बहन की बेटी से मस्ती और दीदी की चुदाई
मुंह बोली बहन की बेटी मेरी दोस्त जैसी थी, हर तरह की बात कर लेती थी. मैं अक्सर उसे घुमाने ले जाता और उसके बदन से खेलता लेकिन चोदने का मौक़ा नहीं मिला. बाद में उसकी मम्मी मुझसे चुद गई !
मुंह बोली बहन की बेटी मेरी दोस्त जैसी थी, हर तरह की बात कर लेती थी. मैं अक्सर उसे घुमाने ले जाता और उसके बदन से खेलता लेकिन चोदने का मौक़ा नहीं मिला. बाद में उसकी मम्मी मुझसे चुद गई !
मेरे पति दफ़्तर चले गए, पीछे से देवर भाभी रह गये तो कुछ ना कुछ गुल खिलना ही था। इस भाग में बस यही है कि भाई के पीछे देवर भाभी के बीच क्या क्या हुआ!
कॉलेज की हंसमुख और सुन्दर सहपाठिनी मित्र के साथ उसके गृहनगर सूरत में प्रेम लीला, काम लीला रति क्रिया… इसमें प्यार है, ममत्व है, रोमांस है, वासना है… समर्पण है, पढ़ कर मजा लीजिए।
टोनी भी कोमल को लेकर वहाँ पहुँच गया था.. जिसे देख कर पायल मन ही मन सोच रही थी कि आज इसका क्या हाल होगा.. पता नहीं और वहीं कोमल भी पायल को देख कर मन ही मन मुस्कुरा रही थी कि बेचारी आज पता नहीं कितने लौड़ों से चुदने वाली है।
मामा की बेटी मेरे दोस्तों की तरह है। एक बार किसी कार्यक्रम में मामा के घर गया तो हम दोनों आपस में ही बातें करते रहे, रात को एक साथ सोये और हमने आपस में खूब प्यार किया.
युवती लिखती है कि उसके पति अलग अलग लड़कियों की चड्डी को चुरा लेते हैं, उनमें अधिकतर उनकी रिश्तेदार लड़कियों, महिलाओं, बहन, बुआ, मौसी, साली या फिर पड़ोसन की चड्डियाँ होती हैं।
मेरी मौसी एक महीने के लिए रहने आई तो मैं उनके सेक्सी बदन पर मर मिटा. एक दिन बाज़ार गए तो मौसी ने ब्रा खरीदी,मैंने मजाक में कह दिया कि मौसी पहन कर तो दिखाओ!
मधु बोली- आप तो मेरे हीरो हो, मुझे बहुत मज़ा आया। और सबसे ज्यादा आपको उत्तेजित देखकर बार बार में उत्तेजित हो रही थी। मैं तो अभी तक आपको अपने अंदर महसूस कर रही हूँ।
दोस्त की बीवी मुझसे मजाक कर लेती थी पर मुझे नहीं पता था कि उसकी मुझ पर नजर है। दोस्त के पापा की तबीयत खराब हुई तो मुझे उनके घर सोना पड़ा और मैं उसका शिकार बन गया।
मेरे कमरे से साथ गर्ल हॉस्टल था. एक लड़की मुझे छत पर दिखी और कुछ दिन की देखा देखी के बाद उससे हाय हेलो हुई. बात चीत शुरू हुई तो उसकी चूत चुदाई पर जा पहुंची.
बाबूजी भगवान के लिए ऐसी बातें ना करो.. आपको देखते ही मेरे जिस्म में हलचल पैदा हो गई.. ये चूचुक जो तने हुए से हैं ये आपको देखने से तने हैं.. अब आप ऐसी बातें कर रहे हो.. तो नीचे भी कुछ-कुछ हो रहा है।
कल्पना के जबड़े दुख रहे थे, योनि दुख रही थी, अंग-अंग टूट रहा था। उसने मन में झाँककर देखा, कोई अपराध-बोध तो नहीं? नहीं, ऐसा कुछ नहीं। उसने जो किया है सोच-समझकर किया है।
प्यार करने वालों का दिन यानि वैलेनटाइन डे आया.. हम एक आइसक्रीम पार्लर में गए, वहाँ मैंने उसे प्रपोज किया.. उसकी जो प्रतिक्रिया हुई मैं हैरान हो गया। मैंने जैसी ही उसे प्रपोज करते हुए ‘आई लव यू’ कहा.. उसने एक थप्पड़ मुझे रसीद किया और कहा- सचिन तुमसे मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी।
मधु नीलेश के बालों को पुचकारते हुए बोली- भइया, आप बहुत अच्छी चुदाई करते हैं। आपका कड़क लंड ऐसा लग रहा है जैसे लोहे की रॉड अंदर डाल दी हो। आप तो... आह ओह्ह्ह आह… भर दो ओह्ह्ह आह आह मेरी चूत को!
दोनों कुछ ज़्यादा ही मस्ती में आ गए और कोमल को कभी नीचे लेटा कर चूसते.. तो कभी हवा में उठा कर उसके मुँह को चोदते। लगभग 15 मिनट तक वो दोनों बारी-बारी उसको मसलते रहे और लौड़ा चुसवाते रहे.. कभी उसकी चूत को चाटते..
मैं एक उंगली उसकी चूत के पानी से गीली करके उसकी गुदा पर फेरने लगा, चूत का पानी बह कर उसकी गुदा के छेद पर आ चुका था तो मैंने उंगली को उसकी गांड में सरका दिया
मेरे धक्कों की स्पीड बहुत तेज़ हो गई तो भाभी ने हिलना बंद कर दिया और मेरे लण्ड की करामात का आनन्द लेने लगी। घुड़चढ़ी पोज़ में भाभी 2 बार स्खलित हो गई!
मैंने जब अपने होंठ उसकी योनि पर रखे तो वो सिहर सी गई, वो 'आई लव यू…' कहते हुए झुकी और अपना सर मेरे पीठ पर रख कर मुझे कस कर पकड़ लिया। वो मेरे प्यार से बहुत खुश हो गई थी..
अब मधु बैठ नहीं रही थी क्योंकि उसका तौलिया बहुत ऊपर तक था। वो सोफे के दूसरी तरफ खड़ी रही, मैं सोफे पर बैठा बैठा अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चिकनी चूत को सहला रहा था।
मोटे होठों की खड़ी फाँक, बीच में गहरा भूरापन लिये- जैसे किसी ने पाव रोटी को बीच से काटकर अंदर चॉकलेट दबा दी हो। जेम्स होठों पर जीभ फेरने लगा। कल्पना आधी आँखें मूँदे पलकों की झिरी से देख रही थी।