मामी की प्यासी बहन
मेरे जीवन में जवानी की दस्तक से मैं हर किसी लड़की को चोद देने वाली निगाहों से देखता था. एक बार मैं अपनी मामी के मायके गया, उनकी सोती हुई छोटी बहन का नंगा बदन देख मुझसे रहा नहीं गया और...
मेरे जीवन में जवानी की दस्तक से मैं हर किसी लड़की को चोद देने वाली निगाहों से देखता था. एक बार मैं अपनी मामी के मायके गया, उनकी सोती हुई छोटी बहन का नंगा बदन देख मुझसे रहा नहीं गया और...
सुहागरात तो कहानी है मसले हुए फूलों की... और मर्द के हाथों से कुचले हुए लाल सुर्ख कूल्हों की!
मेरे पीजी पर मैं और मकान मालकिन दिन में अकेले होते थे... वो गजब की माल भाभी थी, मैं उसे चोदना चाहता था कि एक दिन उसने मुझे अपने कमरे में बुला लिया और फिर... उसने खुद ही पहल की..
मैंने अपनी मौसेरी बहन को बाथरूम में सिर्फ़ तौलिया लपेटे देखा तो उसे अधनंगी देख कर मेरा मन उसे चोदने को करने लगा और उसी दोपहर जब वो मेरे पास सोई हुई थी तो मैं उसके सेक्सी बदन से खेलने लगा और उसकी सील तोड़ कर ही दम लिया…
मेरी मौसी बला के हुस्न की मालकिन हैं, एक बार मैं उनके घर रहने गया तो अचानक कई बार उनके बदन को छूने का मौका मिला… रात को मौसी के पास सोया तो मैं खुद को रोक नहीं पाया और मैं उनके बदन को सहलाने लगा… और फ़िर…
जिम जाने से मेरा बदन गठीला है. एक दिन मुझे पड़ोस वाली आंटी के घर जाना पड़ा तो उनहोंने मुझे चाय के बहाने रोक लिया और मुझे महसूस हुआ कि आंटी मुझ पर फ़िदा हैं... इसके बाद हालात कुछ ऐसे बने कि आंटी में मेरा लण्ड चूस कर मेरा माल पी लिया..
एक पाठिका की इच्छा थी कि वो किसी बाबा से सेक्स करना चाहती है तो साधु बाबा से चूत चुदाने की एक कहानी है... मालकिन को जब कामवाली ने बाबा से चुदते देखा तो…
गाँव की गोरी जिस पे पूरे गाँव के छोरे लट्टू थे, से पनघट पे मेरी मुलाक़ात हुई, हमारी आँखें चार हुई पर उसने भाव नहीं दिया.. मैं अपने दोस्त के घर गया तो वो पता लगा कि वो उसकी बहन थी.. हालात कुछ ऐसे बने कि मैंने दोस्त की बहन चोद दी
Best Stories Published in April 2015 अप्रैल महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियां आपके समक्ष प्रस्तुत हैं… Most Popular Stories Published in April 2015
मैं कोच्चि में जॉब कर रहा था कि मुझे एक आकर्षक महिला दिखाई दी, मुझे वो पसंद आ गई तो मैंने उसका पीछा किया और आखिर उससे दोस्ती कर ली, मैंने पहले ही उसे साफ़ साफ बता दिया कि मैंने उससे सेक्स के लिए दोस्ती की है.. उसे मेरी साफगोई पसंद आई
मैं इंटरव्यू के लिए ट्रेन से दिल्ली जा रहा था तो मेरे पास वाली बर्थ पे एक सुंदर लड़की थी, उससे बातों का सिलसिला शुरू हुआ तो आखिर में चूत चुदाई पर ही जाकर ख़त्म हुआ..
मेरी कहानी 'जंगल में चूत का मंगल' पढ़ कर एक श्रीमती ने मुझे मेल भेज कर कहा कि वो भी ऐसे ही किसी बाबा से सेक्स करना चाहती हैं. घर में बाबा से चुदाने की ऎसी ही एक कहानी है यह...
मेरे किराए के फ़्लैट के सामने एक भाभी रहती थी, उनकी अपने पति से नहीं बनती थी , मैं उनके बच्चों के साथ खेलता था तो उनके साथ खुल गया और एक रात मैं उनके घर सोया तो बात बन ही गई !
हमारे सामने वाले फ़्लैट में एक नया परिवार आया, उसमें एक मलाई सा माल भी था, मेरा लण्ड उसकी चूत मांगने लगा। मैंने उस परिवार से सम्बन्ध बनाये और एक दिन मैं उसे अपने बिस्तर की रानी बनाने में कामयाब हो गया
मेरे एक पुरुष ग्राहक ने अपनी बीवी की मालिश के लिए बुलाया, साथ में उसे चोद कर मज़ा भी देना था..उसकी बीवी की रजामंदी जानकर मैंने उनके घर जाकर उसे पूरा मज़ा दिया, पहले उसकी गांड में तेल लगा कर उंगली से मालिश की फिर...
हम दोनों पहले काफी करीब आ चुके थे, चूमाचाटी के अलावा अब हम नंगे होकर प्यार करते थे, सम्भोग की आखिरी सीढ़ी से सिर्फ एक कदम दूर थे, और हमें कोई जल्दबाजी भी नहीं थी, हम दोनों का इतना संयम ही हमारे प्यार को दर्शाता है
मैं चुदाई का शौकीन हूँ, अपने ऑफिस में मैंने एक शादीशुदा लड़की को रख लिया और कुछ ही दिन में उसे पटा भी लिया, उसका पति शायद कुछ दब्बू किस्म का था... क्योकि उसका लौड़ा सिर्फ ढाई इंच का था तो मुझे सीलबंद चूत मिली.
जीजा साली को चोदने को बेकरार है तो साली की चूत भी उतनी ही गर्म है अपने जीजा से चूत की सील तुडवाने को ! इसा कहानी में आप जीजा साली की पहली चुदाई का मज़ा लेंगे, साली अपनी बहनों की चुदाई देख देख कर चुदाने को बेकरार हो रही है..
मुझे फ़ेसबुक पर अपने ही शहर की एक लड़की मिली, हमारी दोस्ती चैट से शुरू होकर सेक्स चैट में बदल गई.. एक बार उसने मुझसे मिलने की इच्छा जताई तो मेरा काम बन गया.. मैं उससे मिला और फिर एक दिन उसे घर बुला लिया..
मैं चुदाई का शौकीन हूँ, मेरी निगाहें चूतों को ही ढूंढती रहती हैं, और जिस पर दिल आ जाये, उसे मैं पटा ही लेता हूँ.. अपने ऑफिस में मैंने एक शादीशुदा लड़की इंटरव्यू के लिए आई, वो मेरे दिल को भा गई और उसे मैंने रख लिया.