रीटा की तड़पती जवानी-6
राजू का लण्ड अब रीटा की चूत की झिल्ली पर दबाव डाल रहा था पल भर के लिये दोनों ठहर से गये और राजू ने रीटा की झील सी आँखों में झाँख कर पूछा- चोदूँ?
राजू का लण्ड अब रीटा की चूत की झिल्ली पर दबाव डाल रहा था पल भर के लिये दोनों ठहर से गये और राजू ने रीटा की झील सी आँखों में झाँख कर पूछा- चोदूँ?
रीटा की स्कर्ट अब उलट चुकी थी और उसकी कसमसाती गोरी गोरी मखमली गाण्ड बाहर झाँक रही थी. स्कूल ड्रैस और कुतिया स्टाईल में रीटा और भी सैक्सी लगने लगी थी.
'सीऽऽऽ छोड़ो दो भईया! आऊचऽऽऽ मैं तो आपकी बहन जैसी हूँ, ऊईऽऽ क्या करते हो भईया मैं तो जाती हूँ, हायऽऽ मम्मीऽऽऽ ओह हायऽऽऽ उफऽऽऽ बहुत मजा आ रहा है,
अगर उंगली से चूत मारने में ईत्ता मजा आता है, तो सच्ची-मुच्ची का गर्म और मोटा लण्ड तो दिन में तारे दिखा देगा. यह सोच कर वह जोर जोर से अपनी चूत फैंटने लगी.
रीटा भी झुक अपनी सुन्दर चूत को निहारा और एक ठंडी झुरझुरी लेकर रीटा ने अपनी पेशाब से लबालब चूत को दोबारा कच्छी में छुपा लिया और स्कर्ट नीचे गिरा दी.
लेखक : प्रेम गुरु मैं अब अपने कपड़े पहन लेना चाहती थी। जैसे ही मैंने अपनी लुंगी और शर्ट उठाने का उपक्रम किया श्याम मेरे हाथों से वो वस्त्र छीन कर परे फेंकते हुए बोला “अभी नहीं मेरी मैना रानी अभी तो बहुत काम बाकी है ?” “ओह … श्याम तुम 2 बार तो कर […]
मोनिका दांतों से रीटा की चूत नौचने लगी तो रीटा मजे से पागल हो उठी और बेशरमी से अपनी टांगों को 180 डिगरी पर फ़ैला दिया. बेहया मोनिका ने रीटा को जन्नत में पहुँचा दिया.
लेखक : प्रेम गुरु “हाँ एक अनोखा आनंद जो शायद तुमने आज से पहले ना तो कभी सुना होगा और ना ही कभी लिया होगा ?” “क … क्या … मतलब ?” “अगर मुझ पर विश्वास करती हो और थोड़ी सी अपनी शर्म को छोड़ दो तो मैं तुम्हें सम्भोग के अलावा एक और आनंद […]
भाभी बोली- ठीक है, नहीं बोलूंगी!! अब जाओ और मुझे पढ़ने दो, रात को नौ बजे आना, मैं तुम्हें तुम्हारी किताब वापस कर दूंगी! और मैं उनके यहाँ से चला आया। रात को खाना खाने के बाद ठीक 9 बजे मैं भाभी के यहाँ फिर से गया! भाभी अभी कुछ ज्यादा ही सज-संवर के मेरी […]
लेखक : प्रेम गुरु आह … इस चरमोत्कर्ष तो मैंने आज तक कभी अनुभव ही नहीं किया था। शमा कहती थी कि वो तो सम्भोग पूर्व क्रिया में ही 2-3 बार झड़ जाती है। मुझे आज पता लगा कि वो सच कह रही थी। अचानक श्याम उठ बैठा। मुझे आश्चर्य हो रहा था वह इतनी […]
मैंने एक बेंच पर दीवार से चिपक कर उस पर खड़ा हो गया और अन्दर झाँकने लगा, भैया और भाभी एक ही पलंग पर थे, भैया भाभी की चुचियों को ब्लाउज के ऊपर से ही मसल रहे थे
लेखक : प्रेम गुरु श्याम जिस प्रकार की बातें कर रहा है मैं इतना तो अनुमान लगा ही सकती हूँ कि वो प्रेम कला में निपुण हैं। किसी स्त्री को कैसे काम प्रेरित किया जाता है उन्हें अच्छी तरह ज्ञात है। जब मनीष को मेरी कोई परवाह नहीं है तो फिर मैं उसके पीछे क्यों […]
प्रेषक : समीर दोस्तो, यह अन्तर्वसना पर मेरी पहली कहानी है। उम्मीद है कि आप सबको पसन्द आयेगी। पहले मेरे बारे में जान लीजिये। मेरी उम्र 22 साल, मैं एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ और नोएडा में रहता हूँ। मुझे अन्जान लोगों से बात करना पसन्द है। मुझे सेक्स के बारे में जानने में हमेशा से […]
लेखक : प्रेम गुरु आज मनीष ने जल्दी घर आने का वादा किया था। कल मेरा जन्म दिन है ना। आज हम दोनों मेरे जन्मदिवस की पूर्व संध्या को कुछ विशेष रूप से मनाना चाहते थे इसीलिए किसी को हमने इस बारे में नहीं बताया था। मैंने आज अपने सारे शरीर से अनचाहे बाल साफ़ […]
प्रेषक : विजय पण्डित विजय शर्मा, अपना पहली चुदाई का सच्चा अनुभव बता रहे हैं। उन्हीं की जुबानी और मेरी लेखनी, कुछ इस तरह से है … मेरे कार्यालय के तीन अफ़सरों ने मिलकर एक बड़ा मकान ले लिया था। यह मकान दो मंजिला था। नीचे के भाग में हमने एक हमारे ही कार्यालय के […]
लेखक : प्रेम गुरु मेरी यह कहानी मेरी एक महिला ई-मित्र मधु अग्रवाल (सोनू) को समर्पित है —- प्रेम गुरू देखो मीनू ! दरअसल तुम बहुत मासूम और परम्परागत लड़की हो। तुम जिस कौमार्य, एक पतिव्रता, नैतिकता, सतीत्व, अस्मिता और मर्यादा की दुहाई दे रही हो वो सब पुरानी और दकियानूसी सोच है। मैं तो […]
हेलो दोस्तो, पिछले कुछ दिनों से मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ रोज़ पढ़ने लगा हूँ. इन कहानियों को पढ़कर मैंने सोचा मुझे भी अपना अनुभव आपको बताना चाहिए. मैं पहली बार कोई कहानी लिखने जा रहा हूँ. अगर कोई गलती हो तो मुझे माफ़ करना. मेरा नाम है संजय, उम्र 21 साल. मैं वैसे तो राजस्थान […]
लेखिका : लक्ष्मी कंवर मैं जोरावर सिंह, राजस्थान से हूँ… गांव में बरसात ना होने के कारण हमारे यहाँ से बहुत से जवान फ़ौज में चले गये थे। मेरी पोस्टिंग उन दिनों राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके में थी। बोर्डर पर आतंकवादियों और तस्करों से निपटने के लिये हमारी एक ना एक टोली हमेशा बोर्डर की […]
मेरे पति बहुत अच्छे से मुझे चोदते हैं और मैं भी उन्हें पूरा पत्नी-सुख देती हूँ, वो जो कहते हैं, मैं तैयार हो जाती हूँ, हम लोग खुल कर चुदाई करते हैं और इसमें क्या शर्म ! औरत का एक एक अंग कामुक होता है, फिर क्या हुआ अगर गांड मारने का दिल पति को करे और पत्नी दे दे तो। मैं अपने पति से गांड भी मरवाती हूँ
मुझे दरार के नीचे गुदा की गुलाबी कली की लुका छिपी बार-बार आकर्षित कर रही थी। योनि से निकलते रसों से भीगकर वह भी चमक रही थी। मुझे सुबह वहाँ पर हेयर रिमूवर लगाते वक्त का ख्याल याद आया, ”आज इसका भी बेड़ा पार होगा क्या?” मैं जानता था अंग्रेज लोग पृष्ठभाग के बड़े प्रेमी […]