निगोड़ी जवानी-6
शाम को मैं फिर घर पहुँची। राकेश आये तो उन्होंने रात को सोते समय फिर मुझे दबोच लिया, अपना खड़ा लंड मेरे हाथों में थमा दिया। मैं जानती थी कि उन्हें चुसवाने में बड़ा मजा आने लगा है, मैंने भी चूस चूस कर उन्हें मस्त कर दिया, फिर उनके ऊपर चढ़ कर उनका लंड अपनी […]