिया।
नमस्ते दोस्तो, आपने मेरी पहले आ चुकी कहानियों को बहुत पसंद किया जिसके लिए मैं आपकी आभारी हूँ। अब मैं आपको अपनी चुदाई का एक और गर्मागर्म किस्सा सुनाती हूँ। सर्दियों के दिन थे, मैं अपने मायके गई हुई थी, मेरे भैया भाभी के साथ ससुराल गये थे और घर में मैं, मम्मी और पापा […]
फ़ुलवा ऍम बी ए करके सुरेखा को अच्छी नौकरी मिल गई। छोटे से शहर की रहने वाली सुरेखा सरल स्वभाव की थी, अतः नौकरी के लिए मायानगरी मुम्बई भेजते समय माता-पिता का मन भी चिंताओं से भरा था परन्तु अपने एक बुजुर्ग मित्र के पास बेटी के रहने की व्यवस्था हो जाने से उनको कुछ […]
प्रेषिका : पूनम वापस आई तो देखा कि हर्ष अपने कपड़े पहन चुका था और वो कैमरामैन के साथ खड़ा था। मुझे आता देख कैमरामैन मुस्करा कर बोला- मैडम, फ़िल्म तो पूरी हो गई मगर मेरी फ़िल्म तो बाकी है। मैंने पूछा- क्या मतलब? वो बोला- मैडम, हम भी तो इन्सान हैं, हमारी भी कुछ […]
प्रेषिका : पूनम दीदी ने शाम को फ़ोन कर के मुझे बधाई दी कि मुझे चुन लिया गया है और कल ही विज्ञापन की शूटिंग करनी है। अगले दिन मैं सुबह 10 बजे स्टूडियो पहुँच गई, दीदी वहीं मिली। फिर मुझे एक हाल में लाया गाया, वहाँ एक बिस्तर, एक मेज, एक कुर्सी, एक स्टैण्ड […]
मेरा नाम पूनम है, दिल्ली की रहने वाली हूँ, उम्र लगभग 24 है। आज मैं आपको अपनी कालेज के दिनों कि एक घटना बताने जा रही हूँ। बात उन दिनों की है जब मैं कालेज में प्रवेश ले चुकी थी। मेरी शक्ल उर्मिला मातोण्डकर से ख़ूब मिलती थी, मेरे क्लास के लड़के मुझे मजाक में […]
प्रेषक : अजय सिंह अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और ज़ाहिर है कि आप सभी की तरह मुझे भी लोगों की भेजी गयी कहानियाँ पढ़ने में बहुत मज़ा आता है, कभी कभी तो कहानी इतनी कामोत्तेजक होती है कि हाथ खुद-ब-खुद लण्ड पर चला जाता है और […]
मैं राजेश एक कंपनी में काम करता हूँ और मेरे साथ लड़कियाँ और औरतें भी काम करती हैं। मैंने एक माँ और बेटी दोनों को एक साथ तो नहीं पर एक ही बिस्तर पर चोदा है। वो बात अलग है कि मेरी शादी के बाद दोनों अब मुझसे नहीं चुदवाती। बात उस समय की है […]
मैंने हिम्मत दिखाई और बोली- जीजा समय आने दो, देख लेंगे तुम्हें भी कि कितनी चीखें निकलवा सकते हो?और मैं हँस कर वहाँ से भाग गई।
मेरी चचेरी बहन बिस्तर पर नंगी बैठी थी शरमाई सी। उसके सामने ही मेरे नए जीजाजी जिनका नाम राज है, वो खड़े थे बिल्कुल नंगे। मैं उनका लण्ड नहीं देख पा रही थी।
और यह बोलते हुए वो अपने दोनों पैर मेरे पैरों के दोनों किनारे रख कर मुझ पर बैठ गई और मेरे होठों को चूमना शुरू कर दिया। मैं भी उसके रेशमी बालों को सहलाते हुए उसे चूमने लगा और हम दोनों की प्रेमक्रीड़ा शुरू हो गई। मैंने उसके कपड़े उतारने की कोशिश की तो बोली- […]
जैसा कि आपने पलक और अंकित के बाद में पढ़ा कि सरिता और पलक की फोन पर बात हुई। मैं कुछ कहता उसके पहले ही पलक का फोन जो पहले ही तीन बार बज कर बंद हो चुका था एक बार और बज गया। इस बार पलक ने फोन उठाया और सीधे बोली- तुझे सब […]
तो अब मेरे हाथ भी गियर संभालते संभालते उसकी अंडरवियर तक जा पहुँचे। वो उत्तेजना के मारे और पसर गई मैंने भी अब आहिस्ता से अपना हाथ उसकी अंडरवियर में सरका दिया और जैसे ही मैंने उसकी घनी, काली, घुंघराले और मुलायम बालों वाली चूत को स्पर्श किया, उसके मुख से गहरी सिसकारियाँ निकलने लगी। […]
मैंने पिछले दिनों अपनी बेबाक बीवी से सम्बन्धित दो रोमांचक घटनाएँ कहानी के रूप में अन्तर्वासना में भेजी थी, जिसमें मेरे एक दोस्त द्वारा मेरी बीवी को पूर्णतया नग्न करके झांटों की सफाई और गुप्तांगो का सम्पूर्ण मैडिकल मुआयना, और एक अन्य दोस्त के साथ वासनामय और निर्वस्त्र होली की घटना का जिक्र था। जिन […]
मैंने अपने दोनों हाथ उसके कंधे पर रख दिए और अपनी ओर खींचा तो वह अमरबेल की तरह मुझसे लिपट गई, उसके दोनों हाथ मेरी पीठ पर लिपट गए.
लेखिका : कमला भट्टी पहले मेरा मज़े लेने की कोई इच्छा नहीं थी, मैं सोचती थी कि जीजाजी का पानी निकाल कर इन्हें खुश करना है, पर मेरे भी आनन्द के सोते फ़ूट पड़े थे। और जीजाजी ने भी झटका खाकर धीरे-धीरे होकर अपना लण्ड फटाफट बाहर निकाला, कंडोम की गांठ लगा कर अपनी जेब […]
लेखिका : कमला भट्टी मैं अपने गाँव तक पहुँची तब तक जीजाजी का आधे घंटे में दो बार फोन आ गया ! मैं समझ गई कि जीजाजी का मन मेरे में अटका है, उन्होंने बस में हाथ फेरते हुए कई बार कहा था कि मन कर रहा है। तो मजाक में मैंने कहा था- आ […]
लेखिका : कमला भट्टी रात के करीब 10 बज गए थे, मुझे भी थकान के कारण नींद आ रही थी, मैंने उनसे कहा- अब मैं मैक्सी पहन लूँ क्या? पर उन्होंने कहा- नहीं, रात भर नंगे ही सोयेंगे और रात को कभी भी मूड बन गया तो मैं तुम्हें चोदना शुरू कर दूँगा। मैंने कहा- […]
जीजाजी पेट से जांघें, पिण्डली चूमते-चूमते सीधे मेरे पैरों के पंजों के पास चले गए और उन्होंने मेरे पैर के पंजे का अंगूठा अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगे। मैं उन्हें रोकती, तब तक मेरे शरीर में आनन्द की तरंगें उठने लगी, आज मुझे पता चला कि पैर के अंगूठे या अंगुलियों को […]
सभी अन्तर्वासना के पाठकों के मोटे और छोटे लंड और प्यारी मीठी चूत को भौमिक का सलाम और नमस्कार ! यह मेरी पहली कहानी है इसलिए हो सके तो गुरूजी और पाठक मुझे माफ़ करें ! मुझे अन्तर्वासना में जो हंटर और नेहा वर्मा की कहानियाँ बहुत पसंद है ! यह कहानी आज से एक […]