सुपर स्टार-2
पहले झारखण्ड के कोडरमा शहर में चार कमरों के मकान में रहता था.. मेरा एक खुशहाल मध्यम वर्गीय परिवार था। मम्मी.. पापा.. मैं और मेरी एक बहन.. कितने खुश थे हम सब.. मैं यूँ तो तृषा के घर अक्सर जाया करता था। आज तो दिन ही खराब था..
पहले झारखण्ड के कोडरमा शहर में चार कमरों के मकान में रहता था.. मेरा एक खुशहाल मध्यम वर्गीय परिवार था। मम्मी.. पापा.. मैं और मेरी एक बहन.. कितने खुश थे हम सब.. मैं यूँ तो तृषा के घर अक्सर जाया करता था। आज तो दिन ही खराब था..
जब जवान हुई.. तो लोगों की नजर कपड़ों के अन्दर तक चुभने लगीं, उनकी कामुक नजरों को भांप कर मेरे अन्दर एक मीठा दर्द उठने लगा। एक रात मैं अपनी दीदी के साथ लेटी थी… मैं उनके बदन को सहलाना चाहती थी, तो हम दोनों बहनों ने क्या क्या किया...
पढ़ाई के वक्त मैंने कमरा किराये पे लिया तो कपड़े धोने एक लड़की आने लगी। वो मेरे साथ खुल गई... मेरे घर मे सारे कपड़े धोने लगी। एक बार वो अपने घर में अकेली होने के कारण डर से रात को मेरे कमरे में ठहरने की बात करने लगी… इस कहानी में पढ़िए !
हमें अब सेक्स के प्रति सोच में आमूल परिवर्तन करना जरूरी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए मैं किशोरों और युवाओं के लिए कुछ व्यावहारिक सुझावों को प्रश्नोत्तर के माध्यम से प्रस्तुत कर रहा हूँ।
दोस्त की मम्मी को चोदने के बाद उसकी बहन चूत चुदवाने को बेकरार थी… मैंने माया और रूचि से अलग अलग प्लान बनाया सबके साथ रहते हुए मज़ा करने का… उनके घर पहुँचने के बाद क्या हुआ... कहानी के इस भाग में पढ़िए...
नाटक मंडली वाला राधे मीरा की बहन राधा बन कर गया तो राधे उसे कैसे मनाता है पोल खोलने से… उसके बाद आधी रात में चुदास के मारे मीरा ने राधे का लण्ड चूसा, उधर नीरज किसी कच्ची कली को फ़ांसने के चक्कर में था… इस भाग में पढ़िये…
'चारों तरफ हज़ारों कैमरों की जगमगाती चमक, जहाँ तक नज़रें जाए बस पागल होती बेकाबू सी भीड़ और उस भीड़ को काबू करने में लगे हुए पुलिस वाले.. कानों में गूंजता हुआ बस आपका ही नाम.. हर चौराहे पर बड़ी-बड़ी तस्वीरें.. हर खबर की सुर्ख़ियों में बस आपका ही ज़िक्र..'
जब जवान हुई.. तो लोगों की नजर कपड़ों के अन्दर तक चुभने लगीं, उनकी कामुक नजरों को भांप कर मेरे अन्दर एक मीठा दर्द उठने लगा। एक रात मैं अपनी दीदी के साथ लेटी थी… मैं उनके बदन को सहलाना चाहती थी॥ क्या मैं ऐसा कर पाई?
पढ़ाई के वक्त मैंने कमरा किराये पे लिया तो कपड़े धोने, प्रेस करने के लिए एक लड़की आने लगी। मेरे अच्छे बर्ताव से वो मेरे साथ खुल कर बातें करने लगी थी... पानी की कमी के कारण वो मेरे घर मे सारे कपड़े धोने लगी। एक दिन मैं जल्दी घर आ गया तो… इस कहानी में पढ़िए !
मैं अपने यार के साथ चुदाई की मौज ले रही थी कि मेरी सहेली सविता मेरे घर आ गई तो मेरे चोदु ने अपना एक दोस्त बुला लिया और दिन रात चुदाई होने लगी. और जब सविता का जन्मदिन आया तो उन चोदुओं ने दो चोदू और बुला लिए..
नाटक मंडली वाला राधे मीरा की बहन राधा बन कर गया लेकिन मीरा को पता चल गया कि राधा असल में एक लड़का है… वो राधे को बुरा भला कहती है तो राधे उसे कैसे मनाता है पोल खोलने से… इस भाग में पढ़िये…
थोड़ा मन बहलाव बदलाव के लिये मैं अपने पापा के दोस्त के घर गया तो वहाँ मेरी मुलाकात उनकी दो युवा बेटियों से हुई… बड़ी तो मुझे देखते ही मेरे ऊपर फ़िदा हो गई और मौका मिलते ही उसने मुझे चूम लिया। लेकिन छोटी ने हमें देख लिया। उसके बाद क्या हुआ… इस कहानी में पढ़िये !
हाय जान… याद है ना तुम्हें पिछले कॉन्फेशन में मैंने तुम्हें बताया था कि… कैसे मैं महक के साथ डाउनटाउन पहुंची और कुछ शोर सुनकर एक अंडर-कंस्ट्रक्शन साइट में एंटर हुई। वो औरत बार-बार उस आदमी से माफ़ी मांग रही थी। उसकी हालत देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा था और मैंने रिकॉर्डिंग करके उस […]
जब जवान हुई.. तो लोगों की नजर कपड़ों के अन्दर तक चुभने लगीं, देखने वाले आगे से गरदन के नीचे या पीछे टांगों के ऊपर घूरने लगे.. उनकी कामुक नजरों को भांप कर मेरे अन्दर एक मीठा दर्द उठने लगा। एक रात मैं अपनी दीदी के साथ लेटी थी…
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के वक्त मैंने एक कमरा किराये पे लिया तो कपड़े धोने, प्रेस करने के लिए एक लड़की आने लगी. वो शादीशुदा थी पर उसका पति दुबई में था.. मेरे अच्छे बर्ताव से वो मेरे साथ खुल कर बातें करने लगी थी... आगे इस कहानी में पढ़िए !
दोस्त की मम्मी को चोदने के बाद उसकी बहन चूत चुदवाने को बेकरार थी… लेकिन मुझे घर वापिस आना था… तो मैंने एक प्लान बनाई वापिस उसके घर में रहने की… और उसके बाद प्लान थी सबके साथ रहते हुए मज़ा करने की… उनके घर पहुँचने के बाद क्या हुआ... कहानी के इस भाग में पढ़िए...
नाटक मंडली वाला राधे मीरा की बहन राधा बन कर मीरा का नंगा बदन देख कर मुठ मारी और दूसरी रात मीरा खुद ही राधे के सामने नगी हो गई… लेकिन मीरा को पता चल गया कि राधा असल में एक लड़का है… उधर राधे का दोस्त कोठे पर जाता है… इस भाग में पढ़िये…
मुझे एक मोहतरमा से प्यार हो गया, वो बेइन्तेहा खूबसूरत और उससे भी ज्यादा खुशमिज़ाज। मैंने उससे अपने दिल की बात कही तो उसने मुझे कोई माकूल जवाब नहीं दिया। मुझे मालूम हुआ कि वह किसी और शख्स के साथ जुड़ी है, वो उसके क़ाबिल ही नहीं है।
मैं अपनी बुआ जी के बेटे की शादी में गया, वहाँ एक हसीना आई जिसे मैंने एक बार देखा तो अपलक देखता ही रह गया। मेरे मामा की बेटी ने मेरी सोनी से मुलाकात करवा के दोस्ती भी करवा दी। उसी दिन मैंने सोनी को आई लव यू भी बोल दिया। आगे कहानी में पढ़िये कि क्या हुआ…
मुझे अगर एक हफ्ते में कोई लौड़ा नहीं मिलता तो मेरी गांड में अजीब सी खुजली होती है लेकिन मैं फिर भी लोगों से कम ही मिलता हूँ। मुझे हट्टे कट्टे, गबरू जवान मर्द बहुत अच्छे लगते हैं। एक तो आधी रात, पास में जंगल, मेन रोड और मैं ऑटो वाले का चूस रहा हूँ… गांड मरवाने की कहानी है यह …