हास्य कविताएँ
चाँदी जैसी चूत है तेरी, उस पे सोने जैसे बाल .. एक तू ही धनवान है रण्डी, बाकी सब कंगाल.. जिस रस्ते से तू गुजरे, सबके लण्ड खड़े हो जाएँ.. तेरी चूत की कोमल आहट, सोते लण्ड उठाये.. जो लौड़ा चूसे तू गोरी, वो पत्थर बन जाए.. तू जिससे चुदवा ले अपनी, वो डाले तुझमें माल.. एक तूही […]