चाचा की साली से पहले चाची-2
मैं अपने पापा के दोस्त जिन्हें मैं चाचा कहता था के घर गया तो वहाँ चाची की सेक्सी बहन आई हुई थी, मेरा दिल उस पर आ गया. लेकिन हुआ ये कि चाची का दिल मुझ पर आ गया और वो मुझ से चुदा गई... आप इस कहानी में पढ़िए ...
मैं अपने पापा के दोस्त जिन्हें मैं चाचा कहता था के घर गया तो वहाँ चाची की सेक्सी बहन आई हुई थी, मेरा दिल उस पर आ गया. लेकिन हुआ ये कि चाची का दिल मुझ पर आ गया और वो मुझ से चुदा गई... आप इस कहानी में पढ़िए ...
हाय जान… तुम ही तो हो जो मेरे साथ मेरी लाइफ के हर मोमेंट को एन्जॉय करते हो…रॉनी ने मेरे करीब आकर कहा- डू यू वांट टू रिलैक्स प्रिंसेस… हम्म्म… मैंने रॉनी के साथ टाइम स्पेंड करने का मूड बना लिया...
दोस्त की मम्मी को चोदने के बाद मैंने उसकी बहन की कुंवारी बुर चाटने और लौड़ा चुसवाने में देर नहीं लगाई, अब तो वो चुदने को बेकरार थी… तभी उसकी मम्मी ने दरवाजा खटकाया, हम डर गये लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं लगा… अब आगे देखिये कि क्या हुआ?
मुझे लम्बा चौड़ा, हट्टा कट्टा मर्द दिखता है तो मेरी गांड में कुछ होने लगता है.. मैं गांडू हूँ… मैं अपने दोस्त के एक जिम में गया... जिम का मालिक मुझे पसंद आ गया और वो भी मुझे देख कर समझ गया... रात को ज़िम वाला मुझे अपने घर ले गया और फ़िर मेरी गांड का क्या हुआ?
मैं अपने पापा के दोस्त जिन्हें मैं चाचा कहता था, काम सीख रहा था. एक दिन चाची ने मुझे काम से घर बुलाया तो घर में उनकी सेक्सी बहन आई हुई थी. मेरा दिल उसे पाने को ललचाने लगा. लेकिन हुआ क्या? आप इस कहानी में पढ़िए ...
मैं कमरा किराए पे लेकर ग्वालियर में पढ़ रहा था कि मेरी मौसी की बेटी ग्वालियर मेला देखने आई और मेरे पास रुकी. जब हम मेले से घूम कर लौटे तो मैं बाथरूम में चला गया और वो कमरे में कपड़े बदलने लगी... जब मैं बाथरूम से निकला वो नंगी खड़ी थी... उसके बाद क्या हुआ..
मैं बाबूजी के खाने के बर्तन उठा रही थी तो उनको मेरे मम्मे के दर्शन हुये थे। मैं तो शर्मा कर भाग गई लेकिन मुझे लगा कि अब बाबूजी मुझे बाथरूम में नंगी देखते हैं, मेरे बदन को छूने की कोशिश करते हैं। एक दिन जब हम दोनों घर मे अकेले थे तो…
मीरा के पिता बरसों पहले अपनी खोई हुई बेटी की याद में रोते हैं, नाटक मंडली वाला नीरज राधे को साथ मिला कर मीरा और उसके पिता को धोखा देकर लूटने की योजना बना कर उनके घर गये… राधे को उनकी बेटी राधा बना कर पेश करके इनाम मांगने लगा…
मैं गांडू हूँ, गांड मरवाने में खूब मज़ा आता है, जहाँ कहीं मुझे लम्बा चौड़ा, हट्टा कट्टा मर्द दिखता है, मेरी गांड में कुछ होने लगता है.. मैं अपने दोस्त के घर भोपाल गया तो वहां एक जिम में गए... जिम का मालिक मुझे पसंद आ गया और वो भी मुझे देख कर समझ गया...
मुझे चूत मरवाने की एक आदत ही लग गई थी। तब तो मैं हर रोज कोई न कोई चोदू ढूँढती थी लेकिन अब मैंने अपने पर बहुत कंट्रोल कर लिया है और माह में सिर्फ एक बार ही चुदती हूँ, वह भी एक ही दोस्त से!
पड़ोस की लड़की अपने भाई भाभी की चुदाई देख चुदने को तड़प रही थी और वो मुझसे चुदवाने लगी। मेरा मन उसकी भाभी को चोदने का था, माउंट आबू में उसने मुझसे अपनी भाभी से मिलवाया और फ़िर पढ़िये कि क्या हआ…
मैं अकेला एक कमरे में किराए पे रहता था।, मेरे भाई का दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड को मेरे कमरे पे चोदने के लिए लाया. वो लड़की बढ़िया माल थी तो मैंने अपने भाई से उसे चोदने की इच्छा बताई तो वो बोला कि दिन में तेरे पास रहेगी, जी भर के चोद लेना..
इस कहानी में तीन दृश्य चल रहे हैं, एक राधे और नीरज की नाटक मंडली… दूसरा मीरा और उसके पिता… तीसरा नीतू के घर का जहाँ नीरज मालिश करने गया था… राधे एक वेश्या को चोदने गया है…
एक अनजान नंबर से मुझे आधी रात के बाद फोन आया. सुबह देखा तो काल बैक किया. एक लड़की किसी लड़की का नाम लेकर पूछने लगी तो मैंने रॉंग नंबर कह कर फोन काट दिया. दो दिन बाद फिर उसका फोन आया तो पता चला कि वो मस्ती के मूड में है... और बात चूत चुदाई तक पहुँच गई !
पड़ोस में एक फैमिली से एक भाभी से मेरी मुलाकात एक पार्टी में हुई तो साथ डांस करने में मेरा लंड भाभी के चूतड़ों को छू गया… मैं डर गया, भाभी से माफ़ी मांगी तो वो मेरे साथ खुल गई और हम सब तरह की बातें करने लगे। जब एक बार मौका मिला तो…
दोस्त की मम्मी को चोदने के बाद मेरी नजर बेटी पर थी, पता लगा कि वो भी मुझे चाहती है, तो फ़िर मैंने उसकी कुंवारी बुर चाटने और लौड़ा चुसवाने में देर नहीं लगाई, अब तो वो चुदने को बेकरार थी…
मेरे स्कूल की एक हसीन लड़की ने मुझे अपना बॉयफ़्रेन्ड बनाया तो मैं बहुत खुश हुअ, हम आपसे में प्यार भरी बातें करने लगे और थोड़ी बहुत चूमाचाटी भी… और बात बढ़ती चली गई... आगे क्या हुआ... कहानी का दूसरा भाग पढ़ कर खुद ही जान लीजिए !
अन्तर्वासना की लोकप्रिय लेखिका पिंकी सेन की नई कहानी में एक नाटक मंडली है, दूसरी तरफ़ एक युवती अपने पिता के साथ रहती है, उसकी मां अब नहीं है… नाटक मंडली का एक लड़का एक बड़े घर में मालिश करने जा रहा है क्योंकि मंडली को कोई नहीं मिला...
मेरी एक सहेली मेरे घर ला कर दो यारों को लेकर आई और चुदाने लगी, मैं भी उनकी चुदाई देख कर गर्म हो गई... वो लड़के मुझे चोदने की फिराक में थे.. एक बार पार्टी के बहाने मेरी सहेली मुझे उनके कमरे में ले गई और मेरे सामने ही नंगी होकर चुदवाने लगी तो मैं उनकी चुदाई देख देख कर...
मैं स्कूल की एक बहुत सुंदर लड़की को पसंद करता था, उससे मेरी दोस्ती थी पर उससे मन की बात कह नहीं पाता था... एक बार उसकी छोटी बहन ने कहा कि दीदी आपको चाहती है तो मैं खुश हो गया और बात बनती चली गई... आगे क्या हुआ... यह कहानी पढ़ कर खुद ही जान लीजिए !